सरकार से मुआवज़ा पाने के पीछे 26 मार्च 2020 को घोषित की गई एक बीमा योजना है. पीएम मोदी की सरकार ने कहा था कि बीमा कंपनी कोरोना वायरस से जान गंवानेवाले स्वास्थ्यकर्मियों के परिवार को 50 लाख रुपये के मुआवज़े का भुगतान करेगी.
आरटीआई क़ानून 2005 के तहत बीबीसी ने कई अनुरोध दायर किए और प्राप्त डेटा से पता चलता है कि सरकार ने 29 मार्च 2020 और 8 जुलाई 2021 के बीच पॉलिसी प्रीमियम के रूप में 663 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया है. ग़ौर करने वाली बात है कि सरकार ने इस राशि में से क़रीब 70 फ़ीसद का भुगतान 3 मई 2021 के बाद किया था.
इन सीमित कोशिशों से जो आंकड़े सामने आ रहे हैं वो कोविड के कारण देश में 1,800 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों के मौत की जानकारी दे रहे हैं. ये मौतें सार्वजनिक और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में हुई हैं. हालांकि इस सूची में सामुदायिक कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवकों, वॉर्ड ब्वॉय, दिहाड़ी पर काम करने वाले और आउटसोर्स किए गए वो लोग मौजूद नहीं हैं जो कोविड के दौरान ड्यूटी करते हुए इस दुनिया से चले गए.
आगरा में अपनी क्लीनिक में में बैठी डॉक्टर मधु राजपाल मुझे बताती हैं कि सरकार को उनके साथ इस तरह से नहीं व्यवहार करना चाहिए.अपने सर्जिकल मास्क को ठीक करते हुए वो मुझसे कहती हैं, "मेरे पति 67 साल के थे. लेकिन वे यहां हमारे क्लीनिक में मरीज़ों को देखते थे और फिर मरीज़ों को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाता था. हम अपने मरीज़ों को नज़रअंदाज नहीं कर सकते थे. मुझे लगता है कि हमें मुआवज़ा दिया जाना चाहिए, हम इसके हक़दार हैं.
मुंबई से मुझसे बात करते हुए एसोसिएशन ऑफ़ मेडिकल कंसल्टेंट्स की अध्यक्ष बनने जा रहीं डॉक्टर नीलिमा वैद्य भामरे कहती हैं, ''नगर निगम के प्राइवेट डॉक्टरों को एक सर्कुलर जारी किया गया था जिसमें ये कहा गया था कि अगर क्लीनिक नहीं खोला गया तो हम आपके लाइसेंस रद्द कर देंगे. तो यह धमकी है न, है कि नहीं? हम अपना रोजग़ार गंवा देंगे. ऐसा कई जगहों पर हुआ क्योंकि सरकार को यह एहसास हुआ कि उनके पास बुनियादी ढांचा नहीं है तो प्राइवेट क्षेत्र को आगे आना ही पड़ेगा.
dr ko jo samaan milna tha ho sakta hai inke mutabik na mili ho sarkar se
BanBBCinIndia
Isliye ki PM Yaha bhi fek gaye....
Heart-breaking.
जनता के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार से स्वास्थ्य कर्मी निराशा जनता अपनी जिम्मेदारियां समझे और उसे निभाया तो स्वास्थ्य कर्मियों का उत्साह बढ़ेगा।
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