वित्त मंत्रालय की ओर से बैंकों के हालिया विलय के फैसले के विरोध में बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की यूनियन्स ने कमर कस ली है. विलय के खिलाफ 20 सितंबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन होगा, जिसमें देश भर से अधिकारी और कर्मचारी हिस्सा लेंगे.
ऑल पब्लिक सेक्टर बैंक ऑफिसर्स एंड एम्पलॉइज यूनियन की अम्ब्रेला बॉडी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ने 20 सितंबर को धरने का आह्वान कर रखा है. AIBOC के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव रविंद्र गुप्ता ने इंडिया टुडे को बताया, ‘हम उम्मीद कर रहे हैं कि पूरे देश के कोने-कोने से हमारे साथी राजधानी में होने वाले बड़े विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लेने आएंगे, जिससे हमारी आवाज सरकार तक पहुंच सके.’
गुप्ता ने कहा कि 20 सितंबर को धरने का मुख्य एजेंडा इस महीने के आखिर में होने वाली दो दिन की हड़ताल के लिए यूनियन को प्रेरित करना है. AIBOC के दिल्ली यूनिट के कार्यकारी अध्यक्ष पंकज कपूर ने दावा किया कि बैंकों के विलय का सरकार ने जो फैसला किया है, वो अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रभावित करेगा. कपूर ने कहा, ‘विलय से बड़े पैमाने पर छंटनी, अधिकारियों का प्रमोशन प्रभावित होगा. साथ ही ऐसे बैंकों के कर्मचारियों को दूसरे ग्रेड के स्टाफ की तरह समझा जाएगा और प्राइम पोस्टिंग से दूर रखा जाएगा.
कपूर ने कहा, ‘हड़ताल के आह्वान के बाद सरकार ने त्वरित ढंग से IBA की बैठक बुलाई, जिससे हमारे मुद्दों को देखा जा सके. इसके अलावा चीफ लेबर कमिश्नर भी 19 सितंबर को यूनियन से मिलने वाले हैं. लेकिन हम ऐसी बैठकों के नतीजों को लेकर ज्यादा आशावान नहीं हैं. AIBOC के करीब 3.25 लाख बैंक अधिकारी और अन्य तीन यूनियन के करीब 70 हजार अधिकारी हड़ताल में हिस्सा लेंगे. महीने के आखिर में होने वाली हड़ताल से बैंक गतिविधियां बाधित होने की संभावना है. 26-27 सितंबर को दो दिन की हड़ताल के बाद शनिवार-रविवार को साप्ताहिक अवकाश होगा. ऐसे में 4 दिन तक बहुत कम बैंक गतिविधि हो सकेंगी. ऐसे में चेक क्लीयरेंस, नकदी के डिपॉजिट-निकासी के अलावा बैंकों की शाखाओं और एटीएम की अन्य सेवाएं भी प्रभावित होंगी.
patelanandk जो भी सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर जाएं उन्हें चेतावनी के बाद सीधे बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए। देश में अनेकों बेरोजगार कतार में खड़े हैं। केवल निकम्में लोग ही देश के बजाय निजी हित को केंद्रित करके कार्य करते हैं।
patelanandk New people ki service do in ka nikalo vase work konsa dag se kar rahe hai payment nikalne ke liya kitna time laga the or tho phone pe jada baat karte hai....
patelanandk ये सब याद राख कर मोदी सरकार को वोट ना देना का भी विरोध करे
patelanandk Bas hadtaal karo, kaam dham to karna nahi hai.
patelanandk Sirf tweet karte hi hai ya tweet padhte bhi hai ya phir bade bade logo ka tweet hi padhte hai,pichhle Kai Dino se webankers aapko tweet kar rhe hai mila nhi ya ignore Kiya Bankers strike is not for bank merger,the main issue is pending payment settlement CPC
patelanandk Banko ka vilay Sahi kam hai
patelanandk आपसभी मेरेसाथ पूरीताकतसे एकसाथ बोलिए भारतमाता की जय,,,भारतमाता की जय !!! भारतमाता की जय,,, भारतमाता की जय!!! वंदेमातरम,,वंदेमातरम,,वंदेमातरम,,वंदेमातरम. जयश्रीराम,,जयश्रीराम,,जयश्रीराम,,जयश्रीराम. मोदी मोदी मोदी मोदी मोदी मोदी मोदी !!
patelanandk बैंकों के कमीशनखोर कर्मचारियों का भी कुछ इलाज होना चाहिए
patelanandk बैंको के विलय की अपार सफलता के बाद मोदीसरकार को गोदीमीडिया चैनलों के विलय पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए !! हर चैनल पर सुबह शाम पाकिस्तान-२ करने से अच्छा है कि सभी चैनलों के विलय करने के बाद एक ही चैनल से पाकिस्तान-२ हो दिनरात ,सुबहोशाम
patelanandk और करो मोदी मोदी।। कटोरा हाथ मे लेकर भीख न मांगना पड़ जाए तो कहना।
patelanandk Vote diya bjp ko then have to watch kya kya hota hai.
patelanandk जब बैक लुट रहे थे तब चुप्पी क्यो
patelanandk Bina kaam ke paise chahiye in chooooo logo ko ..ghanta na milna kuch ...
patelanandk Baith kr khane ki adat ho gayi thi sabko.. ab kaam krna padega toh dharna denge hi.... Jai Ho Modi Ji 🇮🇳🇮🇳
patelanandk कोई मतलब नहीं है !
patelanandk बिकाऊमीडिया की इतनी औकात कहा जो उस दिन ये खबर दिखा सके
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