हिंदू और मुसलमान समुदायों के बीच फ़रवरी में राजधानी दिल्ली में हुए दंगों की हिंसा से किस समुदाय को ज़्यादा नुकसान हुआ, उन्हें किसने भड़काया, इसमें राजनीतिक नेताओं की क्या भूमिका थी और पुलिस का रवैया कैसा था- इन्हीं सवालों की पड़ताल के लिए ग़ैर-सरकारी फ़ैक्ट-फ़ाइंडिंग कमेटियां बनीं.'सेंटर फॉर जस्टिस' नाम के एक ट्रस्ट ने अपनी रिपोर्ट 'डैली रायट्स: कॉन्सपिरेसी अनरैवल्ड' गृह मंत्री अमित शाह को मई में सौंपी और दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग की रिपोर्ट जुलाई में प्रकाशित की गई.
वहीं दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने 20 इलाकों में 400 स्थानीय लोगों से जानकारी लेने के लिए विस्तृत फॉर्म भरवाए, जिनमें से क़रीब 50 पीड़ितों के बयान छापे गए हैं. इनमें से सिर्फ़ एक हिंदू है. शिव विहार के डीआरपी कॉनवेन्ट पब्लिक स्कूल में आग लगा दी गई और सारा फर्नीचर बाहर निकालकर जला दिया गया. इसके लिए राजधानी पब्लिक स्कूल की ऊंची इमारत के इस्तेमाल के दावा किया गया.बृजपुरी में अरुण मॉडर्न स्कूल पर भीड़ के हमला करने और आगज़नी का विवरण है. इस स्कूल के मालिक भी हिंदू हैं.दूसरी रिपोर्ट
साथ ही रिपोर्ट में ये कहा गया है कि न ही किसी मंदिर को नुक़सान की जानकारी मिली और न ही मुस्लिम बहुल इलाकों में स्थित मदिरों का खुद दौरा करने पर ऐसा पाया गया. दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग की रिपोर्ट में दंगों की पूरी मियाद यानी 24 से 26 फरवरी के दौरान हुई हिंसा का उल्लेख है यानी मुसलमानों पर हमले पूरे दंगे के दौरान हुए.
मिसाल के तौर पर यमुना विहार में मुसलमानों के स्कूल, जैसे फ़हान इंटरनेशनल स्कूल को 24 फ़रवरी को बंद कर दिया गया था और बाक़ी स्कूलों में मुसलमान परिवारों ने अपने बच्चे उस दिन या तो भेजे नहीं या 11 बजे से पहले ही वापस बुला लिए.इसी तरह से एक जगह जहां बैंक मैनेजर मुसलमान थे, उन्होंने ब्रांच बंद कर दी और घरों में काम करने वाली मुसलमान औरतें 24 तारीख को काम पर नहीं आईं.
सीएफ़जे की रिपोर्ट में पीड़ितों ने पीसीआर कॉल न लगने, पुलिस के बहुत कम संख्या में मौजूद होने और मदद के लिए कहने पर भी 'कार्रवाई करने के ऑर्डर नहीं हैं' जैसे जवाब मिलने की बात कही है. रिपोर्ट में पुलिस के हाथों पाँच मुसलमानों के पीटे जाने के वीडियो का भी ज़िक्र है जिन्हें पुलिस"भारत माता की जय" बोलने और"जन गण मन" गाने को कह रही है. इनमें से एक व्यक्ति की मौत पिटाई की वजह से हो गई और बाक़ियों को गंभीर चोटें आईं.
रिपोर्ट में क़ानून का विरोध करने वाले छात्र संगठनों, जैसे पिंजरा तोड़, जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी इत्यादि को वो 'रैडिकल' क़रार देती है. इनमें केरल के विवादित संगठन पॉपुलर फ़्रंट ऑफ़ इंडिया का भी उल्लेख है.एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए लिखा गया है कि सीएए विरोधी प्रदर्शनों के लिए वित्तीय सहायता पीएफ़आई की तरफ़ से दी गई. पीएफ़आई के तार आतंकवादी संगठन, आइसिस से जुड़े होने का दावा भी किया गया है. ये दोनों दावे मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से किए गए हैं.
