ड्रैगन फ्रूट उर्फ़ ‘कमलम’ को कितना जानते हैं, इसकी उपज कहाँ होती है? - BBC News हिंदी

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‘कमलम’: ड्रैगन फ्रूट के बारे में कितना जानते हैं आप, भारत में इसकी उपज कहाँ होती है?

उन्होंने बताया, "इस बार मैंने ड्रैगन फ्रूट के 560 पौधे लगाए. उनमें फूल आ गए हैं. आम तौर पर इन्हें मई-जून में लगाया जाता है. लेकिन इस बार मैंने प्रयोग करते हुए शीत ऋतु में इसे उगाया है."

ख़ास बात यह है कि ड्रैगन फ्रूट की खेती में ज़्यादा श्रम की ज़रूरत नहीं होती है और कीटनाशक के लिए भी ज़्यादा ख़र्च नहीं करना होता है. उनके मुताबिक़ अगर निवेश करने के लिए पैसा हो और सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो तो ड्रैगन फ्रूट की खेती काफ़ी फ़ायदेमंद है.ड्रैगन फ्रूट के नाम बदले जाने पर जीवराज भाई ने कहा कि सरकार नाम बदलने के साथ अनुदान मुहैया कराती तो किसानों के लिए उत्पादन लागत कम हो जाती और इसकी खेती ज़्यादा फ़ायदेमंद होती.

उनके मुताबिक़ ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले किसानों को 250 रुपये प्रति किलोग्राम की दर मिल जाती है. धर्मेश लाड के मुताबिक़, इसकी खेती में ज़्यादा निवेश की ज़रूरत होती है, लेकिन तीन साल तक खेती करने पर निवेश जितनी आमदनी हो जाती है. ड्रैगन फ्रूट पथरीली ज़मीन पर भी उगाया जा सकता है. ड्रैगन फ्रूट के उत्पादन में गुजरात का कच्छ इलाक़ा अग्रणी है. कच्छ के केरा बाल्दिया इलाक़े में भरत भाई रागवानी ने दो एकड़ ज़मीन में ड्रैगन फ्रूट के 900 पौधे लगाए हैं. 42 साल के भरत भाई अहमदाबाद में कई सालों तक कंप्यूटर की दुकान चलाते थे लेकिन वे 2014 में कच्छ के इलाक़े में लौट आए. खेती में उनकी दिलचस्पी थी और वे ड्रैगन फ्रूट उगाने लगे.उनका कहना है कि ड्रैगन फ्रूट की खेती वैसी किसी भी ज़मीन पर हो सकती है जहां बाढ़ की स्थिति नहीं बनती हो. यहाँ तक कि पथरीली ज़मीन पर भी इसकी खेती हो सकती है.

गुजरात के कई किसान, ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में जानने के लिए पुणे जाकर अध्ययन करते हैं. इसके अलावा लोग इंटरनेट के ज़रिए जानकारी जुटाकर प्रयोग करते हैं. ड्रैगन फ्रूट को लंबे समय से भारतीय ही माना जाता रहा था. पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' में कच्छ के ड्रैगन फ्रूट उपजाने वाले किसानों की प्रशंसा की थी. कच्छ का इलाक़ा एक समय रेगिस्तानी इलाके के तौर पर जाना था लेकिन यहाँ के किसानों ने प्रयोग करके कई तरह के फलों का उत्पादन शुरू किया है.

 

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गुजरात सरकार द्वारा ड्रैगन फ्रूट का नाम बदलकर कमलम करने के बाद अंधभक्तों द्वारा सुझाए गए विचाराधीन नामों की सूची !! याद कर लें, कल को कोई फल वाला आवाज लगाते मिले तो झगड़ा ना करें। 👇

it’s only dragon fruit,kamalam for bjp

Kamal Harris is zayada kon jaanta hoga Kamlam ke bare me...🙊🙊

ये फ्रुट ज्यादातर अमरिका में पाया जाता है भारत का पता नहीं है ये फ्रुट मैंने खाया है ये काट कर तरबूज की तरह दो पीस बनाने के बादआसानी से चम्मच से खाया जा सकता है इसके अन्दर कलून्जी की तरह ब्लेक दाने होते है ये बिल्कुल प्याले में डाले हुए हलवे की तरह एक दम आसानी से खाया जा सकता है

It can be used to give a befitting reply to China Ladakh ArunachalPradesh enchrochment

Mera naam aaj se dregon rhega

टैगोर सी दाढी, नेहरू सा पैजाम, राजीव जैसी शाल, आखीर बहुरुपिये तुम बनना क्या चाहते आसाराम, या राम रहिम !?

This is finally there now for people to know.

नाम तो दूसरा रख लेते? फ्रूट नहीं फूल लगे हैं ये तो!

अपलम, चपलम,कमलम। है भगवन 🤣🤣🤣😜

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