नव सृजन की यात्रा बने गणेश चतुर्थी, पर्व और त्योहारों को ईकोफ्रेंडली तरीके से मनाने का लें संकल्प

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नव सृजन की यात्रा बने गणेश चतुर्थी, पर्व और त्योहारों को ईकोफ्रेंडली तरीके से मनाने का लें संकल्प GaneshChaturthi GaneshChaturthi2021 GaneshUtsav

गणेश चतुर्थी का दिवस बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसी दिन महर्षि वेदव्यास ने महाभारत जैसे विशाल महाग्रंथ की रचना की थी। हालांकि वह केवल महाभारत नहीं, बल्कि महान भारत की रचना भी थी। प्रभु की प्रेरणा से भगवान श्री गणेश जी को इसे लिखने के लिए चुना गया। श्री गणेश हिंदुओं के आदि आराध्य देव होने के साथ-साथ प्रथम पूज्यनीय, विघ्नहर्ता, शुभता के प्रतीक और प्रकृति के रक्षक भी हैं। गणेश उत्सव की शुरुआत 1630 से 1680 के बीच मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के शासनकाल में की गई थी। पहली बार...

शास्त्रों में यज्ञ, पूजा और उत्सवों के लिए श्री गणेश की मूर्ति मात्र एक अंगूठे के बराबर बनाने का विधान है। जब यह परंपरा प्रारंभ हुई तब पूजा, हवन और यज्ञ में श्री गणेश गोबर और मिट्टी के बनाए जाते थे। पूजन के पश्चात उस प्रतिमा को तालाबों, जलाशयों, सरोवरों में विसर्जित किया जाता था। जल में गोबर और मिट्टी घुल जाती है। गोबर के गुणकारी तत्व पानी में मिल जाते हैं। इस प्रकार वे मिट्टी और पानी आदि को शुद्ध करते हैं। इससे धरती उपजाऊ बनती है और पर्यावरण की रक्षा भी होती है। इससे गौ गाता का संरक्षण और...

 

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