दुनिया में सात करोड़ लोग बेघर भटक रहे हैं | DW | 19.06.2019

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संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर का कहना है कि पिछले साल 20 लाख लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. UnitedNations Migration homeless UNHCR Refugees Venezuela

संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर का कहना है कि पिछले साल 20 लाख लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. इस तरह दुनिया भर में बेघर लोगों की तादाद 7.08 करोड़ हो गई है. इस आंकड़े में शरणार्थी, शरण का आवेदन करने वाले और आंतरिक रूप से बेघर लोग भी शामिल हैं. यह आंकड़ा 2018 के आखिर तक का है.

उन्होंने कहा,"यह बात सही है कि नए संकट पैदा हो रहे हैं, नई परिस्थितियां शरणार्थियों को पैदा कर रही हैं...लेकिन हम तो पुराने संकटों को भी नहीं सुलझा पाए हैं. जरा सोचिए कौन सा आखिरी संकट है जो हमने सुलझाया हो."ये लोग बोस्निया हर्जगोविना से क्रोएशिया जा रहे हैं. बोस्निया हर्जगोविना की आर्थिक हालत खस्ता है. वहीं क्रोएशिया यूरोपीय संघ का हिस्सा है. बेहतर भविष्य की तलाश में लोग कड़ाके की सर्दी में मीलों पैदल चलकर बॉर्डर पार करने की कोशिश करते हैं.

इस बीच, शरण का आवेदन देने वाले लोगों में लगभग 20 प्रतिशत वेनेजुएला के हैं जहां से लोग राजनीतिक और आर्थिक संकट की वजह से भागने में ही भलाई समझ रहे हैं. यूएनएचसीआर के मुताबिक शरण का आवेदन करने वाले वेनेजुएला के लोगों की संख्या 3.4 लाख है. यह संख्या और ज्यादा हो सकती है क्योंकि वेनेजुएला के संकट की सही से रिपोर्टिंग नहीं हो रही है.

 

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