लिखी जाने लगी है और प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में दिन ब दिन अपनी सक्रियता बढ़ाती जा रही हैं, दोनों ही लगातार भाजपा पर हमलावर हैं। वहीं इंदिरा गांधी परिवार के तीसरे वारिस वरुण गांधी ने भी बहुत ही सुनियोजित तरीके से अपनी पार्टी की ही केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ अघोषित मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर एक बेहद शोधपूर्ण किताब लिखने वाले वरुण गांधी अब खेती-किसानी के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी की केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। पिछले लंबे समय से गांधी परिवार के...
राजीव गांधी के जमाने से परिवार के करीबी सूत्रों के मुताबिक कोई और नहीं बल्कि खुद प्रियंका गांधी भी चाहती हैं कि छोटे भाई वरुण की घर वापसी हो और वह कांग्रेस में आकर न सिर्फ परिवार औऱ पार्टी को ताकत दें, बल्कि भाजपा और मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की धार को भी मजबूत करें। पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस के भीतर और बाहर का घटनाक्रम इस बात का संकेत है कि पार्टी के भीतर जबरदस्त मंथन और उतार चढ़ाव का दौर चल रहा है। जिस तरह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने आगे बढ़कर पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की अजेयता...
जाहिर है वरुण गांधी के ये सारे कदम भाजपा और मोदी सरकार को असहज करने वाले हैं। इसका नतीजा वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति से बाहर करने के रूप में सामने आया। जाहिर है इससे भाजपा नेतृत्व और इंदिरा गांधी की छोटी बहू और छोटे पोते के बीच की दूरी और बढ़ गई। लेकिन वरुण रुक नहीं रहे हैं। उन्होंने पहले लखीमपुर खीरी में मंडियों के चक्कर लगा लगा कर आजिज आ चुके एक धान किसान द्वारा अपने धान में आग लगा देने का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से वायरल करके कृषि नीतियों पर सवाल...
अब जब वरुण गांधी ने अपनी राह अलग करने का लगभग मन बना ही लिया है, तब एक बार फिर उन्हें कांग्रेस में लाने के प्रयास शुरू हो गए हैं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इस बार यह कमान किसी और ने नहीं बल्कि खुद प्रियंका गांधी ने संभाली है। वह चाहती हैं कि वरुण कांग्रेस में आएं और परिवार व पार्टी दोनों को मजबूत करें। प्रियंका जिनके कंधों पर उत्तर प्रदेश की बड़ी जिम्मेदारी है, वह इसे विधानसभा चुनाव से पहले करना चाहती हैं, ताकि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस भाजपा को कड़ी चुनौती देकर सपा के मुकाबले खुद को एक...
राजीव गांधी के जमाने से परिवार के करीबी सूत्रों के मुताबिक कोई और नहीं बल्कि खुद प्रियंका गांधी भी चाहती हैं कि छोटे भाई वरुण की घर वापसी हो और वह कांग्रेस में आकर न सिर्फ परिवार औऱ पार्टी को ताकत दें, बल्कि भाजपा और मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की धार को भी मजबूत करें। पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस के भीतर और बाहर का घटनाक्रम इस बात का संकेत है कि पार्टी के भीतर जबरदस्त मंथन और उतार चढ़ाव का दौर चल रहा है। जिस तरह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने आगे बढ़कर पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की अजेयता...
Very nice thanking
वरुण को कांग्रेस का प्रेसिडेंट और पीएम चेहरा बना देना चाहिए
अच्छी बात है सारे एक तरफ तो भाजपा को मुकाबला भी आसान हो जाएगा, एक ही चाल में पत्ता साफ।
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »