समाप्त
फ़्रांस के मुख्य आतंकवाद-विरोधी अभियोजक ज़्यां फ़ोंसा हिकाख़ ने बताया है कि पुलिस की जवाबी कार्रवाई में हमलावर गंभीर रूप से घायल हुआ है.हिकाख़ का कहना है कि संदिग्ध 21 वर्षीय ट्यूनीशियाई नागरिक है जो इस महीने की शुरुआत में फ़्रांस आया था. उसके पास इटली के रेड क्रॉस द्वारा जारी किए गए दस्तावेज़ थे.
फ्रांस टीचर कि हत्या तो कार्टून विवाद में बदले कि कारवाही है चर्च के बाहर हत्या का कार्टून से क्या लेना देना? नियुजीलैड में हमले के विरोध में श्रीलंका पर हमला आखिर क्यों? दरअसल में कट्टरपंथी जेहादी को बचाने वाले सफेदपोसी जेहादी है सेकुलर भाईचारा के आड़ में हमारी ही कब्र खोदते है
अल्ला इतना कमजोर है 😂😂
Such immigration must be refused. Save your country.
किसी भी देश और समाज में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिये। चाहे वो भारत में हिन्दू गो गुण्डे हों या फ़्रांस में मुस्लिम कट्टरपन्थी। हर देशवासी को अपने देश में लागू क़ानून का पालन करना चाहिये और क़ानून से ही हर अपराधी को सजा मिलनी चाहिये।
They are takshak of Bhagwat Puran
Bhut he dangerous hai ap kabhi nhi pehchaan nhi sakte kiske man m kya chal ra h mare advised h france ko curch k bhar suwar ka meet rakha jaue or usko enter krnee diya jaayw jo usko khaye usko entery milee
बीबीसी की अच्छी प्रस्तुति !
जबतक यूरोपियन देश US की तरह धर्मांध पागलों का वीसा बन्द नहीं करेंगे ऐसी घटनाएं नहीं रुक सकतीं! आपसी मारकाट या सिविल वॉर से पीड़ित मानवता के आधार पर भी अब सभ्य देशों को इन लोगों को शरण देना बंद करना होगा! ये अपने देशों में खुश रहे दूसरे देशों में लंका और फ्रांस जैसे कांड न करें!
इनको आने ही क्यो दिया
Freedom of speech के नाम पर क्यो किसी धर्म पर ही क्यो आपत्ति जनक कार्टून बना रहे हो . हमको कोई शौक़ नही किसी को कुछ कहने का . खुद भी ख़ुशी से रहो ओर हमको भी रहने दो . हिंदू हो या मुसलमान या ईसाईया सिख किसी के धर्म या फ़ोर उसके अवतार या नबी या भगवान का मज़ाक़ मय बनाओ .
Yahi inlog ka maksad hai, pahle victim card khel kar kisi ka ghar ghuso uske baad ghar bale ko hi maar kar aapna raaz kayam karo.
क्यु रे बिबिसी अब किधर जाएगा तू तेरे ही लोग मर रहे हैं। भारत में तो बहुत कुछ करता है। फ्रांस में क्या करेगा।
Help
जहां आतंक वहां इस्लाम। आतंकी मुस्लिम्स ही क्यों? क्यों दूसरों पे इस्लाम अपना हक जता रहा। काफ़िर समझता है दूसरे धर्म वालों को। मंदिरों गिरिजाघरों को तो तोड़ने में थोड़ी शर्म नहीं पर दूसरे इनके खिलाफ कुछ ना बोले। धार्मिक दादागिरी!
Remove a single jihadi like myanmar to gain peace.
wesupportfrance
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