केंद्र ने कहा सुरक्षा के नजरिए से ये काफी महत्वपूर्ण
उत्तराखंड में चीन सीमा तक पहुंच वाली सड़कों को चौड़ा करने की परियोजना पर आपत्ति जताने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने कहा कि चीन के साथ आए दिन बढ़ रहे तनाव को देखते हुए ये बहुत महत्वाकांक्षी परियोजना है और सुरक्षा के नजरिए से काफी महत्वपूर्ण भी है. ये चीन सीमा से जुड़े इलाकों के मद्देनजर देहरादून से सभी सीमावर्ती इलाकों तक सेना और अन्य वाहनों की पहुंच आसान बनाने की गरज से राजमार्ग और अन्य पहुंच मार्ग चौड़े करने की योजना है.
हालांकि, पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के पास जाने को कह रखा है. लेकिन याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट को इस बाबत भी बताया कि एनजीटी ने कहा है कि जब राज्य सरकार या उसका कोई प्राधिकरण पेड़ों की कटाई को मंजूरी दे तभी उसके दरवाजे खटखटाएं. लेकिन ऑर्डर तो जब आएगा तब आएगा रोजाना पेड़ काट काट कर घाटियों में लुढ़काए जा रहे हैं. लिहाजा कोर्ट को सख्ती बरतनी चाहिए.
ये जो याचिका डालने वाले जो लोग है इनसे पूछे आजतक कितने पेड़ लगाने का रिकॉर्ड बनाया है
Pedon ko kaatne ki kya zarurat hai. Usko shift kro. Ab to foreign countries mein pura pedh ukhad kr ke dusra jagah shift kr dete hain.
जितनी संख्या सेना की है उतनी ही संख्या राष्ट्रघातियों की भी है।चाहे वह बौद्धिक हों या भौतिक।
Godi Media Hay Hay.......... Kaha So Gai Hmri SARKAR Or Godi Jhuthi Makkar Fareb Media Hmesa Hindus-Muslims Ko Ladane Wale Godi Media Ab Tmhe TRIPURA K NEWS Nhi mil RHA Ya Fir Ladai Or Jalte Huwe MASJIDO Se Anand Utha The Ho Godi Media Hay Hay...............
Wah rai mere desh kai kanoon 🙏🙏🙏🙏
insaan kaat diye jaye lekin ped naa kate
वाह!! याचिका कर्ता!! चीन चाहे, अंदर घुस के जनता को मार-काट जाए, लेकिन पेड़ बिलकुल नहीं कटने देंगे!! तो फिर पेड़ किसके लिए!? चीनियों के लिए!!
याचिका डाला कौन ये भी तो बताओ तक वालो।
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