दिल्ली के मौजपुर में रविवार को नागरिकता संशोधन क़ानून यानी सीएए के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों और सीएए का समर्थन कर रहे लोगों के बीच पत्थरबाजी हुई.
ये वो लोग थे जो सीएए का विरोध कर रहे लोगों के 'विरोध' में सड़क पर उतरे थे. उनके मुताबिक़,"जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं उन्हें इन क़ानून के बारे में पूरी जानकारी नहीं है और वे सिर्फ़ विरोध करने के लिए विरोध कर रहे हैं."बीबीसी से बात करते हुए इन्हीं में से एक शख़्स ने आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उन्होंने गुट बना रखे हैं. बोरियों में पत्थर भर रखा है.
प्रदर्शन में शामिल एक महिला ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बीबीसी से कहा,"बहुत सीधी सी बात है. हम मेट्रो स्टेशन के नीचे इसलिए हैं ताकि सरकार को दिखाई दे. हम अभी तक शांति से प्रदर्शन कर रहे थे तो किसी ने पूछा नहीं इसलिए हम यहां जमा हुए हैं ताकि दिखाई दे और सुनाई भी दे." ये सीएए के समर्थन में नारे लग रहे थे. इस प्रदर्शन में औरतों की गिनती बेशक कम थीं लेकिन उन्होंने बात करने में कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई.
वहां मौजूद लोगों का कहना था"ये जाफ़राबाद है और अगर किसी को लगता है कि वो इसे शाहीन बाग़ बना लेगा तो ऐसा बिल्कुल नहीं होने वाला."दिल्ली के कनॉट प्लेस से जाफ़राबाद पहुंचने में 30 से 40 मिनट का वक़्त लगता है लेकिन ये दूरी चार घंटे में तय की. वो भी किसी से लिफ़्ट मांगकर तो कुछ किलोमीटर पैदल चलकर. वहीं एक महिला ने गु्स्से में कहा,"जाम लगता है तो लगने दो, जनता को परेशानी होती है होने दो. जब ये सब सरकार देखेगी तभी उसे हमारी परेशानी समझ आएगी. तभी उस पर दबाव बनेगा."
यह तो वही बात हो गई जैसे महंगाई का विरोध करने वालों और महंगाई का समर्थन करने वालों के बीच लड़ाई हुई
baranwal1956 As per leftist
Yai tou hona he tha
जब तक शाहीन बाग के लोग गिरफ्तार नहीं हो जाते
जाफ़राबाद के मुसलमानों ने रात में मेन रोड पर कब्जा कर लिया और ट्रैफिक ब्लाक कर दिया सुबह हिन्दुओं ने मौजपुर में सड़क खुलवाने के लिए प्रदर्शन शुरू कर दिया अचानक मुस्लिमों ने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए जवाब में उन्हीं के फेंके हुए पत्थरों से हिन्दुओं ने जवाब देना शुरू कर दिया ।
दिल्ली के कपिल मिश्रा, वारिस पठान और गिरिराज सिंह दोनों और गोदी मीडिया मिलकर बिहार चुनाव का नक्शा खींचना शुरू कर दिया है देखना ये है की बिहार की जनता कितना बुद्धिमान है
मौजपुर रेड लाइट पर कपिल मिश्रा के नेतृत्व में पत्थर बाज़ी हुई है
Shaheen baag walo ke man ki ho gayi aur kya chahiye.
इस टकराव के दोषी मिश्रा को दिल्ली पुलिस कब गिरफ्तार कर रही है जो सरेआम पुलिस के सामने धमकी भरा बात कर रहे हैं ArrestKapilMishra DelhiPolice
समर्थकों या नी कोन बीजेपी और आरएसएस के लॉन्डे है। पब्लिक सब जानती है
संवैधानिक आंदोलन में रुकावट पैदा करने की कोशिश करने वालों का बंदोबस्त पुलिस करें! अगर पुलिस नहीं करती है तो आंदोलनकारी ने इनको रोकना चाहिए, जैसे संभव हो....
Ab to 100 cr walo ko hi rashta khulwana padega nahi to Allah Allah karna padega desh ke Hinduo ko sochna padga
बहोत खूब । सराहनीय ।। जो ये चाह रहे थे वही हो रहा है । आपस मे लड़ो मरो ।। गृह युद्ध की तरह
बकरी की मां कब तक खैर मनाएगी। मुल्लों को यही पता नहीं कि वो CAA पर विरोध किस चीज का कर रहे हैं। पाकिस्तान के लिए प्रोक्सी युद्ध लड रहे हैं।
क्या टकराव की स्थिति भी सरकार की रणनिती है?
ArrestKapilMishra
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