चीन ने इस रोवर में एक प्रोटेक्टिव कैप्सुल, एक पैराशुट और रॉकेट प्लेफॉर्म का इस्तेमाल किया है. मंगल पर चीन के रोवर का उतरना एक बड़ी सफलता है.
चु रोंग रोवर के साथ तिअन्वेन-1 ऑर्बिटर भी है, जो फ़रवरी में ग्रह पर दस्तक देगा. यूटोपिया से चीन का यह रोवर मंगल ग्रह की तस्वीरें भेजेगा. चीनी इंजीनियर इस पर लंबे समय से काम कर रहे थे. मार्स की वर्तमान दूरी 32 करोड़ किलोमीटर है, इसका मतलब ये हुआ कि पृथ्वी तक रेडियो संदेश पहुँचने में 18 मिनट का वक़्त लगेगा.
Now they are planning to launch covid 2030 over there 😂😂😂😂😂
हमारा वाला पनौती को भी ले जाते साथ क्योंकि जब रहेगा जीतेगा तो वही ही इससे अच्छा मंगल पे ही ले जाते देश का भला हो जाता
*ओर हम अभी तक बक्सर भी नही पहुँच पाए,,जहां कुत्ते इन्हें नोचकर खा रहे है,,, *अस्पताल में बेड नही दिया,,कम-से-कम शमशान घाट में जगह देकर चिताग्नि तो दे सकते थे...
Aur hum..... Ganga tak
हमारे यहाँ से भी नदी द्वरा मंगल पे भेजा जा रहा है..
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।