दोषी पवन ने याचिका में सुप्रीम कोर्ट से अपनी फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की मांग की है. पवन ने फांसी की सजा के खिलाफ शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में कयूरेटिव याचिका दायर की थी.
ट्रायल कोर्ट ने चारों दोषियों को फाँसी पर लटकाने के लिए तीन मार्च का डेथ वारंट जारी किया हुआ है. पवन के पास क्यूरेटिव पिटिशन के बाद भी राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजने का अधिकार बचेगा. इस मामले में बाकी तीन दोषियों अक्षय, विनय, मुकेश की सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पेटिशन और राष्ट्रपति के समक्ष दायर की गई दया याचिकाएँ पहले ही खारिज हो चुकी है.
बता दें राष्ट्रीय राजधानी के वसंत विहार इलाके में 16 दिसंबर, 2012 की रात 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा निर्भया के साथ चलती बस में बहुत ही बर्बर तरीके से सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. इस जघन्य घटना के बाद पीड़िता को इलाज के लिए सरकार सिंगापुर ले गई जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने बस चालक सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें एक नाबालिग भी शामिल था. इस मामले में नाबालिग को तीन साल तक सुधार गृह में रखने के बाद रिहा कर दिया गया. जबकि एक आरोपी राम सिंह ने जेल में खुदकुशी कर ली थी. फास्ट ट्रैक कोर्ट ने इस मामले में चार आरोपियों पवन, अक्षय, विनय और मुकेश को दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई थी. फास्ट ट्रैक कोर्ट के इस फैसले को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी बरकरार रखा था.
Galat ka annt turant..
Mc logo ko faasi de deni chahiye
Fasi do sale ko
इसेतो योही गर्दनमरोड़ देनेचाहिए,बलात्कारियों को फांसी देनेमैं विलम्ब नहींहोनी चाहिएथी, हमारीकानून कमजोरहै,इसमें संशोधनकी जरूरत है।कांग्रेसके शासनकाल मैं हरकड़े कानूनको संस़ोधनकर येसैं ढिलेकर दियागया था ताकि,अपराधी बच निकलने पायें कियोकि अपराधीतो कांग्रेसियों केही होतेथे।जय हिन्द
इन पापी राक्षसों के साथ इनके वकीलों को भी फांसी दे देनी चाहिए। कानून सच में ही अंधा होता है। आजकल लगता है कि बेईमान भी हो गया है।
बकवास। मजाक बना हुआ है न्यायव्यवस्था।
Jab nirbhaya jaisi ghatna hoti hai, to us smay kuchh wakil sb josh me aa ke bolne lg jate hai ki darinde ka koi case nhi ladega, Lekin sach me us samay kuchh wakil dikhaba krte hai or baad me Aaj Ke samay tak usi kuchh wakil me AP Singh Jaise wakil darindo ko bachaneMeLagJateHai.
Chaurahe par goli mar do
Inko kisne haq diya daya yachika lagane ka ku nahi inko fansi dete.ku tamasha bana rakha he court ne.ab koi vishwash nahi kanoon ka.
Bakery ki Maa kb tak khair manayegee...
TejpalRawat14 ये भी एक अनन्त कथा सी चल रही है।शायद जल्द अंत हो जाये।पता नही कब समयबद्ध न्याय प्रणाली विकसित हो पाएगी हमारे देश मे?
कोर्ट को सदर बना रीया है। ढीला कानून अपराधीयों के मजे । ये अंधा कानून है।
ये है देश का कोर्ट,कानून और न्याय पालिकाका सरे आम वस्त्र हरण।
Ye jitni chale chal le phansi hogi hi inhe kateeli taron se phansi deni chahiye!
देश के कानून को शर्म आनी चाहिए
Ine kamino ko Tu kahin se bhi Daya Kisi ne Na dikhani chahie inko fansi itni der se kyon lag rahi hai in ko to ab fansi per jitni jaldi se jaldi ho sake latkana chahie
कानून का मजाक ले रहे क्या सर वो हमारे जो दिदी के साथ इतना घिनौना काम हुआ और उ न के आरोपियों को सजा नहीं हो रही तो छोटे गुन्हो के गुनहगारों की तो और हिम्मत बढ़ेगी कुछ नहीं होता बोलेंगे हमारे देश में
जीना तो हर कोई चाहता है सोचता फिर कयूं नहीं वो दूसरे के जीने का हक कैसे छीन लेता है।
Lawyer ko jutto se maaro
AP singh ko faansi do
Faansi do
नपुंसक क़ानून?
लालच के चक्कर में वक़ील लोग इंसानियत भूल गए हैं..
Nirbhya ke hatyare 4 aadmi bachne nohi chahiye Jai Ho
Tange Tod do chaal chalni band krwani hai to Kaise bhi 3 ko faansi par taang do in sabko
वकीलों की ज्ञान प्रतियोगिता चल रही है।
ये सब इन लोगों के वकील करवा रहे हैं बचाने के लिये वकीलों को सोचना चाहिये कि ऐसे केस हाथ में ही ना लें सिस्टम सही करना होगा वकीलों को अपना।
बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी एक न एक दिन हलाल हो ही जाना है जिल्लत की जिंदगी जीने से तो अच्छा फांसी पर ही झूल जाना सही है इन हरामियों के लिए आज अपनी जान पे बन आई तो नए नए पैतरे अपना रहे है उस मासूम लड़की ने कितना गिड़गिड़ाया था इन दरिंदो के सामने
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