नए जम्मू-कश्मीर का एक सालः आतंक पर जबरदस्त प्रहार, दहशतगर्दों का सफाया

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 56 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 26%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

नए जम्मू-कश्मीर का एक सालः आतंक पर जबरदस्त प्रहार, दहशतगर्दों का सफाया JammuAndKashmir Article370 PMOIndia DefenceMinIndia HMOIndia adgpi

विभिन्न तंजीमों के सरगनाओं समेत 180 से ज्यादा आतंकी ढेर कर दिए गए हैं। घाटी में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की कमर लगभग टूट गई है। बीते एक साल के दौरान आतंकी वारदातों में काफी कमी आई है।

सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में लिखा है कि 8 जुलाई, 2016 को हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद छह महीने में करीब 2500 हिंसक घटनाएं हुई थीं और इनमें 117 नागरिक मारे गए। वहीं, 5 अगस्त, 2019 को राज्य का विशेष दर्जा वापस लेने के बाद 196 हिंसक घटनाएं जरूर हुईं, लेकिन इनमें एक भी मौत नहीं हुई। इसका मुख्य कारण आतंकी जनाजों में भीड़ का शामिल नहीं होना माना जा रहा है। दरअसल, इस वर्ष अब तक पुलिस ने मारे गए आतंकियों के शव उनके परिवारवालों को नहीं सौंपे। भले ही उसके पीछे कोविड 19 को कारण बताया जा रहा है लेकिन सरकार की रणनीति भीड़ को जनाजों से दूर रखने की है।एक साल में 25 आतंकी और 300 से ज्यादा मददगार गिरफ्तार, आतंकी ठिकाने ध्वस्तघाटी में अब आतंकी घटनाओं में बड़ी कमी आई है। स्वायत्तता के नाम पर लोगों को बहकाने वाले अलगाववादी नेता भी अब अपनी नई राह तलाशने में जुटे हैं। युवा खुद को कश्मीर के...

सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में लिखा है कि 8 जुलाई, 2016 को हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद छह महीने में करीब 2500 हिंसक घटनाएं हुई थीं और इनमें 117 नागरिक मारे गए। वहीं, 5 अगस्त, 2019 को राज्य का विशेष दर्जा वापस लेने के बाद 196 हिंसक घटनाएं जरूर हुईं, लेकिन इनमें एक भी मौत नहीं हुई।

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

PMOIndia DefenceMinIndia HMOIndia adgpi

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

लद्दाखः जम्मू-कश्मीर से अलग होकर लेह-कारगिल को एक साल में क्या मिलाअनुच्छेद 370 हटाकर लद्दाख को एक केंद्र शासित प्रदेश बने एक साल हो गए हैं. जानें क्या है देश के इस सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र का हाल. Babaji ka thullu mila.. तेरे जैसे गद्दारों कि खूब जली.... पलकों के ऊपर झिलमिलाते सुनहरे सपने
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

'विशेष दर्जा' हटने का एक साल: कश्मीर में कर्फ्यू | DW | 04.08.2020बुधवार को जम्मू और कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को हटा लिए जाने की पहली वर्षगांठ है. पिछले साल पांच अगस्त को ही केंद्र सरकार ने विशेष राज्य का दर्जा निरस्त कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था.
स्रोत: DW Hindi - 🏆 8. / 63 और पढो »

जम्मू-कश्मीर में सैनिक का अपहरण: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने जवान को किडनैप किया, गाड़ी में आग ...जम्मू-कश्मीर में सैनिक का अपहरण:दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने जवान को किडनैप किया, गाड़ी में आग लगाई; सर्च ऑपरेशन जारी prodefencejammu JmuKmrPolice adgpi JammuKashmir prodefencejammu JmuKmrPolice adgpi परमात्मा उन की रक्षा करें...। prodefencejammu JmuKmrPolice adgpi India needs Israel type security.
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में तुरंत प्रभाव से कर्फ्यू लागू, 5 अगस्त तक रहेगा जारीजम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने की पहली वर्ष गांठ से दो दिन पहले सोमवार को श्रीनगर में फिर से पांच अगस्त
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

इमरान ने जारी किया नया नक़्शा, पाकिस्तान में जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-जूनागढ़ को दिखायाइमरान ने जारी किया नया नक्शा, पाकिस्तान में जम्मू कश्मीर-लद्दाख-जूनागढ़ को दिखाया Imran Khan suur da puttar Please support it
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

कोरोना की गिरफ्त में अमित शाह, एक हफ्ते में शिकार बने कई बड़े राजनेतागृहमंत्री अमित शाह ने एक ट्वीट किया, कोरोना के शुरुआती लक्षण दिखने पर मैंने टेस्ट करवाया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. मेरी तबीयत ठीक है, परंतु डॉक्टर्स की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हो रहा हूं. अंधभक्त:-तड़ीपार के घर अंधेर हैँ,देर नहीं ! देशभक्त:-ईश्वर के घर देर हैँ, अंधेर नहीं !😬 🚺🚺 Gambhir sthiti
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »