चार वैज्ञानिकों ने कहा कि चेतावनी के बावजूद केंद्र सरकार ने वायरस के फैलाव को रोकने के लिए बड़े स्तर पर प्रतिबंध नहीं लगाए.
दुनिया का दूसरा सबसे ज़्यादा आबादी वाला देश अब दूसरे दौर के संक्रमण से जूझ रहा है, जो पिछले साल के पहले दौर के संक्रमण से कहीं ज़्यादा गंभीर है. दूसरी लहर के लिए कुछ वैज्ञानिक नए वेरिएंट को ज़िम्मेदार मानते हैं और अन्य ब्रिटेन में सबसे पहले मिले वेरिएंट को इसके पीछे बताते हैं.संक्रमण में ये उछाल 2014 के बाद से सत्ता में आने के बाद नरेंद्र मोदी के लिए सबसे बड़ा संकट है. ये देखना होगा कि संक्रमण को हैंडल करने का उनका तरीक़ा उन्हें और उनकी पार्टी को राजनीतिक तौर पर कैसे प्रभावित करता है.
एक वैज्ञानिक और उत्तरी भारत में एक रिसर्च सेंटर के निदेशक ने पहचान नहीं ज़ाहिर करने की शर्त पर बताया कि ये चेतावनी उस एक शीर्ष अधिकारी तक पहुंचाई गई थी जो सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करते हैं.
Abi bhagat Kush hai k nhi 🤣🤣🤣
चाए का गिलास धूलने वाले के हाथ में सतता होगी तो यही होगा
उसी का खामियाजा भुगत रहा है सारा देश।
वैज्ञानिक गलत हो सकते हमारे मोदी साहब नहीं ,उन्होंने सारे जंतुओं को थाली और ताली बजा कर ही मार दिया।
STOP DEBATE IF REALLY CARE PUBLIC COME ON ROAD WITHOUT CAMERA LOCKDOWN OF NEWS CHANNEL MEDIA CELEBRITY GOVT OFFICER COME OUT FROM OFFICE WITH PROPER MASK CONVINCE PUBLIC WEAR PROPER MASK EDUCATE THEM NO SHOW OFF WEAR PROPER MASK ALLOW POLICE TO TAKE ACTION CORONA OUT IN 30 DAYS
जनसंख्या के मुकाबले में भारत आज भी संक्रमण दर और मृत्यदर-दोनों मेंही अमेरिका और यूरोप के देशों से सैकड़ों गुना बेहतर है। भारत मौतों के मामले में जिन तीन देशों से पीछे है,उन तीनों की कुल आबादी मिलाकर भी भारत के आगे कहीं नहीं है।इसलिए रायटर को और बीबीसी को छिछोरेपन से बाज आना चाहिए
मोदी जी की अदूरदर्शिता का परिणाम पूरा देश भुगत रहा है अभी भी लाकडाउन लगा लीजिए अन्यथा हर तरफ मौत का ही ताण्डव होगा। पहली लहर और दूसरी लहर के बीच पर्याप्त समय था चाहते तो एक मजबूत स्वास्थ्य ढांचा खड़ा किया जा सकता था बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य संसाधन जुटाए जा सकते थे
Central ne apni galti kabhi nahi maani narendramodi ArvindKejriwal RahulGandhi PChidambaram_IN
क्यों झूठ बोल रहे हो हमेशा ही झूठ बोलना जरूरी है क्या पत्रकारिता गीर गयी है कोई तो संभालो
Covid_19 का प्रतिदिन का आंकड़ा क्यों नहीं बताया जा रहा देश को
हरामज़ादों बीबीसी वालों अब तुम्हारे कोई अजेंडा काम नहीं करेंगा
Mushtaq29949732 सत्य तो यही है
BBC is good at pointing mistakes. Idiotic journalism.
अरे ये किसकी मानता है वैसे भी।
मोदी सरकार को पता है कि चुनाव कैसे जीता जाता है और जनता किन मुद्दों पर अपना मत डालती है!!
PM श्री narendramodi ji के क्षूठ एवं जुमलेबाजी ने जनता को तडप तडप कर मरने पर मजबूर कर दिया..शर्मनाक एवं दुःखद.. अहंकार एवं दंभ मे COVID19 की लडाई न लडकर अपनी छवि बनाने के कारण देश में सुनामी लाकर निरीह जनता के प्राणों की आहुति दे दी..शर्म करो-शर्म करो ईश्वर जनता की रक्षा करे!
70 साल का जतन 07 साल में पतन अंधभक्तों का ये रतन बर्बाद कर रहा है वतन..
Modi ji apne aapko sabse bada scientist maante bai, experiment desh bhugat raha hai....🙏
भारत की प्रगति से जलती हुई वामपंथी विदेशी मीडिया कृषि कानून के समय भी काँव काँव कर रही थी और अब कोरोना महामारी पर फिर से वही काँव काँव परन्तु हर बार की तरह वो अपने बिल में घुस जाएगी क्योंकि भारत में देश तोड़ने वाले सैकड़ों में हैं तो सरदार पटेल जैसी बिभूतिया करोड़ो में🙏🙏
सरकार की नाकामी हैं, समय पर साइंसटिस्टों की सलाह को मानकर, सर्वदालीय राय लेकर इस कोरोना को कण्ट्रोल किया होता तो आज हजारों बच्चों के माता-पिता और घर-वार ना उजड़े होते।😔😔😔
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »