भारत में पहली बार कोरोना की वैक्सीन बनाने की कोशिश में क्लीनिकल ट्रायल के लिए चुने गए 12 संस्थान इस प्रकार हैं -एम्स, नई दिल्लीराना हॉस्पिटल, गोरखपुरनिज़ाम इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज़, हैदराबाद, तेलंगानाइमेज कॉपीरइटमहाराष्ट्र सरकार के ज़रिए बनाए गए कोरोना टास्क फ़ोर्स के सदस्य डॉक्टर शशांक जोशी कहते हैं,"इतने कम समय में वैक्सीन बनाना लगभग असंभव है. आम तौर पर एक वैक्सीन बनाने में दो साल लगते हैं. अगर फ़ास्ट ट्रैक पर भी कोशिश करें तब भी कम से कम 12 से 18 महीने लगेंगे.
वो कहते हैं,"वैक्सीन को क्लीनिकल ट्रायल के लिए सात जुलाई तक रजिस्टर किया जा सकता है, अगर इसने अभी तक प्री-क्लीनिकल ट्रायल डेवेलपमेंटल स्टेज को पूरा नहीं किया है. यह वैक्सीन बाज़ार में 15 अगस्त तक कैसे लॉन्च की जा सकती है? क्या एक महीने से भी कम वक़्त में वैक्सीन से जुड़े टेस्ट पूरे किए जा सकते हैं? क्या उन्होंने पहले से ही वैक्सीन की गुणवत्ता के बारे में राय बना रखी है?"
उन्होंने आगे कहा,"हमें नहीं पता कि भौगोलिक स्थितियों का भी असर होगा. इसलिए हमनें पूरे भारत से लोगों को चुना है. हमलोग ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इसकी अच्छी प्रतिक्रिया हो. पहले फ़ेज़ के आंकड़ों को जमा करने में 45 से 60 दिन लगेंगे. ब्लड सैंपल ले लेने के बाद टेस्ट की साइकिल को कम नहीं किया जा सकता है. टेस्ट के नतीज़ों को हम तक पहुंचने में 15 दिन लगेंगे."
डॉक्टर गिल्लुर्कर कहते हैं,"ये सुनिश्चित किया जाएगा कि ह्यूमन ट्रायल के लिए चुने गए लोग स्वस्थ हों. 18 से 55 साल तक की उम्र के लोगों को ट्रायल के लिए चुना जाएगा. इस टेस्ट में वही लोग शामिल होंगे जिनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं पाया जाएगा और जिनमें कोई कोरोना-एंटीबडीज़ नहीं होगा. ये वैक्सीन तभी इस्तेमाल की जाएगी जब ये सुनिश्चित कर लिया जाएगा कि चुने गए व्यक्ति को दिल की कोई बीमारी नहीं है, किडनी की कोई समस्या नहीं है, लीवर या कोई और दूसरी बीमारी नहीं है.
बीबीसी हिंदी ...पत्रकारिता के नाम पे कलंक है ! सारे भगोड़े एवं दोगेले पत्रकार का ये किंडरगार्डन है जहाँ पे इन्हें पत्रकारिता जिहाद की ट्रेनिंग दिया जाता है ! ये नस्ल के पत्रकार अलग अलग देशों ,जो कि ब्रिटिश उपनिवेश थे उनके कई बापो से पैदा किये जाते है
अगर यह चमत्कार हो जाता है तो भगवान आईसीएमआर का भला करें।
Ek aur jumla.....
Jeasi raja wesi maharaja
sahi baat
अंग्रेजों को हजम नहीं हो रही है यह बात।
जो दुनिया बीमारी बना सकती है वो दवाई नहीं बना सकती अक्सर चाबी विधि ही बनता है जो ताला बनता है फुद्दु मत काटो लोगों का
Vaccine ki kya jaroorat h, coronil kaafi hai😂🤣
भारतीय वैज्ञानिकों से 20 साल तक कोरोना की दवाई नहीं बनेगी
हर पल यही दुआँ करते है जल्द से जल्द कोरोना वेक्सीन बनकर लोगों तक पहुँच जाएं ताकि लोग अपनी सामान्य जिन्दगी जी सके,
Bbc ki jali
Modi Raj hai thoda vishvas karne me daar lagta hai
BBC news pe q nahi koi sawal uthata..
.SAWAL POOXXHNE WAALE APNE SAWAL LE KE BHATAKTE RAHE
बाबा जी के कोरोनिल का क्या करें?
अगर भारत में कही भी कुछ अच्छा हो तो तुम लोगो के पिछवाड़े में आग क्यू लगती है।
सभी साथियों से सादर अनुरोध है की इस ट्रेंड में ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में हिस्सा लेवे और सम्पूर्ण प्रदेश के विद्यार्थियों को प्रमोट करने को लेकर जारी लड़ाई में अपना सहयोग प्रदान करें । जीतेगा_छात्र_जीतेगा_राजस्थान ashokgehlot51 DeependerSHooda BSBhatiInc nsui
क्या मोदी जी चीन का नाम लेने से डरते हैं..
Ramdev ko mat Shamil karna...icmr is best...
Baba Ramdev in Official dress...just balderdash
Kyun bhai har chiz kya angrez hi bana sakte hain
किस हरामी ने कार्टून बनाया और पोस्ट किया था रे
जब पुलिस पर पत्थर फैंकने वाले आतंकी हैं तो पुलिस पर फायरिंग कर 8 पुलिस जवानों को शहीद करने वाले सिर्फ बदमाश कैसे हो सकते है ?
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