वो आठ साल की एक मासूम बच्ची थी. जंगलों में पशु चराने ले जाती थी. उन वहशी दरिंदों ने उस मासूम के साथ हफ्ते भर तक बलात्कार किया और फिर जब दरिंदगी के बाद वे उस मासूम का कत्ल करने जा रहे थे, तभी एक पुलिस वाला उनसे कहता है"कुछ देर और रुक जाओ मैं भी इसे नोच-खसोट लूं फिर मार देना." 18 माह पुरानी इस वारदात के बाद अब अदालत ने इंसाफ किया है. अदालत ने 6 दरिंदों को दोषी माना. 3 को उम्रकैद की सजा सुनाई और 3 को पांच साल की. उम्रकैद पाने वालों में इस खौफनाक साजिश का मास्टर माइंड संजी राम भी शामिल है.
गुस्सा नहीं हैरानी होती है, लोगों की उस सोच पर जो रूह को छलनी कर देने वाली गैंग रेप जैसी वारदात में भी धर्म और मज़हब ढूंढ लेते हैं. उस वक्त कुछ लोगों ने कहा था कि उस बच्ची के बलात्कारियों को छोड़ दो, जिन्होंने कठुआ के एक मंदिर में अपनी हवस मिटाई थी. दिल पर हाथ रख कर कहिएगा.
कोर्ट में दाखिल चार्जशीट के मुताबिक मंदिर के एक कमरे में लाकर उस नाबालिग दरिंदे ने बच्ची को जबरन भांग खिला दी. फिर उसने बच्ची के साथ रेप किया. हवस मिटाने के बाद उसने संजी राम के बेटे भी वहां बुलाया और फिर दोनों ने मिलकर बच्ची के साथ गैंग रेप किया. इसके बाद उसने अपने चाचा संजी राम को इस बात की ख़बर दी. संजी राम ने किसी से बेहोशी की दवा मंगवाई और वो भी मंदिर जा पहुंचा. इसके बाद लगातार बच्ची को पीटा गया, उसके साथ हर दिन बलात्कार किया गया. ये सिलसिला लगातार चलता रहा.
itsparvezsagar क्या ये सब सच्चाई है या सबको फसाया जा रहा है हिन्दूओ को बदनाम करने के लिये। सरकार CBI जाच क्यो नही करवाती
itsparvezsagar Why not Hang till death punishment!! Where is this law now
itsparvezsagar Ek aur 'RAM'
itsparvezsagar अपराधियों के अपराध पर कोई सहानुभूति नही है। सवाल तो आपके दोगलेपन से है। मन्दिर, हमारी संस्कृति जैसे शब्द कठुआ कांड में तो सामने आते हैं लेकिन रमजान की दुहाई अलीगढ़ केस में नहीं दी जाती। वहाँ अपराधियों के कई दिनों बाद सार्वजनिक क्यों किये जाते हैं?
itsparvezsagar अभी न्याय नहीं हुआ है।इनलोगों को फाँसी होनी चाहिए।इससे कम नहीं।
itsparvezsagar हिन्दू हो या मुस्लिम कोई भी हो ऐसे दरिंदों को फाँसी की सजा भी कम हैं।
itsparvezsagar फैसला आने के बाद
itsparvezsagar People should take lesson, if any thing found sucpicious around them call police at once, dont take deceision themselve.
itsparvezsagar
itsparvezsagar फाँसी होनी चाहिए थी इस सकस को ये सजा कम है इस आदमी के लिए
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