किसान आंदोलन का एक साल पूरा, क्या खोया-क्या पाया - BBC News हिंदी

  • 📰 BBC News Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 33 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 16%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

किसान आंदोलन का एक साल पूरा, क्या खोया-क्या पाया

राजनीतिक विश्लेषक डॉ प्रमोद कुमार मानते हैं, "इस आंदोलन ने हमें सिखाया है कि आपको कोई भी कानून बिना संवाद और विचार-विमर्श के पारित नहीं करना चाहिए. और इस आंदोलन ने बताया कि कारपोरेट करण जनहित में नहीं हैं, विशेषत: जब ये खाद्य सामग्री से जुड़ा हो. क्योंकि किसानों की जीविका इस पर टिकी हुई है."

वे कहते हैं, "इस आंदोलन की ओर से लगातार जोर दिया गया कि ये मुद्दा सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुलझ नहीं सकता. अगर कोई समाधान है तो उसे राजनीति में तलाशा जाना चाहिए. मुझे लगता है कि उन्होंने एक बड़ा मुद्दा उठाया है." सुप्रीम कोर्ट की ओर से इशारा मिलने पर केंद्र सरकार ने इन क़ानूनों को डेढ़ साल के लिए होल्ड पर डालने की पेशकश की लेकिन किसान संगठन इसके लिए राज़ी नहीं हुए.

डॉ. प्रमोद कुमार मानते हैं, "आने वाले महीनों में पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में चुनाव होने वाले हैं. अगर सरकार चुनावों को ध्यान में रखते हुए ये कदम उठा रही है तब मुझे लगता है कि इस फ़ैसले को इसके गुण-दोष को ध्यान में रखते हुए नहीं लिया गया है."

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Gand khoi chut pai

किसान बिल खोया। साल भर फ्री भोजन पाया। BBC को भी जरूर मजा आया।

सैंकड़ों किसानों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी एक तानाशाह व्यक्ति के चलते। अभी भी वह तानाशाही करता अगर पांच राज्यों में चुनाव न आते तो । भारत की बिकाऊ मीडिया ने भी किसानों को बदनाम करने में कमी नहीं छोड़ी।

𝙺𝚑𝚘𝚢𝚊 𝚔𝚞𝚜𝚑 𝚗𝚒𝚑𝚒 𝚛𝚊𝚓𝚗𝚒𝚝𝚒 𝚗𝚊𝚢𝚊 𝚙𝚊𝚛𝚝𝚢 𝚖𝚒𝚕𝚊 𝚑𝚎𝚒

BJP MasterStroke KisanAndolan

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 18. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का एक साल | DW | 26.11.2021दिल्ली और अन्य जगहों पर शुक्रवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. किसान संगठनों की मांग है कि सरकार एमएसपी की गारंटी वाला कानून बनाए. FarmersProtest
स्रोत: DW Hindi - 🏆 8. / 63 और पढो »

Anil Vij का किसान नेता पर बयान बदलने का आरोप, टिकैत ने दिया ये जवाबकृषि कानूनों के खिलाफ जिस आंदोलन की आवाज किसानों ने दिल्ली तक पहुंचा दी, उस विरोध के आज एक साल पूरा हो चुके हैं. किसान विरोध के तौर पर दिल्ली की सीमाओं पर डट कर मांगों के समर्थन में विरोध तेज कर रहे हैं. सरकार पहले ही तीनों कृषि कानूनों को वापसी की फाइल मे डाल चुकी है लेकिन किसान वापसी के ट्रैक्टर पर फिलहाल सवार नहीं होंगे. पंजाब- हरियाणा और दूसरे सटे राज्यों से किसानों का दिल्ली सीमा तक पहुंचना लगातार जारी है. देखें इस पर क्या बोले किसान नेता राकेश टिकैत. वामपंथी चडूनी राजनीतिक पार्टी बना रहा है ..उसके बाद ये डकैत राकेश टिकैत अन्ना की तरह विलुप्त हो जाएगा।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

Farmer protest LIVE: किसान आंदोलन के 1 साल, देशभर से दिल्ली कूच कर रहे किसानआज की ताजा खबर ( Aaj Ki Taza Khabar), 26 नवंबर 2021 की खबरें और समाचार: आंदोलन के एक साल पूरे होने पर दिल्ली की सीमा पर बड़ी तादाद में किसान पहुंचे हैं. मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले की आज 13वीं वर्षगांठ है. देश आज संविधान दिवस भी मना रहा है. पढ़ें आज की सभी बड़ी खबरें... 🙏 ! किसान!
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

संयुक्त किसान मोर्चा क्या पकड़ सकता है राजनीति की राह - BBC News हिंदीदिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर किसानों को आंदोलन करते हुए आज एक साल पूरे हो गए. पिछले 24 घंटे में दो नेताओं के ऐसे बयान आए हैं, जिसके बाद चर्चा है कि क्या अब किसान नेता राजनीति में आना चाहते हैं? राजनीति के अलावा ओर कर ही क्या रहे हैं. ये लोग पहले दिन से ही राजनीति की राह पकड़े हुए है इसको किसानी से ज्यदा राजनीति की पड़ी है
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का एक साल पूरा, 29 को संसद तक निकालेंगे ट्रैक्‍टर रैलीकृषि कानूनों के रद्द होने की घोषणा के बाद भी किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है. 29 नवंबर को किसान संसद की तरफ ट्रैक्टर रैली निकालने वाले हैं, जिसे देखते हुए गाजीपुर बार्डर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सरकार को किसानों संगठनों के साथ बैठ सोहार्दपूर्ण वातावरण मैं खेती बाडी से जूडी हर समस्या पर बात कर हल निकालना चाहिए ओर एक प्रगतिशील खेती बाड़ी का रास्ता तैयार हो। किसान समस्या में है और उसका खोया भरोसा वापस लाना आवश्यक है। जय किसान
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

नोएडा एयरपोर्ट का क्या है ब्लूप्रिंट? इलाके में क्या लाएगा बदलाव? कैसा होगा इंटरनेशनल एयरपोर्ट?इस एयरपोर्ट के पहले चरण का काम 2024 तक पूरा होने की संभावना है. इसी वर्ष देश में लोकसभा चुनाव होने हैं. एयरपोर्ट के पहले फेज पर ₹ 10,050 करोड़ से अधिक की लागत आएगी. यह एयरपोर्ट 1300 हेक्‍टेयर से अधिक क्षेत्र में फैला होगा और करीब 1.2 करोड़ यात्रियों द्वारा इसका उपयोग किया जाएगा. खामखाह परेशान हो रहे हो सरकार चलाने के लिए तो राष्ट्र की सम्पत्ति बेची जा रही हैं।। उसपर मुँगेरी लाल के नयें सपने ये तो बताओ की इनके लिए पैसें कहाँ से आयेंगे..? कभी ये भी बता दो की कुल बजट का बाइस प्रतिशत हिस्सा हमे ब्याज अदा करनी होती हैं और शिक्षा स्वास्थ्य मे फक़त 4% मात्र China .? 2014 में प्रस्ताव 2021 में आधार शिला चुनाव है सपना
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »