कोरोना: क्या भारत के लिए ऑक्सफ़ोर्ड वैक्सीन, दूसरे विकल्पों से बेहतर है? - BBC News हिंदी

  • 📰 BBC News Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 45 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 21%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

कोरोना: क्या भारत के लिए ऑक्सफ़ोर्ड वैक्सीन,दूसरे विकल्पों से बेहतर है?

•भारत सरकार किस कोरोना वैक्सीन कैंडिडेट को चुन रही है और क्यों?•क्या पीएम केयर्स फ़ंड का इस्तेमाल मुफ़्त टीकाकरण के लिए किया जाएगा?इनमें से पीएम केयर्स फ़ंड के सवाल के अलावा प्रधानमंत्री ने दूसरे सभी सवालों का जवाब मंगलवार की बैठक में दिया है.वैक्सीन किसको पहले लगेगी, इसका मोटा ख़ाका तैयार है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन और राज्य सरकारों से बातचीत के बाद ही फ़ाइनल ड्राफ़्ट तैयार होगा. इसके पहले भारत के स्वास्थ्य मंत्री डॉ.

उन्होंने ये भी बताया कि टीकाकरण का अभियान लंबा चलने वाला है. कुछ जानकारों की राय में इसमें कई साल लग सकते हैं. लेकिन सब कुछ वैक्सीन आने और उसके कारगर होने, उसके कितने डोज़ की ज़रूरत पड़ेगी, इन सब बातों पर निर्भर करता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये भी साफ़ किया कि वैक्सीन के लिए स्पीड भी ज़रूरी है और सेफ्टी भी. इसलिए जो भी वैक्सीन भारत सरकार अपने नागरिकों को देना तय करेगी, वो सभी वैज्ञानिक कसौटी पर खरी उतरेगी.

इस समय वैक्सीन की रेस में दो भारतीय वैक्सीन आगे चल रहे हैं, जिनमें से एक भारत बायोटेक और आईसीएमआर के साथ मिल कर बनाई जा रही कोवैक्सीन है. दूसरे देशों में जो प्रयास चल रहे हैं उनमें से ऑक्सफ़ोर्ड की एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर भारत सरकार का सबसे बड़ा दाँव लगा है. हालाँकि केंद्र सरकार ने खुल कर इस बारे में कभी नहीं कहा कि उन्होंने ऑक्सफ़ोर्ड की एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के लिए अब तक कोई क़रार किया है या नहीं या फिर वैक्सीन के लिए ऑर्डर भी दिए हैं या नहीं.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

इसे अभी सुनिश्चित नही किया जा सकता,हंमे ध्यान देना होगा चेचक/पोलियो जैसे प्रभाव-शाली टिके/वेक्सीन के परिणामों पर प्रतीक्षारत रहना रहा!क्यों कि ये हंमे आपदा के 1 वर्ष भीतर ही नही प्राप्त हुए,अनुसन्धान समय माँगता है!बाकी स्वयं समझ लो..

दैनिक एक लाख के आंकडे तक पहुंच ने वाले कोरोना संक्रमण केस में भी कम्यूनिटी स्प्रेड नहीं मानने बाले 50 हजार केस पर सेकण्ड वेव बता रहे हैं। बाजार व पूंजीपतिओ के खेल में कोरोना वैक्सीन का माकेँटींग किया जा रहा है।

Yes

अंग्रेज से प्यार... फिर.. क्यों ना ले ..उनसे मर्ज का इलाज ... इतने सालों के शासन भाएं... तभी तो ..आज भी उनके कायल हैं...💥

Delhi government doing this in pandemic.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 18. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

इंसान के पूर्वज 'चिम्पैंजी' के मल से बनी वैक्सीन से हो रहा कोरोना का इलाजकोरोनावायरस से इंसानों को बचाने के लिए उनके पूर्वजों यानी वानरों के मल का उपयोग एक वैक्सीन को बनाने में किया गया है. इंसानों के ये पूर्वज हैं चिम्पैंजी (Chimpanzee). इस वैक्सीन का उपयोग भारत में भी हो रहा है. इस वैक्सीन में चिम्पैंजी के मल से निकाले गए एडिनोवायरस (Adenovirus) का उपयोग किया गया है. इसे जेनेटिकली बदला गया है. राफेल पे कमीशन खाने वाले अनाज पे कमीशन बंद करने की बात कर रहे हैं। Hamare Bharat me Kuch log to gobar se Kar rahe he😂😂 इन्सान अब फिर चिम्पैजी हो रहे हैं इन्सान से जानवर बन रहे हैं
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

कोरोना वैक्सीन के स्टॉक के लिए भारत की तेज रफ्तारड्यूक यूनिवर्सिटी के ग्लोबल हेल्थ इनोवेशन सेंटर के आंकड़ों के मुताबिक, भारत ने कोरोना वैक्सीन की 1.6 अरब खुराक हासिल कर ली है जो दुनिया में सबसे ज्यादा है. इसके बाद यूरोपीय संघ ने 1.58 बिलियन खुराक सुरक्षित की है. DipuJourno हां अब तुम टीवी पे न्यूज चलाओगे के देश ने कारोना से जंग जीत ली । लेकिन ये भी ध्यान रखना क्या वो वैक्सीन लोगो को मिल भी पा रही है या उसमे भी भृष्टचार नाम का दीमक लगेगा DipuJourno Respected sir, Uttam value steel ltd is big more than 1000 cr SCAM sir, it should be enquired, its Cheated to 1,50,000 Retail investors, UVSL old and Carval management had cheated to Retail investors by Delisting and removed from BSE NSE, its a cheating sir, it shall be Relistted DipuJourno कोरोना माई फुट
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

COVID-19 : भारत बायोटेक ने वैक्सीन के इमरजेंसी यूज की मंजूरी के लिए किया आवेदन - सूत्रCOVID-19 : भारत बायोटेक ने कोरोना वायरस की अपनी वैक्सीन के इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन के लिए DCGI में आवेदन किया है. भारत बायोटेक पूरी तरह से स्वदेशी वैक्सीन का ट्रायल करने वाली और आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आवेदन करने वाली पहली कंपनी बन गई है. भारत बायोटेक देश में बैक्सीन का अभी फेज-3 ट्रायल कर रहा है.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

सीरम इंस्टीट्यूट, भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं : सूत्रकोविड-19 वैक्‍सीन के इमरजेंसी उपयोग के लिए सीरम इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक के प्रस्‍ताव को मंजूरी नहीं मिली है. सूत्रों ने यह जानकारी दी.ट्रल ड्रग्‍स स्‍टेंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (CDSCO) की सब्‍जेक्‍ट एक्‍सपर्ट कमेटी की बैठक में आज इस बारे में फैसला किया गया.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

कोरोना के खिलाफ जंग में भारत आत्मनिर्भर, दो वैक्सीन के साथ तैयार : प्रधानमंत्री मोदीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि बीता साल हम सभी के लिए बहुत चुनौतियों का साल रहा. इन चुनौतियों के बीच दुनियाभर में फैले भारतीय मूल के साथियों ने जिस तरह काम किया है, अपना फर्ज निभाया है वो हम सभी के लिए गर्व की बात है. यही तो हमारी मिट्टी के संस्कार हैं. पहला वैक्सीन राष्ट्रपति को दूसरा प्रधानमंत्री को तीसरा गृहमंत्री को चौथा बाबा रामदेव को पांचवा संबित पात्रा को लगना चाहिए तो फिर आप से शुरू हो कर जनता तक जाए
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

सीरम इंस्‍टीट्यूट ने नोवावैक्‍स कोरोना वैक्‍सीन के भारत में ट्रायल के लिए किया आवेदनSII के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा, हम पहले ही ड्रग कंट्रोलर ऑफिस में ट्रायल के लिए आवेदन कर चुके हैं. हमें जल्‍द ही इसके लिए मंजूरी मिलनी चाहिए. नोवावैक्‍स के ब्रिटेन के ट्रायल में 18 से 84 वर्ष तक के 15 हजार लोगों को एनरोल किया गया था, इसे ब्रिटेन, यूरोपीय यूनियन और अन्‍य देशों में इस्‍तेमाल की इजाजत मिलने की उम्‍मीद है. Dekho
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »