यहां बच्चों की मौत की वजह कुपोषण, जन्म से ही बीमार, वक्त से पहले जन्म, मां का खुद कुपोषित होना बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि राजकोट के सिविल अस्पताल में मरने वाले सभी बच्चे नवजात थे।
अस्पताल के एनआईसीयू में ढाई किलो से कम वजन वाले बच्चों को बचाने की व्यवस्थाएं और क्षमता ही नहीं है। राजकोट सिविल अस्पताल के डीन मनीष मेहता ने कहा, राजकोट सिविल अस्पताल में दिसंबर के महीने में 111 बच्चों की मौत हो गई। वहीं मुख्यमंत्री से जब बच्चों की मौत को लेकर सवाल किया गया तो वह बिना जवाब दिए वहां से चले गए।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक जीएस राठौड़ ने बच्चों की मौत पर कहा, 'दिसंबर में 455 नवजात शिशुओं को नवजात गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया था। जिनमें से 85 की मृत्यु हो गई।'राजस्थान के कोटा के जेके लोन अस्पताल के साथ जोधपुर और बीकानेर में भी बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। बेहतर इलाज और सुविधाओं के अभाव में जोधपुर के डॉ.
राजस्थान में बच्चों के मरने का सिलसिला जारी है। यहां अब तक 350 से ज्यादा बच्चे काल के गाल में समा चुके हैं। यहां का मामला अभी थमा भी नहीं था कि गुजरात में भी इसी तरह की स्थिति देखने को मिल रही है। यहां राजकोट के सिविल अस्पताल में 111 और अहमदाबाद में 85 मासूमों के मौत की घटना सामने आई है। जिसे लेकर सवाल पूछने पर मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने चुप्पी साध ली। यहां बच्चों की मौत की वजह कुपोषण, जन्म से ही बीमार, वक्त से पहले जन्म, मां का खुद कुपोषित होना बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि राजकोट के...
vijayrupanibjp BJP4Gujarat narendramodi PMOIndia आख़िर क्यो सरकार जिम्मेदारी से भाग रही हैं।
vijayrupanibjp BJP4Gujarat narendramodi PMOIndia दुखद है।
vijayrupanibjp BJP4Gujarat narendramodi PMOIndia बेहद दुखद है 😔😔😔 जिस तरह अमित जी को शोले में सारे पुलिस वाले एक जैसे दिखते थे वैसे ही मुझे सारे नेता एक जैसे निकम्मे दिखते हैं
vijayrupanibjp BJP4Gujarat narendramodi PMOIndia बीजेपी ने तो सुकून ही छीन लिया, भगाओ इसे
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