मंदिर का फलीली के किनारे पर होने की वजह से मंदिर पर तोड़े जाने का ख़तरा है.इसलिए इन दिनों सोनारी अपने मंदिर वाले स्कूल को लेकर चिंतित नज़र आ रही हैं. सिंध में स्वच्छ जल मामले के संबंध में आदेश में यह भी कहा गया था कि सिंचाई विभाग की भूमि पर जितने भी क़ब्ज़े हैं उन्हें ख़त्म कराया जाए. इसी आदेश का पालन करते हुए सिंध सिंचाई विभाग साल 2019 से फलीली के दोनों ओर से अतिक्रमण हटा रहा है.
सिद्दीक़ सांद सिंचाई विभाग में सब इंजीनियर हैं और इस समय फलीली नहर पर अतिक्रमण को हटाने और पुनर्वास कार्य के प्रभारी हैं. उनका कहना है कि वो कोर्ट के आदेश के पाबंद हैं. वो कहते हैं, ''लोग सालों से यहां अतिक्रमण कर रहे हैं. हमें नहर के दोनों किनारों से 60 फ़ीट ज़मीन ख़ाली करानी है, जिसमें हर तरह के अतिक्रमण शामिल हैं. यह मंदिर भी अतिक्रमण के दायरे में आता है. हमने अभी तक इसे नहीं छेड़ा है, क्योंकि यहां स्कूल चल रहा है.''
उन्होंने आगे कहा कि मंदिर को बचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन समस्या यह है कि मंदिर सिंचाई विभाग की ज़मीन में 30 फ़ीट अंदर है. सिद्दीक़ सांद कहते हैं, "अगर हमें विभाग ने कहा कि मंदिर बचाना है और रास्ता बनाने के लिए किनारे से जितनी ज़मीन मिलती है, वह पर्याप्त है, तो हमें मंदिर को गिराने की ज़रूरत नहीं है.
Jab koi isthan nhi milta aaise mulko me toh prabhu khud prabhand krte haj
Bas mandir ko masjid ,Hindu ko Muslim aur Pakistan ko india kar do, yahen logon ke comment 180 degree Ho jayenge 😂😂😂
Good
School mai Hindu ka admission nahi ho raha hoga...isliye mandir ka use ho raha hoga
India me samjhao kuch
🙏
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