यूं तो अंग्रेजी में GERO कोई शब्द नहीं है. यह जापान के एक शहर का नाम है. इस शहर की खासियत है कि यहां के लोग काफी टेक्निकली काफी स्ट्रांग माने जाते हैं. इस शहर में तकनीक का काफी प्रभाव देखने को मिलता है. इंजीनियरिंग के स्टूडेंट रह चुके नीतीश कुमार भी देश की राजनीति के काफी टेक्निकल शख्सियत हैं. अगर GERO के हर शब्द के मायने निकालें तो भी यह नीतीश कुमार पर काफी फिट बैठता है.काफी सर्व सुलभ नेता हैं. साथ ही वे लोकप्रिय भी हैं.
अपनी सेक्युलर छवि बनाए रखने के लिए नीतीश बीजेपी के साथ रहते हुए भी मुस्लिमों के करीब बने रहते हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के विरोध के नाम पर उन्होंने लालू यादव से हाथ मिला लिया था. लालू के साथ मिलकर सत्ता में वापसी कर गए. फिर उन्होंने बीच में ही लालू का साथ छोड़कर एनडीए में शामिल हो गए. इस फैसले को लेकर विरोधी उन्हें पलटू कहकर संबोधित करते हैं, लेकिन कुल मिलाकर देखें तो ये उनका लचीला स्वभाव ही है कि वह किसी भी गठबंधन में फिट बैठ जाते हैं.
इन सारे गुणों से भरे हुए नीतीश कुमार बिहार की राजनीति में मौजूदा वक्त में ऐसी शख्सित बन गए हैं, जिनके बिना वहां कोई भी पार्टी सत्ता में नहीं आ सकती है. मुस्लिमों और यादवों के वोट के दम पर करीब 15 साल बिहार की सत्ता में रहे लालू यादव और उनके परिवार के वर्चस्व को नीतीश कुमार ने ही खत्म किया है. उसके बाद नीतीश कुमार की अगुवाई में ही बीजेपी बिहार में करीब 12 साल से सत्ता का स्वाद चख रही है.
साल 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में पूरा जोर लगाया लेकिन उन्हें शिकस्त झेलनी पड़ी. वहीं लालू यादव और उनका परिवार भले ही नीतीश कुमार जितना कोसे लेकिन इनके बिना वे भी सत्ता का स्वाद नहीं चख पा रहे हैं. 2015 के विधानसभा चुनाव में नीतीश और लालू मिलकर लड़े. दोनों की पार्टियों ने 101-101 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए. हालांकि लालू की पार्टी आरजेडी के 80 और नीतीश की पार्टी के 71 विधायक जीतकर आए.
2019 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी ने जातीय समीकरण बिठाते हुए गठबंधन खड़ा किया था, लेकिन वह नीतीश और मोदी के चेहरे के आगे पूरी तरह फेल साबित हुआ. आलम यह है कि कांग्रेस और आरजेडी दोनों नीतीश को अपने साथ आने का ऑफर दे रहे हैं. बिहार में 2020 में विधानसभा चुनाव होने हैं. इस बार के लोकसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत के मामले में बीजेपी का पलड़ा भारी है, जिसके चलते बिहार बीजेपी के नेता अभी से खुद का बड़ा भाई बताने में जुट गए हैं.
कहा जाता है कि किसी अच्छा इंसान को हटाना हैं तो पहले उसे बदनाम करो, ताकि कोई ये नहीं बोले कि अच्छे इनसान को भी नहीं छोड़ा ।
जहाँ पे सबका अंत होता है, नितीश कुमार जी वहाँ शुरूआत करते हैं ।
झाट के बाल है बीजेपी के दम पर उडाता है 👹👹👹
इतने सारे गुण जब नीतीश बाबू में मौजूद है तो राजनीति के अजेय पुरुष उनको होना चाहिए ।बिहार में कितना अच्छा और कितना सुधार कर कर रहे है ये तो कोई भी समझदार व्यक्ति जानता है । हमेशा लालू जी की सरकार से तुलना करके अपने को श्रेष्ठ सिद्ध करते है ।ये सही है क्या ?जरा सोचियेगा ।
He behaves over clever........his quirky nature will ruin him one day.
He behaves over cleaver.......his quirky nature will ruin him one day.
सबसे बड़ा पलटुराम
Sir ji kaam bholtha hai naam thu Lalu kabe that😜😜😂😂😂😂😂
Lalu Ji ki Galti se Hero hogaye Nitish Ji BJP BHI doshi hai Lalu Ji KO Akele chunawo Karna chahiye laluprasadrjd
कुर्सी का लालची है ये भी धरती पर बोझ है🤔😠
ये भी अपने ख़ात्मे की ओर अग्रसर है बिहार में ।
अकेले लड़ के देख लें.... Reality सामने आ जाएगी... LS में 2 होगा और assembly me max 30....this is reality..in ground level in Bihar..
*zero
नितीश कुमार पर भरोसा नहीं कर सकते है जिस दिन धारा 370 , 35A का मुद्दा उठाया उसी दिन नीतीश कुमार NDA से अलग हो जायेगें
He is a bogus non-working passive chief minister. Don't make him hero. We literally don't want this guy as our chief minister. He is doing nothing for my Bihar. We want someone dynamic and not dumb and idiotic. He is more reliant over caste politics. AmitShah sudhirchaudhary
ये तिलिस्म भी टूट जाएगा कभी।
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »