"हमारी पार्टी पीछे नहीं हुई है, बीजेपी हम से कहीं आगे निकल चुकी है''. इस तरह की एक जैसी प्रतिक्रिया ज़मीन से जुड़े कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं की थी.
सियासी गलियारों में चर्चा आम है कि सचिन पायलट के खेमे से बग़ावत की बू मार्च से ही आने लगी थी. लेकिन सियासी विशेषज्ञ हैरान हैं कि पार्टी का हाई कमान इसे सूंघने में नाकाम क्यों रहा और अगर सूंघा तो इसका इलाज क्यों नहीं किया. मुंबई की युवा नेता भावना जैन सालों तक अमरीका में रह कर जब भारत लौटीं तो सोनिया गाँधी से प्रभावित हो कर कांग्रेस पार्टी से जुड़ गईं.
वो कहते हैं कि गाँधी परिवार कांग्रेस पार्टी में गले के फंदे की तरह से बन कर रह गया है."कांग्रेस के भीतर कई लोगों को एहसास है कि परिवार पार्टी के गले में फन्दा बन गया है. इसलिए कुछ नेता बाहर निकलते हैं और कुछ लोग ये महसूस करते हैं कि उनके पास कोई विकल्प नहीं है तो वो पार्टी के अंदर ही रहना पसंद करते हैं."
वो ये ज़रूर मानती हैं कि सोशल मीडिया और संचार के दूसरे माध्यम में पार्टी कुछ पीछे है जिस पर काम चल रहा है कांग्रेस पार्टी की आख़िरी इकाइयों में, यानी गाँव के स्तर पर, कार्यकर्ता सीज़नल होते हैं. साल 2018 के अंत में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पार्टी की जीत के बाद मैंने कई राज्यों का दौरा किया था. मैंने पूर्वी उत्तर प्रदेश, तमिल नाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं से मुलाक़ात की थी. उनका मनोबल ऊंचा था. मुझे बताया गया कि इन तीन राज्यों में चुनावी जीत के बाद पार्टी में ऐसे कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं जो पार्टी छोड़ कर चले गए थे.
सब दिखेगा ।
आखिर में पप्पू भी जाएगा बीजेपी में
Pappu fail ho gaya
अकेले अकेले कहां जा रहे हो, जहां जा रहे हो अकेले अकेले
Congress party needs committed cadres who would stic with party irrespective of leaders.also Rahul and Priyanka needs to struggle on on roads.
चुनावी समर में छोकरा दिखाया छोकरे ने मेहनत भी बहुत किया फिर जीतने के पश्चात चाटुकार चापलूस डोकरा को बैठा दिखा यह तो खानदानी परंपरा सरदार पटेल भी 14 वोट और नेहरु को दो वोट फिर भी गांधी ने pm नेहरु को बनाया मेहनत करो ना करो पर चापलूसी में महारत हासिल होना चाहिये तभी सत्ता मिलेगी
कब तक राजा का बेटा राजा बनेगा।। अब राजा वही बनना चहिये जो असली हक़दार है।। काँग्रेस एक बड़ी पार्टी है और अब परिवारवाद से ऊपर नकलने ही पड़ेगा।। एक मजबूत विपक्ष को होना बहुत ज़रूरी है लोकतंत्र में। वरना तानशाही आ सकती है।।
किसी के आने जाने से इतने बड़े समूह को क्या फर्क पड़ता है
कांग्रेस जिस दिन सभी भारतीयों को एक नजर से सोचने लगेगी,उस दिन से इसके दिन अच्छे शुरु हो जायेगे।
अभी नहीं उड़ा तो फिर धीरे धीरे उड़ना ही है। उनकी अपनी करनी से ही खुद कालिदास की तरह अपनी डाल को खुदबैठ कोई काट रहा है।
होल बडा हुआ है। छोटी मछलियां जल्दी से खिसक जाएगी।
देश की इतनी पुरानी पार्टी जिसमें एक से बढ़कर एक नेता हुए,अगर आज आप से आप के नेता किनारा कर रहे हैं तो कुछ तो गंभीर बात होगी ।
सब उड़ जायेगा
सत्ता का भाव और त्याग का अभाव ही हर समस्या की जड़ है।
ये वक्त भी बदल जायेगा,,,
गधों के सर पर ताज रहेगा उस अस्तबल में एक भी घोड़ा नहीं बचेगा सब भाग जाएंगे
Jo lalchi hoga wo jayega party chodkar
जब तक राहुल गांधी बीजेपी में शामिल नहीं हो जाते ये चलता रहेगा
it is the oldest party,founded with 72 members,many take oaths and went by this is congress.,it will retain it's face again .Those who swept away were opportunist and yes they have their own politics .
कुछ लोगों को बना बनाया हलवा मिलता है और वह अपने आप को नवाब समझने लगते हैं सचिन पायलट और सिंधिया की राजनीति बनी बनाई मिली शायद लालच का हलवा बचा नहीं पाए पहले भी कांग्रेसी ने पुराने राजनेताओं का आना जाना लगा है यह कोई नई बात नहीं है जिंदगी में कभी हार नहीं माननी चाहिए बस चलते जाओ।
कांग्रेस पार्टी समुद्र है, और समुद्र में तुफान आते ही रहते हैं ।
बुजुर्गों को बचाओ, युवाओं को निकालो. राहुल गांधी समर्थक है, तो पहले लाथ मारो. -वर्तमान काँग्रेस नीति. SachinPailot AshokGehlot
kailashlangadi1 कांग्रेस तो गई
तब तक उड़ेगा जब तक छोटा भीम का स्थाई पता इटली ना लिखा जाने लगे
Congress is require pumpkin on immediate basis to strong their immune system
पप्पू भी चला जायेगा छोडकर एक दिन सिर्फ सोनिया और प्रियंका ही रह जायेंगे अकेले अब वह दिन दूर नहीं
कोई फर्क नहीं पड़ता, ये कांग्रेस है कितने आये और गये.INCIndia
अभी तो खेल शुरू हुआ है
जिंहोने सिंधिया के जाने से सबक नही लिया उनसे क्या उम्मीद कर सकते हो।
जो बचा है उसे भी संभाल नही पा रही है कांग्रेस देश को अब तीसरी पार्टी की जरूरत है जो वाकई में सत्ता नही संघर्ष में विश्वास रखता हो, जिसे जनता की फिक्र हो कुर्सी की नहीं।
Sab ura Le jayega pratham putram sneh asti aag lage basti
अब बचा ही कौन है, शशि थरूर?😂😂
सब उड़ेगा बस पप्पू महाराज रहेंगे
Kuchh keh nahi sakte PMCares fund mein vidhayak kharidne ke liye bohat paise hain
yah Jaenge to nahin aaenge na aur unko mauka milega
जो मजबूत है और सेवा भाव से ईमानदारी से जुड़े हैं वो टिकेगे।
FreedDctorKafeelKhan JusticeDoctorKafeelKhan
Both side blunder. Had Pilot stayed in cong he could have been cm candidate in 2023 and pm candidate in 2029. He could have rejuvenated cong and do what Sh. Vajpayee did for bjp.
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »