देश में विरोध को देशद्रोह की तरह नहीं देखा जाना चाहिए: जस्टिस दीपक गुप्ता

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 52 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 24%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

देश में विरोध को देशद्रोह की तरह नहीं देखा जाना चाहिए: जस्टिस दीपक गुप्ता JusticeDeepakGupta SupremeCourt CAA

कुछ घटनाओं में ऐसा देखा गया कि विरोध का सुर रखने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा दायर किया गया है। जस्टिस गुप्ता ने कहा कि यह सही नहीं है।

जस्टिस गुप्ता ने कहा कि किसी पार्टी को 51 फीसदी लोगों का समर्थन प्राप्त हो इसका यह मतलब नहीं कि बाकी 49 फीसदी लोगों को पांच वर्षों तक कुछ नहीं बोलना चाहिए। लोकतंत्र 100 फीसदी के लिए होता है। सरकार सभी के लिए होती है। लोकतंत्र में हर व्यक्ति की भूमिका होती है। जस्टिस गुप्ता ने कहा कि जब तक कोई कानून न तोड़े तोड़े, उसके पास हर अधिकार है।

जस्टिस गुप्ता ने यह भी कहा कि नागरिकों को साथ मिलकर प्रदर्शन करने का अधिकार है लेकिन शांतिपूर्ण तरीकेसे। उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा सही नहीं होती। हम सभी गलतियां करते हैं। सरकार को प्रदर्शन का दमन करने का अधिकार नहीं है जब तक प्रदर्शन हिंसक रूप अख्तियार न कर ले। सही मायने में वह देश आजाद है जहां अभिव्यक्ति की आजादी हो और कानून का शासन हो।

जस्टिस गुप्ता ने कहा कि किसी पार्टी को 51 फीसदी लोगों का समर्थन प्राप्त हो इसका यह मतलब नहीं कि बाकी 49 फीसदी लोगों को पांच वर्षों तक कुछ नहीं बोलना चाहिए। लोकतंत्र 100 फीसदी के लिए होता है। सरकार सभी के लिए होती है। लोकतंत्र में हर व्यक्ति की भूमिका होती है। जस्टिस गुप्ता ने कहा कि जब तक कोई कानून न तोड़े तोड़े, उसके पास हर अधिकार है।

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

अरे sir , दो शब्द इन जाहिलो के लिए भी तो बोले ,जो ये कर रहे है वो सही है। जहाँ जहाँ हिन्दू अल्पसंख्यक है वहाँ ये कार्य करके देखे ,और तक कोई हिन्दू के साथ नही होता

Bhosdi ke.... Kursi pr baithne vale abb desh bachaye gy

जज साहब इतने नादान नहीं है हम कि विरोध व देश विरोध का अन्तर नहीं समझ सकते। जो नहीं समझ पा रहे हैं उनकी कुछ मजबूरियां हो सकती हैं। ह

एक और सठियाया हुआ। सही नीति का विरोध करना क्या देश विरोध नही है। महीनों से सड़क बाधित करना देश विरोध नही है। ऐसे नासमझ न्यायाधीश ही देश नष्ट करते हैं।

YE BHI LAGTA HAI URBAN NAXAL KA CHUPA MEMBER HAI MULLO BE MATLAB KA VIRODH KARENGE TO USHE DESHDROH KI TARAH DEKHA JAYEGA HI YE DHARNA KIYUN KYA IN MULLO KO DESH SE BAHAR KIYA JAA RAHA HAI DHARNA HI DENA HAI TO ROAD JAAM KIYUN JANTAR MANTAR PAR JAKE DHARNA DO ROAD BLOCK KIYUN KIY

जज साहब का कहना बिलकुल सही है।

क्या मीलॉर्ड साहब... ये कौन लेवल का विरोध है

अबे भड़वो राष्ट्र विरोध नहीं तो और क्या है, जो विधेयक संसद से पास होकर कानून बन गया, अब उस कानून को ने मानना कौन सी श्रेणी में आयेगा बे

Inka Kya aarti utari jaye

फिर मीलार्ड जो हो रहा है वो क्या है?

विरोध मानव से होना है न की देश से कुछ लोग देश से विरोध रखते है देश को ही गाली देते है

Virodh road per na ho

Muslims are doing deshdrohita.

To kis tareh Lena chahiye.

Road khali kara do hame dhaene se kya lena dena😡😡

Lekin agar virodh hi desh ka ho to use kis najar se dekha Jana chahiye. Ek justice k shabd jb aam insano k lage to vichar karne layak hai.

पैर पकड कानून वापस ले क्या?नही ये हिन्दूओ की बात की कानून है। नही ये देस द्रोह है।

लोकतंत्र में लोगों द्वारा शांति पूर्वक विरोध करना लोकतंत्र के हित के लिए होता है। देश के सभी लोगों को मिल जुलकर एक साथ बहुमत से विरोध करना हितकर होता है।

चेसमा लगा के देखना चाहिए

सही है सरेआम पत्थरों और गोलियों से पुलिस और हिन्दुओं को मारा जाना चाहिए

जिस CAA से इनका कोई लेना देना नहीं है उसका ये लोग क्यू विरोध कर रहे है।

विरोध के नाम पर गोली चलना और जवान की हत्या कर देना इसको किस तरह से देखते है। जज है कृपया प्रवचन न दे। शांतिपूर्ण प्रदर्शन बोलकर जो दिल्ली में हो रहा सब देख रहे है कि विरोध है या आतंक।

लेकिन विरोध के नाम पर बम विस्फोट करो हत्या करो! बहुत अच्छे विचार है आपके... थू

मोदी सरकार यही कर रही है जो गलत है इस सरकार के खिलाफ जो बोलेगा वह देशद्रोही है उसके ऊपर तुरंत फर्जी मुकदमा दायर कर देती है दिल्ली पुलिस आज कल दिल्ली पुलिस खाकी नहीं खादी की बोली बोलती है जो नेता बोलते हैं वहीं दिल्ली पुलिस बोलती है

भले ही वो हिंसक विरोध हो!भई वाह!आप जस्टिस हैं?ग्रेट!

हमारे देश की न्यायपालिका वेवस लाचार हो गया है मूर्ख सासंद विधायक कानून बनाता है उसी पर अमल करना होता है अगर ऐसा नही है तो शिक्षा स्वास्थ्य भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का प्रयास क्यो नही करते है किरानी के लिए परीक्षा लेकिन शिक्षक का वहाली मुखिया जी द्वारा

sir आप अपने साथ कुछ vip, राजनीतिज्ञ लेकर कृपया एक दिन आम दिल्लीवासी की तरह बदरपुर से नोएडाकी यात्रा अवश्य करे,यह विनम्र निवेदन है, मेरा विचार है कि शायदआपकी राय बदल जाए,कुछ लोगो ने सड़क बंधक बनाकर गरीब नौकरी पेशा वालो को जो दुख दिया है आप भले ही न देखे ऊपरवाला अवश्य देखेगा। 🙏🙏

उपद्रव करना, छतो से पत्थर फेंकना, आग लगाना देशद्रोह है कि नहीं।

तो क्या इसे हम भाई चारे के प्रतीक समझे । एक बात समझ नही आता कि कोर्ट में जब सभी संविधान को मानते हुए इस एक्ट को लागू किया गया है ऐसा मान लिया गया है तो फिर इसका विरोध आसवैधानिक नही होगा क्या ओर वो भी दुरसरो को परेशान करके विरोध करना आप जज अपनी मेहनत से ही बने हो ना या फिर पैसे

तो देश में आग लगाने वालों की आरती उतारें, इन्हें देखकर समझ सकते हैं कि कैसे निर्भया के बलात्कारियों को फांसी नही हो रही, कैसे देशद्रोहियों को बिना सजा दिये छोड़ दिया जाता है, इन जैसे न्यायाधिशो ने अदालतों को कोठा बना दिया

ये जो दिल्ली में पत्थरबाजी हो रही हैं उसे कैसे देखें

लगे हाथ ये भी बता दो जो भारत को तोड़ने का - बढ़िया प्लान बनाए और लोगो में प्रचारित करे उसे देशद्रोह की श्रेणी में रखा जाय या नहीं

Des virodi nare lge tb Kya dekna chahiye

सावन के अन्धे को हरयाली ही दिखती हैं।

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

अलीगढ़ में CAA विरोधी प्रदर्शनकारियों और पुलिस की झड़प, टेंट लगाने की इजाजत को लेकर हंगामाCAA Protests: उत्तर प्रदेश के अलगीढ़ में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई है. शहर के दिल्ली गेट इलाके में पुलिस द्वारा टेंट लगाने की इजाजत नहीं देने के बाद प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया. इस इलाके में करीब एक महीने से नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है. दिल्ली पुलिस थोड़ा ही है यूपी पुलिस है। इनके तंबू में बंबू लगा देगी। ये डरे हूवे लोग है अलीगढ़ पुलिस पेलते रहिए
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

हिंदी देश में 'नेतागिरी' की भाषा, ट्रंप भी अपनाने को हुए मजबूरहिंदी देश में 'नेतागिरी' की भाषा, ट्रंप भी अपनाने को हुए मजबूर TrumpInIndia TrumpIndiaVisit narendramodi realDonaldTrump narendramodi realDonaldTrump Don't try to give people to debate on unnecessary topic, hindi or kannada , malayalam or sanskrit all are the indian language , we need to stop this nonsense, it used to devide us in many part .
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

फैक्ट चेक: ट्रंप की यात्रा के पहले मुंबई की झुग्गियों की तस्वीर गुजरात की बताकर वायरलफेसबुक पर एक साथ जोड़कर दो तस्वीरें वायरल हो रही हैं और इन तस्वीरों को गुजरात का बताया जा रहा है. इन तस्वीरों की सच्चाई जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर. KunduChayan sab se bada fake news chanel to india today he jo farzi vedio fake news chalake tukde tukde gang ko samarthan kartahe KunduChayan Ha sahi tho he desh ki hkikt
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 बजे मन की बात से देश को करेंगे संबोधितप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 11 बजे करेंगे 'मन की बात' NarendraModi MannKiBaat narendramodi PMOIndia narendramodi PMOIndia क्यों करते हैं बकवास ...! narendramodi PMOIndia कभी जनता के दुख की बात भी करेंगे । भड़वे अखवार narendramodi PMOIndia
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

Mann Ki Baat Live: पीएम मोदी बोले- हुनर हाट में दिखी देश की विविधिताMann ki baat 2020, live Pm Narendra Modi 62nd mann ki baat, Narendra Modi, Narendra Modi in mann ki baat ,नरेंद्र मोदी,मन की बात, | nation News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी किधर से ये फिगर लेकर आते है ।
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »

एक छोटे देश की मॉडल मेलानिया, कैसे बनीं सुपरपावर US की फर्स्ट लेडी - trending clicks AajTakदुनिया के सबसे ताकतवर शख्स अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया सोमवार को भारत के दो दिवसीय दौरे पर पहुंच WELCOME MR. DONALD TRUMP SIR, IN INDIA OUR NEW FRIEND 🙏 काल्पनिक भय❓❓ जब किसी व्यक्ति में भय समा जाए तो वह खतरनाक भय बढ़ता ही जाता है। यह भय एक ऐसा वायरस है जिसका कोई अंत नहीं है। एक भय कई आशंकाओं को जन्म देती है जो भयावह रूप ले लेती है । यही हाल CAA के विरोधियों में हो रहा है।इस भय का एक ही इलाज है तथ्य को समझें।👌 CAA का विरोध यानी हिंदुओं और सिखों को भारत आने नहीं देंगे। NRC का विरोध यानी 'रोहिंग्या' और घुसपैठियों को भारत से जाने नहीं देंगे। अगर मेरी बात कहीं गलत लगे तो मुझे करेक्ट करें 🙏 Jafrabad
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »