जन्माष्टमी पर रोचक तथ्य: एक ही पत्थर से बनी थी कृष्ण की तीन छवियां : मुखारविंद गोविंददेव जी, वक्षस्थल गोपीन...

  • 📰 Dainik Bhaskar
  • ⏱ Reading Time:
  • 76 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 34%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

जन्माष्टमी पर रोचक तथ्य: एक ही पत्थर से बनी थी कृष्ण की तीन छवियां : मुखारविंद गोविंददेव जी, वक्षस्थल गोपीनाथ जी और चरण मदनमोहन जी श्री_कृष्ण_जन्माष्टमी Janmashtami2020 happyJanmashtami2020 Jaipur vishnusharma50

धार्मिक मान्यता है कि इन तीनों मंदिरों में एक साथ दर्शन करने से मोक्ष की प्राप्ति संभव हैराजस्थान की धरती अपने प्रख्यात मंदिरों और चमत्कारों से भरी हुई है। यहां हर प्रख्यात मंदिर के पीछे एक अनूठी कहानी है। इनका अपना एक इतिहास है। ऐसे ही राजधानी जयपुर में बसे श्री राधागोविंद देव जी, गोपीनाथ जी और करौली जिले में बसे मदनमोहन जी के प्रसिद्ध मंदिर है, जो कि भगवान कृष्ण की अलग-अलग छवियों के विग्रह ना केवल श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। धार्मिक मान्यता है कि इन तीनों मंदिरों में एक साथ दर्शन करने...

जयपुर में चांदपोल स्थित श्री राधा गोपीनाथ जी का मंदिर, मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण के वक्षस्थल का विग्रह माना गयाराज ऋषि प्रकाश शर्मा ने बताया कि मुगलों के आक्रमण के समय हिंदू मंदिर और मूर्तियों को तोड़ा जा रहा था। भगवान मदन मोहन की मूर्तियों को बचाने के लिए उन पर सिंदूर लगाकर मिट्टी के टीले में दबा दिया गया और छुपते-छुपाते हुए उन्हें वृंदावन से जयपुर पहुंचाया गया। इस दौरान करौली के तत्कालीन नरेश और श्रीकृष्ण के परम भक्त गोपाल सिंह जी को भगवान ने स्वप्न में दर्शन दिया...

गोपाल सिंह जयपुर पहुंचे और मूर्ति करौली लेकर जाने की बात कही, तो गोपाल सिंह से मूर्ति पहचानने के लिए कहा। कहते हैं कि इस दौरान राजा गोपाल सिंह की आंखों पर पट्टी बांधकर मूर्ति पहचानने के लिए कहा। कहा जाता है कि भगवान मदन मोहन ने उनकी उंगली पकड़ ली। जिसके बाद भगवान मदन मोहन की प्रतिमा करौली पहुंची और महलों के बीच बने भगवान राधा गोपाल जी के मंदिर में स्थापित हुई।

करौली शहर में स्थित श्री मदनमोहन जी का मंदिर, मान्यताओं के अनुसार इन्हें भगवान श्री कृष्ण के चरणों के छवि माना गया है। करीब 300 वर्ष पूर्व भगवान मदन मोहन का विग्रह करौली के तत्कालीन नरेश और भगवान कृष्ण के परम भक्त गोपाल सिंह करौली लेकर आए थे। जिन्होंने करौली राजमहल में बने राधा गोपाल जी के मंदिर में स्थापित किया। मंदिर में भगवान मदन मोहन राधारानी जी के साथ विराजमान है, तो भगवान के बाईं ओर राधा गोपालजी एवं दाई ओर राधा - ललिता जी की मूर्तियां विराजमान है। भगवान मदन मोहन मंदिर में गौड़ीय सम्प्रदाय के अनुसार पूजा अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि भगवान कृष्ण के प्रपौत्र पद्नानाभ के हाथ से निर्मित श्रीकृष्ण की तीन...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

vishnusharma50 जय श्री कृष्ण

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 19. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

कर्मचारियों को एक साल में ग्रेच्युटी की सलाह, जानें- कैसे होता है कैलकुलेशनहाल ही में संसद की स्थायी समिति की ओर से ग्रेच्युटी के लिए 1 साल की अवधि तय करने की सिफारिश की गई है. DeepakAajTak Aman Joshi DeepakAajTak Maharashtra government is saving the culprits!! RT with yes MahaGovtBackingKillers DeepakAajTak Yes chor
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

मौसम का हाल: यूपी, पंजाब, हरियाणा में 24 घंटे में हो सकती है भारी बारिशमौसम का हाल: यूपी, पंजाब, हरियाणा में 24 घंटे में हो सकती है भारी बारिश rain UttarPradesh Punjab Haryana
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

क्या है एक पेंटिंग का सुशांत की मौत से कनेक्शन?वो मौत के सफर की शुरुआत थी. हम बात कर रहे हैं उस यूरोप के टूर की जिसके बाद सुशांत के करीबी लोग भी कहते हैं कि उनकी तबीयत खराब रहने लगी थी. आखिर ऐसा क्या हुआ उस टूर में ये फिलहाल रिया के बयानों से सामने आया है. रिया के मुताबिक यूरोप में ही पहली बार सुशांत की मानसिक बीमारी सामने आई थी. उस टूर पर और क्या-क्या हुआ इस पर आजतक बड़ा खुलासा कर रहा है. देखें वीडियो. chitraaum Bihar election jitne do chitraaum Jab tak Aaj tak Is desh ko alvida na keh de.... chitraaum सुदीक्षा भाटी मर्डर केस का भी तो पहले सुलझाओ
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

सचिन पायलट का एक कदम पीछे हटना क्या अशोक गहलोत के 'नहले पर दहला' है?राजस्थान में अपनी ही पार्टी से बगावत कर गहलोत सरकार और पार्टी आलकमान के लिए मुश्किल खड़ी कर चुके सचिन पायलट के लिए भी राह आसान  नहीं थी. समीकरण कुछ ऐसे बन रहे थे कि जहां बीजेपी उनको साथ लेने में ना-नुकुर दिखा रही थी तो दूसरी ओर अशोक गहलोत ने भी उनके खिलाफ दल-बदल कानूना का फंदा कसने की पूरी तैयारी कर ली थी. मतलब बागी सचिन पायलट और उनके साथ के विधायकों के सामने फिलहाल माया मिली न राम वाले हालात बनते जा रहे थे. लेकिन सीएम अशोक गहलोत और उनके खेमे के विधायक यही चाहते भी थे कि सचिन पायलट का राजस्थान की राजनीति से किसी तरह सफाया हो जाए. नहीं
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

आजादी के 74 साल: कितनी है हमारी ताकत, कहां खड़ा है हमारा देशआजादी के 74 साल: कितनी है हमारी ताकत, कहां खड़ा है हमारा देश IndependenceDay IndependenceDay2020 IndianArmy Armystrength
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

रक्त जांच बता सकती है कि किन लोगों को है कोरोना का अधिक खतराः वैज्ञानिकवैज्ञानिकों का कहना है कि एक सामान्य सी रक्त जांच यह बता सकती है कि किन लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण का अधिक खतरा है। गरीब स्वर्ण को आधा अधूरा EWS नाम पर 10% आरक्षण दिया गया,इसमे उम्र सीमा,शुल्क,न्यूनतम योग्यता, प्रतिशत अंक में कोई छूट नही दी गई है,ऐसा आरक्षण देने का क्या औचित्य जिसका कोई लाभ ही नही,आदरणीय narendramodi ज़ी इसमें वही सब सुविधाएं दी जाएं जो जातिगत आरक्षण में है,नहीं तो रद्द करे.
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »