अनुमति दी है। फिर भी मुंबई की दादा साहेब फाल्के फिल्म नगरी सूनी-सूनी है। जहां प्रतिदिन 35 से 40 फिल्मों की शूटिंग होती थी, वहां आज करीब सात फिल्मों और धारावाहिकों की शूटिंग हो रही है।
फिल्म नगरी में कार्यरत सुरक्षा रक्षकों का कहना है कि कोरोना संकट से पहले फिल्म, धारावाहिक और विज्ञापन की शूटिंग के लिए हर दिन करीब पांच हजार लोग यहां आते थे। लेकिन अब 200 से 250 लोग ही आ रहे हैं। अनुमति दी है। फिर भी मुंबई की दादा साहेब फाल्के फिल्म नगरी सूनी-सूनी है। जहां प्रतिदिन 35 से 40 फिल्मों की शूटिंग होती थी, वहां आज करीब सात फिल्मों और धारावाहिकों की शूटिंग हो रही है।कोविड-19 महामारी के चलते बॉलीवुड में भी सन्नाटा छाया है। फिल्मों की शूटिंग लगातार तीन महीने तक बंद होने से कलाकारों के सामने जीविकोपार्जन की समस्या उठ खड़ी हुई थी। वहीं, फिल्म निर्माताओं व वितरकों को भी खासा आर्थिक नुकसान सहन करना पड़ रहा...
WHO MoHFW_INDIA इस इंडस्ट्री में आग लग जाये, और सारे एक्टर्स बर्बाद हो जाये, बहुत अच्छा होगा। इन कमीनो की वजह से बहुत गंदगी फैल रही है इस देश मे, और होगी क्यों ना, सबसे ज्यादा गन्दी सोच वाले जो भरे हैं इसमें, जो इसको अपने हिसाब से चला रहे हैं।
WHO MoHFW_INDIA हमे घंटा फर्क नही पड़ता चाहे ससुरी में आग भी लग जाये।
WHO MoHFW_INDIA ये भारतीय संस्कृति को तहसनहस करने वाली दुनिया तो समाप्त ही हो जानी चाहिए
WHO MoHFW_INDIA इनके साथ एसा ही होना चाहिए।
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »