प्रधानमंत्री हो या मुख्यमंत्री, अदालत का फैसला मानने के लिए सभी बाध्य : सुप्रीम कोर्ट

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 43 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 20%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

'संविधान किसी को भी खुलेआम कोर्ट के फैसले की धज्जियां उड़ाने की इजाजत नहीं देता' supremecourtofindia SupremeCourt supremecourtjudgement sabrimalaverdict OfficeOfRSP

के फैसले के बाद बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शन पर कड़ा एतराज जताया है। कोर्ट ने कहा है कि जब कोर्ट कोई फैसला सुनाता है तो उसे मानना सभी के लिए बाध्यकारी होता है, चाहे वह प्रधानमंत्री हो या मुख्यमंत्री।

जस्टिस नरीमन ने केरल सरकार को टेलीविजन, समाचार पत्रों आदि माध्यमों से इस फैसले का व्यापक प्रचार करने का निर्देश दिया है। साथ ही सरकार को लोगों का भरोसा जीतने के लिए कदम उठाना चाहिए और अदालत के फैसले को लागू करने के लिए व्यापक आधार पर विचार-विमर्श करने के बाद तौर-तरीका बनाना चाहिए। इस विचार विमर्श की प्रक्त्रिस्या में समुदाय के सभी खंड की बातों पर गौर करना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि संविधान के तहत इस न्यायालय के फैसले को लागू करना सभी अथॉरिटी के लिए बाध्यकारी है। जस्टिस नरीमन ने केरल सरकार को टेलीविजन, समाचार पत्रों आदि माध्यमों से इस फैसले का व्यापक प्रचार करने का निर्देश दिया है। साथ ही सरकार को लोगों का भरोसा जीतने के लिए कदम उठाना चाहिए और अदालत के फैसले को लागू करने के लिए व्यापक आधार पर विचार-विमर्श करने के बाद तौर-तरीका बनाना चाहिए। इस विचार विमर्श की प्रक्त्रिस्या में समुदाय के सभी खंड की बातों पर गौर करना चाहिए।

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

OfficeOfRSP पत्रकारों को भी नहीं

OfficeOfRSP Pappu ko, kyon, deta hai, aajadi

OfficeOfRSP फिर भी सर्वोच्च न्यायालय द्वारा राफेल पर देश-प्रधान को क्लीन चिट देने के बाद भी न्यायपालिका द्वारा हीं चोर कहे जाने का भ्रम फैला देश का अपमान करने व न्यायपालिका की अवमानना करने वाले शख्स को भी माफी मिल जाना क्या कोर्ट की धज्जियां उड़ने जैसा नहीं ?

OfficeOfRSP इसके बावजूद कुछ लोग धज्जियां उड़ा रहे हैं फिर उनके ऊपर कार्रवाई क्यों नहीं हो रहा है

OfficeOfRSP और जब कोर्ट खुद धज्जियां उधाए तो क्या किया जाए? 🤔🤔

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

राज्‍यपाल कोश्‍यारी के फैसले के खिलाफ शिवसेना की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज!दरअसल, शिवसेना ने राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने के लिए बहुमत प्रदर्शित करने के लिए दिए गए 24 घंटे के समय को नहीं बढ़ाने के फैसले के खिलाफ मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. आदित्य ठाकरे के पापा बोल रहे कि 'सरकार तो बेटा हम ही बनाएंगे'। अब नितेश राणे के पापा बोल दिए कि 'बेटा सरकार तो हम ही बनाएंगे'। देखते हैं लास्ट में कौन बोल पाता है 'माई डैडी स्ट्रॉन्गेस्ट' 😂😂 होने वाला कुछ नही है। हाथ पैर पटक लो जीतना पटकना है। पवार और सोनिया के शरण लेकर मुख्यमंत्री बनने के लिए बालासाहब ने कभी नहीं कहा होगा.... हिम्मत दिखाओ दुबारा चुनाब में जाओ !
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »

मुख्य न्यायाधीश का कार्यालय आरटीआई के दायरे में: सुप्रीम कोर्ट के फैसले का चौतरफा स्वागतमुख्य न्यायाधीश का कार्यालय आरटीआई के दायरे में: सुप्रीम कोर्ट के फैसले का चौतरफा स्वागत SupremeCourt CJIoffice RTIact सुप्रीमकोर्ट सीजेआईऑफिस आरटीआईएक्ट मुख्यन्यायाधीशकार्यालय StopIsraeliTerror
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

सुप्रीम कोर्ट का फैसला, भारत के मुख्य न्यायाधीश का दफ्तर आरटीआई कानून के दायरे में आएगाभारत के मुख्य न्यायाधीश के दफ्तर को सूचना का अधिकार के कानून के अंतर्गत लाया जाना चाहिए या नहीं इस पर सुप्रीम कोर्ट Now any court judge Also in accounting like other IPS IAS officer.. don't know one count given paninsmant other cout given clin shet. Why both judge study same material then why it happened..? 🌹🙏🌹
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

राफेल पर सुप्रीम फैसले के बाद राहुल गांधी बोले- कोर्ट ने जांच के दरवाजे खोलेकांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कहा कि जस्टिस जोसेफ ने राफेल घोटाले की जांच के दरवाजे खोल दिए हैं. लिहाजा अब इस मामले की जांच पूरी गंभीरता से होनी चाहिए. इस घोटाले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाना चाहिए. ये मंद बुधी PM तो दूर ग्राम सरपंच के लायक नहीं है RahulGandhi जो सरकार से सवाल करे उसे पत्रकार कहते हैं जो विपक्ष से सवाल करे उसे दलाली कहते है Ye sathiya gya hai rahul chacha. Shame on rahul gandhi. Galli galli me shor hai, Rahul ka pura ka pura khandaan chor hai...
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

महाराष्ट्र : शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिकासरकार बनाने के लिए एक साथ आ रहे शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन को फर्जी घोषित कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। AUThackeray CMOMaharashtra Dev_Fadnavis ShivsenaComms PawarSpeaks INCIndia AUThackeray CMOMaharashtra Dev_Fadnavis ShivsenaComms PawarSpeaks INCIndia साथ में हरियाणा भी लपेट लेते तो एक फ़ीस में दोनों निपट लेते और समय भी बचता,और कोर्ट में दलील के रूप में बीजेपी और मुफ्ती के पावन गठबंधन की मिसाल प्रस्तुत करनी चाहिए थी।ajitanjum romanaisarkhan JagranNews AUThackeray CMOMaharashtra Dev_Fadnavis ShivsenaComms PawarSpeaks INCIndia शिवसेना को मोदीजी के नाम पर ही वोट मिले थे AUThackeray CMOMaharashtra Dev_Fadnavis ShivsenaComms PawarSpeaks INCIndia
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

आंध्र प्रदेश : हॉस्टल के कमरे में 12वीं के छात्र ने की आत्महत्या, मामले की जांच जारीआंध्र प्रदेश : हॉस्टल के कमरे में 12वीं के छात्र ने की आत्महत्या, मामले की जांच जारी studentsuicide
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »