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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि देश का विभाजन कभी ना मिटने वाली वेदना है और विभाजन को निरस्त करके ही इस पीड़ा को मिटाया जा सकता है. उन्होंने कहा, "अगर हम एक मजबूत देश बनना चाहते हैं और दुनिया के कल्याण में योगदान देना चाहते हैं तो हिंदू समाज को क्षमतावान बनाना होगा. भारत के विभाजन की वेदना का समाधान, विभाजन को निरस्त करने में ही है."मोहन भागवत ने गुरुवार को कृष्णा नंद सागर की किताब 'विभाजनकालीन भारत के साक्षी' के विमोचन के दौरान ये बातें कहीं.
उन्होंने कहा, "ख़ून की नदियां ना बहें इसलिए ये प्रस्ताव स्वीकार किया गया और नहीं करते तो उससे कई गुना ख़ून उस समय बहा और आज तक बह रहा है. एक बात तो साफ़ है विभाजन का उपाय कोई उपाय नहीं था. ना उससे भारत सुखी है और ना इस्लाम के नाम पर विभाजन की मांग करने वाले लोग सुखी हैं.'' "ये विभाजन उस समय की वर्तमान परिस्थिति का जितना नतीजा है उससे ज़्यादा इस्लाम के आक्रमण और ब्रिटिशों के आक्रमण का मिलकर नतीजा है. इस्लाम के आक्रमण से पहले भी भारत में कई आक्रमण हुए लेकिन वो लूट कर चले गए या यहीं पर रच-बस गए."
Sirf Uttar Bharat mae sarkar focuss korega toe hum loog north east ka loog hindustan ka hissa nahi rahega . hindhuta is hum loog hindhu k lye rojgaar pahla sawal hY
Sir you are wrong in assessment. Due to partition 7.5 crore out 11 crore of Muslim population in India went to Pak otherwise their population in India would have been 50 crore against 20 crore now. During partition 1 lakh muslim & 50000 Hindu- Sikhs were killed.
Sar aap se jude log rashtravadi muslim s ko Pakistan bhejna chahti hi aap ko vibhajan ki vedna ho rhi hay doglepan ki hud ho gyii
यह कटु सत्य हैकि देश का विभाजन न मिटने वाली वेदना है जिसके जिम्मेदार कांग्रेस एव्ं जिन्ना है।अगर देशविभाजन न कियाजाता तो लाखो निर्दोष का कत्लेआम न होता और न ही लाखो परिवार उजड़ते।परंतु जिन्ना-नेहरु जैसे नेताओ की गलत नीतियों के कारण ही विभाजन हुआ जिसका दंश देश के पंजाबीयो ने झेला
यह बयान मोहन भागवत का व्यक्तिगत है वो क्या सोचते हैं क्या बोलते हैं क्या करते हैं उनकी मन की बात वही जाने,वह एक संगठन के मुखिया है इससे ज्यादा कुछ नहीं, बिना मतलब दिन भर उनकी बात को तवज्जो देना सही नहीं है,
हमेशा पीछे देखने की कोशिश , पुराने जख्मों को कुरेदना जो हुआ गलत हुआ पर आगे देखना चाहिए क्योंकि जो होना है होकर रहता है
भागवत जी विभाजन की वेदना कैसे मिटेगी शांती की भीख मांग कर अपने साठ लाख स्वयं सेवकों को भेजो सीमा पर भीख का कटोरा लेकर अगर नापाक को मिटाना है तो A K 56 लेकर भेजो सीमा पर आपस मे हिन्दूओं को लडाने वाले हिन्दूओं का सफाया करो पंडित जी विभाजन देखा है मैंने नौटंकी हो आप
India's suffering at the time of 26/11 should not be forgotten. It will go away when the partition of India is undone
Is dard se hum kabhi bahar nahi nikal sakte bahut badi virasat humse chuth gayi hai partition1947
Kyo partition ka syapa tum baar baar krte ho.
गांधी जी की हत्या के बारे में भी कभी बोल दो जी
और मुफ्त में मिली आरएसएस को आजादी न चुका पाने वाली कर्ज है।
विभाजन रोकने के लिए RSS ओर हिन्दू महासभा ने क्या किया था ? सिवाय गांधी को जिम्मेदार मान गोडसे द्वार उनकि हत्या करने को मौन सहमती देने के । कोई इतिहासकार कुछ तो बताए कि इन लोगो ओर इनके संगठन ने भारत को खंडित होने से बचाने के लिए क्या किया ? जो अब ये विभाजन का मातम मना रहे हे ।
देश में विभाजन न मिटने वाली वेदना है: आईना
Feku hai
चुनाव में ऐसे भाषण जरूरी है देश को बर्बाद करने के लिए मेहनत करनी पड़ती है
क्यों नहीं किया अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध और अपने हिसाब से देश चलाना था... 😡
अंध भक्तों की मौसी
यह बात स्वयं एक विभाजनकारी सोच वाला व्यक्ति बोल रहा है।
संघ की अंग्रेजों के लिए की गई दलाली ना मिटने वाली वेदना है
दोबारा प्रयास से फिर दोनों देशों को एक कर लो भागवत थी ।
भूतकाल में चलें जाने की बिमारी है का यहां वर्तमान में चारों और अंधेरा छाया हुआ है
आरएसएस की यही मंशा थी, इतिहास देखो, और आज भी आरएसएस जो कर रहा है कोई देश को जोड़ने वाला काम नही है विभाजित करने वाला ही है
Ye besharm log aaj bhi 70 saal peeche jee rhe hai sirf election ke liye
इन्होंने देश जोड़ने का काम कभी किया ही नहीं हमेशा लोगों को धर्म के नाम पर बढ़ते रहते हैं अपने चंद स्वार्थ के लिए
Pata nahi sahi ya galat. Kya muslim league ka power main hona sahi hota?
ये पुरानी बातों को दुहराकर वेदना पैदा करते हैं। पता नहीं आजादी और विभाजन के समय कहाँ थे। अचानक सामने आकर वेदना गीत गाने लगे। ऐसे ही लोग हमारे देश के सबसे बड़े बोझ हैं।
इसकी कसूरवार हिन्दू महासभा और मुस्लिम लीग ही थी ! आज की वेदना बेतहाशा महंगाई, बेरोजगारी और सरकारी दमन है
DrMohanBhagwat ji mujhe ye janana hai ki desh ka vibhajan kis se pooch kar kar diya gya tha wo zameen pe desk k har niwasi ka adhikaar tha, satta k lalchiyon ne apne fayade k liye vibhajan kar diya ab use bapas kon layega or kyon aise logon ka bahiskaar nhi hua aaj tak.
विभाजन में भी तुम जैसे लोगों का ही हाथ है फिर उसी रास्ते पर देश को ले जा रहे हो जाति धर्म में बांटकर
वेदना को याद दिलाना क्या वेदना पैदा करना नहीं है।
Inka kaam hai election Ke time Pe faltu Ka siyapa karna and desh ko behkana Yeh aise kaam mai successful hote hamesha
पहले आपके अनुयायियों को समझना चाहिए। सबसे ज्यादा नफरत तो RSS के दिलों दिमाग में घुसा पड़ा है। पहले इंसान बनना सिखाओ महाराज 🙏
RSS सबसे बड़ी मुसीबत है
Walrus
अभी वर्तमान की स्थिति क्या है
Jitna hai utna sambhal nahi paa rahe hein aur population badha kar ye RSScals viswaguru ban jate.
rashtrapatibhvn narendramodi RSSorg BJP4India BJPLive INCIndia And main culprits are politicianbeggars,working overtime in the country to achieve it.
मोदी सरकार से कहो वापिस बांटने की साज़िशें न करे एक बार बंटने का दर्द नहीं गया है
R.s.s.ओर भारतीय मुसलमान हिंदुस्तान के लिए एड्स से भी बड़ा खतरा बन चुका है
आज आपके सोच की सरकार है और खुले आम उन लोगों को देशद्रोही कहा ओर मोबलिनचिंग की आड़ में हत्या की जा रही है ये वो ही लोग है जिन्होंने हिन्दुओं पर भरोसा किया और हिंदुस्तान के वफादार रहे पर आप लोगों ने उनसे वफादारी नही की ओर दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया क्यों ये सब आप की नौटंकी है
उत्तर प्रदेश चुनाव के मद्देनजर हिंदुओं को मूर्ख बनाने के लिए मोहन भागवत ने फिर नाटक शुरू कर दिया है
और जिनको विभाजन चाहिए था वह देश पर कलंक है l
ये लोगों के बीच नफरत की बू फैलाने वाला बयानबाजी कर रहे हैं😃
वर्ष 1925 में आर एस एस नामक एक संगठन की शुरुआत हुई ,देश के लिये यह भी कम वेदना भरी बात नही रही भागवत जी। देश आज जिस झूठ, पाखंड, नफरत भरे माहौल का सामना आज कर रहा है उसका जिम्मेदार यही संगठन है।
campus जूते वाली कंपनी ने अपनी नियत दिखा दी अब आप अपनी हिम्मत दिखाइए। तिरंगे का अपमान स्वीकार्य नहीं। जय हिंद। DrKumarVishwas PragyaLive DainikBhaskar AmitShah
यह बात धीरे-धीरे सही साबित होती जा रही है कि RSS गाँधी को खलनायक बनाकर गोडसे को नायक बनाना चाहती है। 😐
विभाजन से भी दुख दिया है कि जिस धर्म को आधार बनाकर इस देश का विभाजन हुआ उस धर्म को भी इस स्वतंत्र भारत में बराबर की जगह दे दी गई ताकि फिर एक और विभाजन का खतरा बना रहे पता नहीं कितने मूर्ख थे यह संविधान बनाने वाले
क्यों न विभाजन को समाप्त कर फिर से एक हो जाएं।
पुराने जख्म कुरेद कर वोट हासिल करने की राजनीति की जा रही है
चुनाव आते ही चुत्या बनाना चालू हो जाता है. 😡
Tujhse kisne pucha bsdk..apna kam karna lodu
सर सत्ता आपको विभाजन का भजन गाने के लिए नहीं दी है भारत के लोगों ने. पहले तिब्बत लाओ फिर पाकिस्तान का भजन गाओ.
गोडसे ने महात्मा गांधी को भारत से सभी मुसलमानो को पाकिस्तान भेजने के लिए हत्या किया था तो देश का विभाजन किसने करवाया था नफ़रत फैला कर वहीं नफ़रत आज आरएसएस फ़िर फैला रहा है
Kya fayeda 'vidhva' ki tarah rone se.. ?
एक मंजे और उम्दा कलाकार नजर आते हैं भागवत..! इनकी करनी और कथनी का सत्य यें हैं की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आजादी के 55 सालों तक अपने मुख्यालय में तिरंगा नहीं फहराया था..!! 'गिरगिटों ने आत्महत्या कर ली हैं.. भागवत को रंगों बदलता देख..!!
बटवारे को हवा किसने दी ये भी बताओ
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