किसानों ने बुराड़ी मैदान जाने से किया इनकार, कहा- ये जेल है, हम बॉर्डर से ही दिल्ली घेरेंगे

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किसान संगठनों ने दिल्ली के बुराड़ी मैदान जाने की केंद्रीय गृह मंत्रालय की मांग ठुकरा दी है. किसानों ने कहा कि ये जगह एक खुली जेल की तरह है और वे बॉर्डर से ही दिल्ली घेराव करेंगे.

किसानों ने कहा कि सरकार को उनसे बिना किसी शर्त बात करनी चाहिए. ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलनों के चौथे दिन 30 किसान संगठनों के साथ हुई बैठक में ये निर्णय लिया गया है. भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के अध्यक्ष सुरजीत एस. फूल ने कहा, ‘हमने निर्णय लिया है कि हम बुराड़ी पार्क नहीं जाएंगे, क्योंकि यह एक खुली जेल है. दिल्ली पुलिस ने उत्तराखंड किसान संगठन के अध्यक्ष को बताया कि वे उन्हें जंतर मंतर ले जाएंगे, लेकिन इसकी जगह उन्होंने उन्हें बुराड़ी पार्क में बंद कर रखा है.’

गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय गृह सचिव द्वारा तीन दिसंबर से पहले किसानों से बातचीत करने के लिए लगाई गईं शर्तों पर उन्होंने कहा, ‘बातचीत के लिए रखी गईं शर्तें किसानों का अपमान है.’ Instead of going to open jail in Burari, we've decided that we will gherao Delhi by blocking 5 main entry points to Delhi. We've got 4 months ration with us, so nothing to worry. Our Operations Committee will decide everything: Surjeet S Phul, President, BKU Krantikari

 

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