realshahid_khan दिल्ली दंगे में दिल्ली पुलिस ने दंगाइयों का पूरा पूरा साथ दिया और सबसे ज्यादा नुकसान वहां मुसलमानों का हुआ सबसे ज्यादा मुसलमान मरे और कई मस्जिदे कई मदरसे जला दिया गया और दिल्ली पुलिस दंगे की जांच करने के बजाय caa विरोधियों को उठा उठा कर जेल में डाल रही है
पाकिस्तान अफगाणिस्तान लॅबोनॉन सिरिया म्यानमार बांगला देश सभी जगह सिर्फ हिंसा
सबूत मिल गया तो अपने अपने चस्मे••••
बीबीसी एक मुसलमान चैनल है , इसका मुख्य दफ्तर लंदन में है , लंदन में अब मुल्सिम शरणार्थी का कब्ज़ा है वहां का मेयर भी मुसलमान है , बीबीसी का काम भारत में हिन्दू मुसलमान करना , दंगे करवाना , संसार में भारत की छवि धूमिल करना है
BBCsarika Ap ka thanks jo yeh news ap dekhre ho wrna aj kal media ko kuch dekh hi nahi raha hai .. thanks sarika jii
BBCsarika I am Sikh Hamme b dukh hai 1984 Sikh riots But Hamme sikhaye Gaya hai ..nafrt mat Rakho kissi k dharam k bare main .bas langar lagao Garebo Ko Khana khilao but aaj Dekh Raha hu. Hindu Muslim bhaiyo k bich . buhat nafrat pedda ho gayi hai ...this very sad😥Right mam BBCsarika
BBCsarika i am Sikh... buhat dukh hai hammeb.1984 nevar forget Delhi riots But hamare Dil main ekk he ABB Baat hai...hum langar lagaye ge...becose India main buhat gareebi hai. lekin hamare Hindu Muslim mano main itna jehar barr gya hai ..this very sad...
BBCsarika Why do this ☹️
BBCsarika Bina make up ke BBC Hindi mein dikh jaya kar.. Seene se le kar muh tak make up se rangthi hai
BBCsarika Hii
BBC तेरे चश्मे से क्या दिख रहा है तू कभी साफ नही करता '?' का सहारा लेता है बस🤓🤓🤓🤓🤓
Bhartiya danga party ne sab karwaya
divyaconnects 👌
सच यही है कि पूर्वनियोजित तरीके से भारत की छवि को खराब करने और मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए ये दंगे किये गए। अनुमान यह नही रहा होगा कि मामला इस कदर बढ़ जाएगा।
हमारे पास अपने चश्मे नही सबूत हैं विडियो जिसमें सब साफ़ नज़र आ रहा है और सामने वाले पक्ष में पास सिर्फ़ कहानियाँ हैं उससे ज़्यादा कुछ नही। इंसाफ़ सबूत के आधार पर होता है मगर हमारे यहाँ नही यहाँ तो विडियो में ख़ुद दंगाई कहता है मारो मुल्लों को पुलिस अपने साथ है
Apne apne country apna apna propaganda
ये ही तो कमाल है- जिसको जिससे पैसा मिला वो उस तरफ का हो गया | सच्चाई_जाये_भाड़_खाते_में कल ही एक खबर आई थी- पिता-पुत्र एक महिला की हत्या में जेल में बंद..... महिला जिंदा मिली|
Leader & Media man will prove a real Diety/ Greatman of Indian Democracy like Dr. BR Ambedkar & Manyvar Kanshiram who raise the issues of 1.Ballot Paper Voting. 2.1 Nation 1VOTER Card, 3. Linking Vote to UID/ADHAR 4.Current Census based Representation as in panworld
जिस दिन दंगाइयों को पार्टी,जाति, इन चश्मों से इतर देखकर सिर्फ सिरफिरे राष्ट्र-द्रोही के रूप में देखा जायेगा उस दिन किसी की दंगों को साम्प्रदायिक ईंधन देने की हिम्मत भी नहीं होगी। राष्ट्रीय संपत्ति का सर्वाधिक नुकसान दंगों में होता है। तभी तो देश में विकास कार्य गति नहीं करते🕊🇮🇳
भारत_कोई_धर्मशाला नहीं है 👍 अपने कागज ढ़ूढ के रखो मोटा भाई बहुत जल्द nrc_bill लाने वाला है👍 बहुत समय मल चुका है कागज ढ़ूंढने का👍 india_support_caa_nrc 👍 भारत_माता_की_जय 👍
53 log mare gye 19 masjid madarse barbaad kiye gye laikin phir bhi muslim ka naam badnaam kiya jata ye doglapan nahi to or kya hai 😭😭
Neta ladwate h garib log marte h 👎👎👎👎😠😠😠😠😠😠
दुख सूख की अलग कहानी दुःख खुद के बड़े और सुख दूसरों के
Right
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