कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन बुधवार को 7वें दिन भी जारी है। किसानों ने शाम करीब सवा पांच बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने कहा कि सरकार कानूनों को खत्म करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाए। उन्होंने कहा कि 5 दिसंबर को मोदी सरकार और कॉरपोरेट घराने के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन किए जाएंगे। किसानों से गुरुवार को केंद्र की बातचीत होनी है। इससे पहले आंदोलन को लेकर गृह मंत्री अमित शाह पंजाब से मुख्यमंत्री कैप्टन...
मंगलवार को सरकार के साथ 35 किसान संगठनों की 3 घंटे की बातचीत बेनतीजा रही। मीटिंग में सरकार की तरफ से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा रेल मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री सोमप्रकाश मौजूद रहे थे। मीटिंग में सरकार कानूनों पर प्रजेंटेशन दिखाकर फायदे गिनवाती रही, लेकिन किसान तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े रहे। उन्होंने इतना तक कह दिया कि हम कुछ तो हासिल करेंगे, भले गोली हो या फिर शांतिपूर्ण हल। किसानों ने कृषि कानूनों को डेथ वॉरंट बताया।: किसानों और सरकार की मीटिंग शुरू...
70 साल के संतोख सिंह सिंघु बॉर्डर पर चल रहे प्रदर्शन में शामिल हैं। आंसू गैस का खोल लगने से वे जख्मी हो गए। किसानों के आंदोलन को देखते हुए नॉर्दन रेलवे ने अजमेर-अमृतसर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन को आज रद्द कर दिया है। गुरूवार को अमृतसर-अजमेर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन और अमृतसर-डिब्रूगढ़ स्पेशल ट्रेन रद्द रहेगी। भटिंडा-वाराणसी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन अगले आदेश तक कैंसिल रहेगी।
capt_amarinder AmitShah mlkhattar PMOIndia जो पहले से ही सोच के बैठे है कि पूरे देश में आंदोलन करना है फिर बात चीत का मतलब ही क्या
capt_amarinder AmitShah mlkhattar PMOIndia Please sir remove 80:20 base gender discrimination in delhi aiims for nursing vacancy......
capt_amarinder AmitShah mlkhattar PMOIndia किसान आंदोलन तो बहाना है , मकसद तो दंगे कराना है । अगर दिल्ली आया होता किसान, तो अब तक हो गया होता निपटान।
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