ओडिशा: 'सुना बेशा' अनुष्ठान में 200 किलो सोने के आभूषणों से सजाई गई पुरी की त्रिमूर्ति

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 72 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 32%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

ओडिशा: 'सुना बेशा' अनुष्ठान में 200 किलो सोने के आभूषणों से सजाई गई पुरी की त्रिमूर्ति Odisha Puri Trimurti SunaBesha

परंपरा के अनुसार देवी एवं देवताओं की रथ यात्रा की वापसी के बाद वाले दिन सोने के आभूषणों से भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ को सजाया जाता है। ‘सुना बेशा’ आषाढ़ शुक्ल एकादशी तिथि या आषाढ़ के महीने में 11वें शुक्ल पक्ष में आयोजित की जाती है। हालांकि, श्रद्धालुओं को महामारी के कारण लगातार दूसरे वर्ष तीन राजसी लकड़ी के रथों पर विराजमान भगवान की स्वर्ण पोशाक को देखने का दुर्लभ अवसर नहीं...

जिला प्रशासन ने मंदिर और उसके 'लायन गेट' के पास कुछ स्थानों को छोड़ पूरे शहर से बंदी और कर्फ्यू वापस ले लिया, जहां अनुष्ठान के लिए रथ खड़े थे। भीड़ से बचने के लिए एहतियातन ग्रांड रोड के दोनों ओर के सभी होटल, लॉज और अतिथि गृह बंद कर दिए गए थे। प्रशासन की अधिसूचना में कहा गया था, '21 जुलाई को सुना बेशा, 22 जुलाई को अधरपना के मद्देनजर कुछ क्षेत्रों में 24 जुलाई को सुबह छह बजे तक बंद और कर्फ्यू लागू...

सुना बेशा, जिसे 'राजधिराज बेशा' भी कहा जाता है, साल में कम से कम पांच बार होता है। यह 12वीं शताब्दी के मंदिर के अंदर चार बार तब आयोजित किया जाता है जब देवताओं को रत्न सिंहासन पर और एक बार रथों पर बैठाया जाता है। एक वरिष्ठ सेवक ने कहा, 'दशहरा, कार्तिका पूर्णिमा, पौष पूर्णिमा और दोला पूर्णिमा पर मंदिर के अंदर सुना बेशा का आयोजन किया जाता है। त्रिमूर्ति को लगभग 200 किलो सोने के आभूषणों से सजाया जाता है।'परंपरा के अनुसार देवी एवं देवताओं की रथ यात्रा की वापसी के बाद वाले दिन सोने के...

सुना बेशा, जिसे 'राजधिराज बेशा' भी कहा जाता है, साल में कम से कम पांच बार होता है। यह 12वीं शताब्दी के मंदिर के अंदर चार बार तब आयोजित किया जाता है जब देवताओं को रत्न सिंहासन पर और एक बार रथों पर बैठाया जाता है। एक वरिष्ठ सेवक ने कहा, 'दशहरा, कार्तिका पूर्णिमा, पौष पूर्णिमा और दोला पूर्णिमा पर मंदिर के अंदर सुना बेशा का आयोजन किया जाता है। त्रिमूर्ति को लगभग 200 किलो सोने के आभूषणों से सजाया जाता है।'खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं?खबर में और अधिक सुधार की...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

जब मैं उदास होती निराश होती हूँ उस समय ये पंक्तियां मुझमे नयी ऊर्जा भर देती है ..👇👇

Jai Jaganath

जय जगन्नाथ जी

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

JEE (Main): ओड‍िशा में कोरोना महामारी के बीच देख‍िए, कैसे शुरू हुए एग्जामJEE (Main) Exam 2021: ओडिशा में कोरोना महामारी के बीच जेईई (मेन) की परीक्षा कल से शुरू हो गई. यहां 19,954 विद्यार्थी परीक्षा में हिस्सा लेने पहुंचे. तस्वीरों में देखें एग्जाम सेंटर के बाहर का नजारा...
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

दिल्ली में मानसून : बारिश ने पकड़ी रफ्तार, एक हफ्ते में ही जुलाई का औसत पारदिल्ली में मानसून : बारिश ने पकड़ी रफ्तार, एक हफ्ते में ही जुलाई का औसत पार Delhi Monsoon Rain
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

