Opinion By Jaiprakash Chowksey: If The Dung Falls On The Ground, It Arises Only After Taking Some Dustगोबर जमीन पर गिरता है तो कुछ धूल लेने के बाद ही उठता हैशेयर बाजार आसमान छू रहा है। कुछ लोग इस अकल्पनीय बढ़त का श्रेय जो बाइडेन और कमला हैरिस के सत्ता में आने को दे रहे हैं। लोकप्रिय विचार है कि शेयर व्यापार का केंद्र धन है परंतु सच यह है कि अवाम की भावना ही शेयर सागर में लहरों को उत्तंग बनाती है। अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय अभिनीत मणिरत्नम की फिल्म ‘गुरु’ इस विषय पर बनी श्रेष्ठ फिल्म मानी जाती...
फिल्म ‘जिस देश में गंगा बहती है’ में एक युवा डाकू उम्र दराज सेवानिवृत्त डाकू से पूछता है कि अंग्रेजों का राज रहा, मुगलों का राज रहा हम डाकुओं का राज कब आएगा? अनुभवी उम्रदराज डाकू कहता है कि मूर्ख हमारा राज कब नहीं था? कुछ इसी तर्ज पर दलालों का राज कब नहीं रहा? ‘गुरु’ का नायक गुजरात के छोटे से शहर से मुंबई आता है। उसका बहुत मखौल बनाया जाता है। परंतु वह छोटी सी पूंजी से मुनाफा कमाने लगता है। धीरे-धीरे इस खेल में उसे ‘गुरु’ मान लिया जाता है। धीरे-धीरे उसे अति आत्मविश्वास हो जाता है। सफलता का घोड़ा सरपट भागता है। नायक ने सफलता मिलते ही बैंक से छेड़छाड़ शुरू कर दी और वह घोटाले में फंस गया।
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जयप्रकाश चौकसे का कॉलम: चूल्हा है ठंडा पड़ा और पेट में आग है, गरमा-गरम रोटियां कितना हंसी ख्वाब हैएक वर्ष अमेरिका में हजारों टन अनाज समुद्र में डुबो दिया गया ताकि बाजार में अनाज के दाम बने रहें और पूंजीवाद पुष्ट होता रहे। आज अन्य कारणों से पंजाब में खड़ी फसल रौंदी जा रही है। सारा प्रयास यह है कि कृषि व्यवसाय कॉरपोरेट हाथों में नहीं जा पाए और अवाम तक पहुंचते हुए अनाज महंगा न हो जाए। फिल्मों के निर्माण में पहली कॉरपोरेट ‘कलकत्तता न्यू थिएटर्स’ नामक कंपनी थी। | The stove is cold and there is a fire in the stomach, the hot rotis are a dream चोकसे जी का कॉलम चोकसे जी के शब्दों का चयन हमेशा ही अच्छा रहता है👌👍👏 साहब के लेख का सार ये है कि इस अनाज को दान कर दिया जाता-निःशुल्क बाँट दिया जाता. किसको ? उसी समाज को जो अपनी सारी समस्या का कारण अमेरिका को मानता है. दोमुहांपन की सीमा को पार कर गए हैं ये वामपंथी. अपनी फसल को नष्ट करने दुष्टों का भी कच्चा चिट्ठा जल्द ही सामने आ रहा है.
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »
‘देश ख़तरे में है’ का हौवा स्वतंत्र विचारधारा वालों को प्रताड़ित करने का बहाना हैदेश में 2017 से 2019 के बीच राष्ट्र विरुद्ध अपराधों के आरोप में प्रति वर्ष औसतन 8,533 मामले दर्ज किए गए. दुनिया का कोई देश अपने ही नागरिकों पर उसे नुकसान पहुंचाने के इतने केस दर्ज नहीं करता. अगर ये सब केस सच हैं तो दो बातें हो सकती हैं- या तो देश में असल में इतने गद्दार हैं, या देश के निर्माण में ही कोई मूलभूत गड़बड़ी है. Desh Khatare me hai RSS se aur BJP SE
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »
Delhi Pollution: देश का सबसे प्रदूषित क्षेत्र है दिल्ली का बवाना इलाका, बेहद खराब है आबोहवाDelhi Pollution: बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदूषकों के लगातार संपर्क में आने से किसी भी व्यक्ति में कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. जिन लोगों को सांस की समस्या है, उन्हें ऐसे प्रदूषकों से दूर रहना चाहिए. ऐसी स्थितियों में बच्चों का भी खास ध्यान रखना चाहिए. भारत की बेरोजगारी कितने पर हो गयी ये भी हिम्मत रखये बताने की modi_job_do Yahi sab muddda h , Jo muddaa h ,useko cover karo Aaj tak walo,
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भारत का कर्जदार है अमेरिका, 216 अरब डॉलर का है कर्जदुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका पर दो दशक में कर्ज का भार तेजी से बढ़ा है और भारत का भी उस पर 216 अरब डॉलर का कर्ज है। अमेरिका पर कुल 29 हजार अरब डॉलर का कर्ज चढ़ा HindiNews America 216Billion
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »
नारायणसामी का आरोप, पुडुचेरी को तमिलनाडु में मिलाने का है मोदी और बेदी का गुप्त एजेंडापुडुचेरी (Puducherry) के मुख्यमंत्री वी नारायाणसामी (V. Narayanasamy) ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) एवं केंद्र शासित प्रदेश की उपराज्यपाल किरण बेदी (Kiron Bedi) पर आरोप लगाया कि वे पुडुचेरी (Puducherry) को पड़ोसी राज्य तमिलनाडु (Tamilnadu) में मिलाना चाहते हैं. Boycott India today group channel. These are antinational ये कैसा मजाक और झुट परोसा जारहा आन्दोलन पुरे देश के किसानो का है और केवल ढाई प्रदेश संचालित कर रहे आज चक्का जाम दिल्ली यूपी उतराखंड मे नही होगा लेकिन म.प्र बिहार कर्नाटक आन्ध्रप्रदेश केरल चैन्नई असाम त्रिपुरा गुजरात महाराष्ट्र ऐसे 23 राज्य है के किसान प्रतिनिधि कहाँ क्यो नही है मीडिया अब तक संयुक्त मोर्चा से कडे सवाल नही पुछे की 23 राज्य & केन्द्र शासित प्रदेश के किसान प्रतिनिधि कौन कौन से राज्य से और कौन है किसान पंचायत अन्य राज्यो मे क्यो नही कि जा रही इसका मतलब यह केवल जाट & पंजाबी के 10℅ तक ही सिमीत है आन्दोलन की नोटंकी से जनता परेशान झूट फरेब कबतक
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »