रिजर्व बैंक के एक कार्यसमूह ने की है सिफारिश दोनों का कहना है कि आज के हालात में यह निर्णय चौंकाने वाला और बुरा विचार है. राजन और आचार्य ने एक संयुक्त लेख में यह कहा कि इस प्रस्ताव को अभी छोड़ देना बेहतर है.गौरतलब है कि रिजर्व बैंक के द्वारा गठित एक आंतरिक कार्य समूह ने पिछले हफ्ते कई सुझाव दिए थे. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गठित इंटरनल वर्किंग ग्रुप ने बैंकिंग नियमन कानून में जरूरी संशोधन के बाद बड़ी कंपनियों को बैंकों का प्रमोटर बनने की अनुमति देने का प्रस्ताव किया है.
इसमे कोई गलत बात नही है कि राधुराजन मोदी विरोधी है । इस हिसाब से तो प्राइवेट सेक्टर बंद ही हो जाना चाहिये क्यों कि उस पर तो पूरा देश चल रहा है । कोई अगर कहता है कि गवर्मेंट में प्राइवेट से ज्यादा काम होते है तो उसे मेरी तरफ से 10 थप्पड़ मार देना ।
उन लोगों ने समर्थन कब किया ये लोग कोई फैसले समर्थन कर भी नही सकते जिस ने काग्रेंस के समय मलाई खाई हो वो समर्थक कर ही नही सकता
देश निजीकरण कि तरफ बढ़ रहा है, राजनेता ध्रतराष्ट्र बने हुए है।जनता अन्धभक्त बनी हुई है।परिणाम भविष्य के गर्भ में छुपे हुए है।
Sahi hai ab paisa leke bhagne me asani ho jayegi.jaise malya aur nirav modi bhag gaya gov pagla gyi hai.
Modi in ka agent h
Instead of overhauling it's monitoring system bloody duffers in RBI advocating opening of new banks.Without strict monitoring banks will keep on looting customer's money.Perhaps RBI wants more Yes Bank LVB like to be happened more. 😜😜😜😜😜😜😜😜😜
Corporate घराने बैंक खोलते है तो इसके फायदे 1. बैंकों में भ्रष्टाचार कम होगा 2. बैंक सावधानी के साथ loan देंगें 3. पैसा डूबेगा तो इन घरानों का डूबेगा 4. सरकार को जनता के पैसे से बैंकों के नुकसान की भरपाई नहीं करनी पड़ेगी 5. सरकार की निगरानी में चलेंगे e.g. Kotak Bank, Yes Bank
शायद आपके द्वारा की गई आलोचना की प्रशंसा की जानी चाहिए व विरोध का समर्थन भी पर इस लोकतंत्र व प्रजातंत्र में वर्तमान में 'एकतोखासियतदेखनेकोमिलरहीहैकिचेयर पर्सनकोविरोधप्रकटकरनाचाहिएवेभीकुछपत्र कारोंकीभांतिचाटुकारबनेहुएहैंकेंद्रीयसत्तादलकी हांमेंहांभरनेपरउतारूहोरखेहैंयेकटुसत्यहीहै'?
अब तो बैंकिंग स्टैण्डर्ड में पैलेस बहूत फरख देखनेको मिलता है। बैंकोंका काम लोगोंको चूना लगनेकाही हो गया। जैसे TMA Pai ने पिग्मी के जरिये इतना बड़ा सिंडिकेट बैंक खड़ा किया उस तरहका स्पिरिट देखनेको नही मिल रहा है। नाम बड़ा सोचमे खोकला ऐसे में क्या अच्छा है क्या बुरा?
मंजूरी देना सही नहीं होगा कॉरपोरेट घरानों को बैंक। बहुत सोच समझ के साथ होनी चाहिए पूरे प्रयास।
जब सब कुछ... व्यक्ति विशेष में केन्द्रित... फिर ना कोई... गुदड़ी का लाल परचम लहराएगा... सब भाव सीमित... मानव में ना कोई... दान वीर योद्धा वजूद पाएगा...💥
इसमे बुराई क्या है ..रिज़र्व बैंक की गाईड लाइन के अनुसार बैंकिंग प्रणाली चल रही है ..इसमें कॉर्पोरेट घरानो को मंजूरी दी जाती है तो गलत क्या है
RBI WRONG RIDICULOUS .1ST BANKING LICENSE TO GOVT DFI/NBFC IFCI TO GIVEN.PROMOTE RECOGNISE HONOUR GOVT DFI WHICH SERVES NATION ALL SECTORS 73 YEARS.IF CORPORATES WANT LOANS LET THEM BORROW FROM GOVT IFCI THIS WILL HELP GOVT IFCI WHY BANK LICENSE TO CORPORATE TO DEVELOP INDIVIDUAL
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