कुछ ही सेकंड में 2 विमानों में होने वाली थी आमने-सामने की टक्कर, तभी...एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने बोइंग जेट को उसी रनवे पर उतरने की मंजूरी दे दी, जिस रनवे पर ईज़ीजेट विमान आगे बढ़ना शुरू हुआ था. गनीमत रही पायलटों ने आने वाले खतरे को देख लिया. बोइंग एक मील से भी कम दूर था और 160 मील प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा था. रात में सोया नहीं होगा कंट्रोल करने वाला अच्छा हुआ दोनों विमान बच गए और सभी पैसेंजर भी बच गए
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

Covid India Updates: देश में हर तीन में से दो लोगों में मिली कोरोना एंटीबाडी, चौथे सीरो सर्वे में हुआ खुलासादेश में कोरोना की स्थिति को लेकर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस में ICMR के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा क‍ि राष्ट्रीय सीरो सर्वे का चौथा चरण जून-जुलाई में 21 राज्यों के 70 ज़िलों में आयोजित किया गया। इसमें 6-17 वर्ष की आयु के बच्चे शामिल थे। घर घरमे जेक रेजिस्टर क्रोवा लिया और बिना वैक्सीन देके काउंटिंग में दाल दिया ,मेरे साथ 100 लोगोने रजिस्टर क्रोवा रखा किसीको अभी तक वैक्सीनेबन्हि मिली ?झूटे है सरकार । जागरण में हिंदी के शब्द प्रतिशत के स्थान पर फीसद शब्द का प्रयोग क्यो होता संपादक जी।ऐसे में आपके बच्चे भी प्रतिशत शब्द भूल जाएंगे।जागरण हिंदी का ही समाचार पत्र है न।फिर उर्दू कर शब्द क्यो भरे रहते।यह हिन्दीद्रोह है, हिंदी के प्रति अपराध है।यथासम्भव हिंदी के प्रयोग का आदेश दें। Pichli bar bhi aise 60% logon me mili thi lekin phir kya hua tha sab jante hain
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

लॉकडाउन के बावजूद ऑस्ट्रेलिया में बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले, अमेरिका में भी बढ़ी चिंतान्यू साउथ वेल्स और सबसे अधिक आबादी वाले राज्य सिडनी में 110 नए मामले दर्ज किए गए, जो कि एक दिन पहले 78 थे. इन शहरों और आसपास के क्षेत्रों में चार सप्ताह का लॉकडाउन लगाया गया था कि क्योंकि यहां कोरोना के डेल्टा वेरिएंट का प्रकोप था. इसके बावजूद मामलों की संख्या बढ़ी हुई आई है. क्या अब भी लोगों को लगता है की कोरोना का इलाज लाक्डाउन है ,असलियत तो यह है की जनता ओर सरकार को समझना होगा की अब कोरोना कही नही जाने वाला ओर इसके साथ रहना सीखना होगा लोगों को । इतनी बेबसी कभी नही दिखी। भगवान बेबस, अल्लाह बेबस, यीशु बेबस, विश्व की सभी महाशक्तियां बेबस, विज्ञान बेबस, तमाम मिसाइलें बेबस, परमाणु, हाइड्रोजन बम बेबस, तालीबान और आतंकी संगठन बेबस। अब तो सबका घमंड चूर हो जाना चाहिए, या अभी भी अपनी शक्ति आज़माने की कुछ अभिलाषा बाकी रह गयी है?
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

UP के सीतापुर में बारिश से मकान गिरे: मानपुर में एक ही परिवार के 4, सदरपुर में 2 की गई जान, महरिया में दीवार गिरने से एक बुजुर्ग की मौतउत्तर प्रदेश के सीतापुर में दो दिनों से हो रही बारिश अब आफत बन गई है। यहां बारिश के चलते तीन अलग-अलग हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। बारिश के चलते एक मकान भरभराकर गिरने से उसके अंदर सो रहे मासूम बच्चों समेत आधा दर्जन लोग मलबे में दब गए। स्थानीय लोगों ने मलबे को हटाकर सभी को बाहर निकाला तो एक महिला और दो बच्चों समेत 4 लोगों की मौत हो गई। जबकि 2 गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं दूसरी जगह पर दीवार गिरने... | उत्तर प्रदेश के सीतापुर में अलग-अलग हादसों में 6 लोगों की मौत हो गई। लगातार बारिश के चलते दो घरों की छत ढह गई। सोते समय हुए अचानक हादसे में भागने का मौका नहीं मिल पाया। मलबे में दबकर इनकी मौत हो गई। इसमें दो बच्चे भी शामिल हैं।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »