हैं। इन्हीं नामों के विदेश में अवैध निवेशों को लेकर सीबीडीटी के नेतृत्व में बहु-एजेंसी जांच बिठाई गई है।पैंडोरा पेपर्स में जिन भारतीयों के नाम सामने आए हैं, उनके रिकॉर्ड्स खंगालने के लिए सीबीडीटी चेयरमैन की अध्यक्षता में एक बहु एजेंसी समूह ने जांच शुरू कर दी है। पिछले हफ्ते इस समूह की पहली बैठक हुई। बताया या है कि बैठक में प्रवर्तन निदेशालय , रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और आर्थिक खुफिया इकाई के अफसर शामिल हुए। हैं। हालांकि, इनमें से कई भारतीयों ने कुछ गलत करने के आरोपों को सिरे से खारिज किया है।...
बैठक में मौजूद एक अधिकारी ने कहा कि आईसीआईजे की इस रिपोर्ट को संज्ञान में लिया गया और संबंधित जांच एजेंसियां इन मामलों की पड़ताल कर रही हैं। दोषी पाए गए लोगों पर कानून के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जैसे ही अन्य नामों का खुलासा होता है, हम जांच को और तेज कर देंगे। इससे पहले सीबीडीटी ने सरकार की ओर से इस मामले की जांच सौंपे जाने पर कहा था कि इन मामलों की प्रभावी जांच सुनिश्चित करने के लिए सरकार विदेशी संस्थाओं के साथ भी सक्रिय रूप से जुड़कर काम करेगी। सीबीडीटी ने कहा था, ‘‘भारत सरकार भी एक अंतर-सरकारी समूह का हिस्सा है, जिसके तहत इस तरह के लीक से जुड़े कर जोखिमों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सहयोग और अनुभव साझा किए जाते हैं।’’ सीबीडीटी ने कहा कि अब तक कुछ भारतीयों के नाम मीडिया में आए हैं।खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं?खबर में और अधिक...
इस देश में कुछ नहीं होने वाला है जब सैंया भए कोतवाल डर काहे का जांच के नाम करोड़ों खर्च हो जाएंगे जनता के टैक्स का पैसा ऐसे ही बर्बाद हो जाएगा।
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