डेढ़ लाख रुपये किलो वाले मशरूम का गुजरात में हुआ उत्पादन, जानें क्या है इसकी खासियत?

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 64 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 29%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

डेढ़ लाख रुपये किलो वाले मशरूम का गुजरात में हुआ उत्पादन, जानें क्या है इसकी खासियत? यहां पढ़ें: ATCard Gujarat Mushroom Farming RE

भारत से लेकर चीन, जापान, इटली तक मशरूम काफी लोकप्रिय फूड आइटम है. अब गुजरात में मशरूम की एक नई प्र​जाति के उत्पादन में सफलता मिली है, जिसकी कीमत 1.50 लाख रुपये किलो है.

Cordyceps Militaris कहलाने वाले इस मशरूम का दवाओं में भी इस्तेमाल होता है. यह तिब्बती और चीनी हर्बल चिकित्सा का हिस्सा रहा है.भारत के लिए यह अच्छी खबर है कि गुजरात इंस्टीट्यूट ऑफ डेजर्ट इकोलॉजी के वैज्ञानिकों ने कच्छ में इसका उत्पादन करने में सफलता हासिल कर ली है. इस मशरूम का उत्पादन काफी नियंत्रित वातावरण में एक प्रयोगशाला में 35 जार में किया गया. 90 दिन यानी करीब तीन महीने में इसका 350 ग्राम उत्पादन हुआ.

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, वैज्ञानिकों को पता लगा है कि यह मशरूम ब्रेस्ट कैंसर जैसी कई बीमारियों के उपचार में उपयोगी हो सकता है. अब साइंटिस्ट प्रयोगशाला में उद्यमियों को लाकर इसके उत्पादन का प्रशिक्षण देने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए उनसे मामूली फीस ली जाएगी.GUIDE के डायरेक्टर वी. विजय कुमार ने अखबार को बताया कि इस मशरूम की सेहत संबंधी खूबियों को देखते हुए इसे हिमालयन गोल्ड भी कहा जाता है. GUIDE ने मनुष्यों पर इसके क्लीनिकल ट्रायल के लिए इजाजत मांगी है.

cordyceps militaris मशरूम एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-वायरल, एंटी-डायबेटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैसर, एंटी-ट्यूमर, एंटी-​फाइब्रोटिक, एंटी-एचआईवी, एंटी-मलेरिया, एंटी-फटीग प्रॉपर्टीज हैं. यानी इसको खाते रहने से ऐसी कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है. इसे फेफड़ों की सुरक्षा, गंभीर ब्रोंकाइटिस के उपचार, किडनी की समस्या को दूर करने आदि में भी मददगार पाया गया है.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Modi ne apne liye kheti ki hogi sunaa hae bahot Shaok hae Bademiya ko Mashroom khane ka,,

Ye modi ji wala hai kya ...! 😂

एक ही के बारे में सुना है जो यूज़ करते हैं बाकि कोई इसे खरीदेगा मुझे तो नहीं लगता।

एक ही बात कितना बार ट्वीट करेगा अब कल सुबह करना

gaumutr se uga rhe ho?

Yeh wahi wala hai na jo saheb bideah se mangwatey hain nastey mn khane k ly? Chalo kam se kam iss mamley mn bharat ' atmanirbhar ' huwa😁😁

मोदीजी को तो कुछ सस्ती देना🙏🙏🙏🙏🤣🤣🤣🤣

हमारे गधे को दे दो थोड़ा शायद थोड़ा सुधार जाये

narendramodi

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

Cyclone Tauktae: चक्रवात ताउते का उत्तर भारत में असर, कई राज्यों में भारी बारिश का अनुमानआईएमडी ने बताया कि अगले दो दिन में दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश होने का
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

कोविशील्ड पर भरोसा: विदेश यात्रा करने वाले भारतीयों के पास नहीं है इस टीके का विकल्पकोविशील्ड पर भरोसा: विदेश यात्रा करने वाले भारतीयों के पास नहीं है इस टीके का विकल्प LadengeCoronaSe Coronavirus Covid19 CoronaVaccine OxygenCrisis OxygenShortage PMOIndia MoHFW_INDIA ICMRDELHI
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

जयप्रकाश चौकसे का कॉलम: सीने में जलन, आंखों में तूफ़ान सा क्यों है, इस शहर में हर शख्स परेशान सा क्यों हैफारुख शेख अभिनीत फिल्म ‘गमन’ के लिए शहरयार का लिखा गीत महामारी संकट में फंसे हुए अवाम का सटीक विवरण देता है, ‘सीने में जलन आंखों में तूफ़ान सा क्यों है, इस शहर में हर शख्स परेशान सा क्यों है.. आईना हमें देख कर हैरान सा क्यों है।’ वर्षों बाद महेश भट्ट का नायक भी कहता है कि मेरे अपने मुझसे मेरी पहचान मांगते हैं। | Why is there a burning sensation in the chest, why there is a storm in the eyes, why is every person in this city a bit disturbed Kyo kya corona chl rha hai isliye aur kyu pta nhi kya apko जीवन में व्यक्ति कई रास्तों से गुजरता है फिर उन्हें बदल लेता है। बहुत हुआ इन कीचड़ वाले रास्तों पर चलकर कमल खिलाते हुए व अपना दामन दागदार करते। देश सच्ची पत्रकारिता के लिए तरस गया उम्मीद है देशहित में पत्रकारिता धर्म जागेगा व आज़ाद और सच्ची पत्रकारिता हर अखबार/चैनल करेंगे। जयहिंद एकदम सटीक, इस शहर में हर शख्स परेशान सा क्यों है..
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में मस्जिद गिराने का क्या है पूरा मामला - BBC News हिंदीबाराबंकी ज़िले के रामसनेही घाट में तहसील परिसर में मौजूद ग़रीब नवाज़ मस्जिद को ज़िला प्रशासन ने ‘अवैध निर्माण’ बताते हुए सोमवार को रात में बुलडोज़र से गिरा दिया. हेलो बीबीसी हिंदी यह बताओ तुम भी इस्लामोफोबिया ग्रसित एक 100% हो गए हो क्या तुम्हारे हेड लाइन के अनुसार तुम मामला बता रहे हो जबकि बड़े शासन में एक 100 साल पुरानी मस्जिद को जमींदोज कर दिया जबकि उस पर 30 मई तक ऐसे लगा दिया गया था Islamophobia IslamophobiaBBC Aagya apni aukaat par bbc
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

10 तक: कोरोना की 'पंचायत' में शिक्षकों की मौत का सच क्या है?शिक्षकों का चुनावी ड्यूटी में इस्तेमाल करके जैसे सरकार उन्हें भूल ही गई. पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी करते हुए कोरोना से जान गंवा चुके शिक्षकों को मुआवजा देने से बचने के लिए, शिक्षा विभाग शिक्षकों की मृत्यु तक को स्वीकार नहीं कर रहा. उत्तर प्रदेश में शिक्षक संघ कहता है कि डेढ़ हजार से ज्यादा शिक्षकों की मौत पंचायत चुनाव में अपना कर्तव्य निभाते हुए कोरोना संक्रमित होने के कारण घर लौटने पर हुई. लेकिन यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री कहते हैं सिर्फ तीन शिक्षकों की मौत हुई है. इसीलिए जरूरी हुआ है कोरोना की पंचायत में शिक्षकों की मौत पर सच की दस्तक दी जाए. देखिए ये एपिसोड. SwetaSinghAT Abe MC... Election mai sirf teacher hi hota hai kya. Police thi... Election aayog ke employee honge... Unko kuch nahi hua per teacher log lage marne... Waaah bhi waaah. Corona virus ko shayad kuch study karni hogi esliye teachers ke piche par gaya hoga SwetaSinghAT Here is explanation: Only people who are died during line of duty are considered died on duty. People who caught Virus during duty and died at their homes are not counted as died on duty. Technically BJP4UP and CMOfficeUP playing with words to hide actual count! SwetaSinghAT Jhoot hay sahara in satta waalo ka! Kaha chala mera pyaara hindustan 🇮🇳 🥲😭! So sorry for the families of the 1600 odd people who have died of COVID 19 just because of some arrogant politicians who wanted to have these panchayat elections inspite of the dangerous epidemic
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

तेल के खेल में पेट्रोल-डीजल पिछड़ा, एक साल में सरसों तेल का भाव डबल!पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर हर दिन चर्चा होती है. लेकिन इस तेल के खेल में सरसों तेल को मत भूलिए. कीमतों में बढ़ोतरी की बात करें तो सरसों तेल ने पिछले कुछ महीनों में पेट्रोल और डीजल को भी पीछे छोड़ दिया है. चमचे अब पेट्रोल डीजल में सब्जी बनाएंगे 😂😂 Sarso ka teil jitna mehnga ho raha ha.. Utni uski quality achi ho rahi ho.... Ho sakta ha govt ye sab humme bata nahi rahi. Ab dekho koi teil khane se bimar nahi ho raha.. Jab se modi aaye ha. 500ml Rs107
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »