ईरान और चीन में एक महात्वाकांक्षी डील हुई है, जिस पर अब पूरी दुनिया की नज़र है. दोनों देशों के बीच हुआ यह रणनीतिक और व्यापारिक समझौता अगले 25 वर्षों तक मान्य होगा. इस समझौते के बाद मंगलवार को ख़बर आई कि ईरान ने चाबहार रेल प्रोजेक्ट से भारत को अलग कर दिया है.
समझौते की शुरुआत में कहा गया है, “दो प्राचीन एशियाई संस्कृतियां, व्यापार, राजनीति, संस्कृति और सुरक्षा के क्षेत्र में समान विचारों वाले दो सहयोगी, कई साझा द्विपक्षीय और बहुपक्षीय हितों वाले देश, चीन और ईरान एक दूसरे को अपना रणनीतिक सहयोगी मानेंगे.”चीन, ईरान के तेल और गैस उद्योग में 280 अरब डॉलर का निवेश करेगा.
अमरीकी पाबंदियों की वजह से ईरान में विदेशी निवेश लगभग ठप पड़ा है. ऐसे में चीन की वजह से ईरान में विदेशी निवेश, तकनीक और विकास को गति मिलेगी. दूसरी तरफ़, कच्चे तेल के सबसे बड़े आयातक देश चीन को ईरान से बेहद सस्ती दरों पर तेल और गैस मिलेंगे. अमरीकी प्रतिबंधों के कारण भारत, ईरान से तेल आयात करना लगभग बंद कर चुका है जबकि कुछ साल पहले तक यह भारत के लिए तेल का प्रमुख आपूर्तिकर्ता हुआ करता था.
इस सवाल के जवाब में तलमीज़ अहमद कहते हैं, “आज़ादी के बाद से अब तक, भारत की विदेश नीति ‘स्ट्रैटिजिक अटॉनमी’ की रही है. यानी भारत किसी ख़ास देश या खेमे में शामिल नहीं होता था, उनके दबाव में नहीं आता था और अपने हितों के अनुसार सभी देशों से मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध रखने की कोशिश करत था. मगर ऐसा लगता है कि पिछले कुछ वर्षों से भारत की यह नीति कमज़ोर पड़ी है. भारत के पड़ोसी देशों में भी यह धारणा बनी है कि भारत कहीं न कहीं अमरीकी प्रभाव में है.
ईरान अमेरिका इजराईल से बचाव हेतु चीन के साथ जा रहा है इसमे आश्चर्य कैसा
भारत और ईरान की दोस्ती कभी नहीं चलती...ईरान की हरकतें हमें बार बार पशोपेश में डाल देती....ये सौदा शुरू से ही बेवकूफी भरा था।
Ye new India he yaha aab India wale India walo se nafrat karte he wo to aalag country he chale he aatmnirbhar bananae
Modi hai to mumkin hai, hamne sadiyon purane dost nepal ko bhi kho diya
धन्य है।मोदीजी
विदेश नीति
अच्छा😆
PMOIndia narendramodi AmitShah rajnathsingh Bharat ko galwan me fasa ke chin ne Iran ko jeet liya Modi sarkar dekhti rah gai isse kahte hai game ImranKhanPTI Pok pe kabja hi chin ko behtar sabak sikha payegi Ab nahi to kabhi v nahi
🤬
कोई बात नही। सब चंगा सी।
Kya huwa Vishwa Guru se sab naraaz hogaye kya🤣🤣
Bharat ko Hindu Muslim karne do. Jo time mile wo public property bechne me lagane do Usse Jo time Bache to MLA kharidne do
बकवास मत कर कोई चिंता की बात नहीं है
MisaBharti कोई दिक़्क़त नहीं तुम तो अंग्रेज़ी ही तुम डरो
Jay Bhagwa Our Friend USA Hutiyaa
भोश्री वाले तू दलाली से नोट छाप नेपाल नक्शे छाप रहा है चाइना बीमारी बांट रहा है सब मिलकर संसार नष्ट करो।
China pese ke dam pe kud raha he iran ko ab accha lagega bad me bhugtna padega🙏🙏
हम देख रहे हैं कि हमारे पड़ोसी एक एक करके हमारे खिलाफ हो रहे हैं जो शुभ संकेेत नहीं हैं कहीं इसके लिए हम स्वयं जिम्मेदार तो नहीं इस पर भी विचार करना चाहिए ।
भूखे नंगे देश अब भारत की परेशानी बढ़ायेंगे 😀😀 नेपाल, ईरान जैसे देश भारत की मदद पर जिंदा है।
दक्षिणी चीन सागर,भूटान -नेपाल में(चीन के बेस) इधर पाकिस्तान की तरफ से,उधर बंग्लादेश में चीन,आज ईरान ने अपना करार तोड़ चीन से जुड़ गया-विदेश नीति फेल-भारत🇮🇳😳🙏
Chin पहले दोस्ती करता है उसके बाद धोखा देता है। Iran भी इसके जाल में फंसेगा। BoycottChina
Chin ने जैसे India को धोखा दिया उसी तरह से ये चालबाज चीन Iran को भी धोखा देगा। BoycottChina
चिंतित होने की बात है पर चिंता न करे अपना मुल्क महान था महान रहेगा इंशाअल्लाह
भारत को कुछ भी परेशानी नहीं है पर बीबीसी को है
ye toh hona hi tha...
Up में देवरिया है राजस्थान में भी देवरिया है। नेपाल में भी अयोध्या है। तो अच्छी बात है। इतना चिल्लाने की क्या जरूरत है। हमे हमारे श्री राम प्यारे है। तुम्हे तुमारे देश के नेपाली श्री राम का मंदिर बनाओ। नेपाली थे। अयोध्या नेपाल में है हम क्या करे उसका। हमारे देश मे भी है
Bharat nhi pareshan hi...Bbc news..
ईरान चीन को तो छोड़ो साहब यह ऐसे लोग हैं कि इनको अपने भारती से भी जलन होती है दुनियां भर में पहली सत्ता पहला चौकीदार देखा गया है जिसे अपने देश वासी से ही नफ़रत हो और अगर उन्हीं में से किसी से मोहब्बत रहेगी तो मतलब की मोहब्बत सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक कि राजनीति चल रही है।
This happens. Happens in times of global upheaval. Due to US-Saudi pressure Iran has sought refuse behind China. In the return China has dislodged India from Chabahar. Also China-Pak nexus has forced India towards Israel/US/West/Saudi enemy no. 1 for Iran.
hume bhi israel se dosti badani chahiye
अगर भारत इरान-चीन की क़रीबी से परेशान है तो चीन भारत-अमेरिका-रुस-आस्ट्रेलिया-इज़राइल-जापान व अन्य देशों की क़रीबी से कितना परेशान होगा 🧐 😀😂 बी॰बी॰सी॰ का मतलब कहीं बिकाऊ भाण्ड चेनल तो नहीं हो गया। 🤣🤣
चीन अमरीका के धमकी के डर से ईरान से पेट्रोल लेना बंद नही कर दिया था। जबकि भारत ट्रम्प की धमकी के बाद से ईरान से पेट्रोल लेना बंद कर दिया। जबकि सबसे सस्ता तेल उसे ईरान से ही मिलता था। ऐसे में ईरान का चीन की तरफ जाना स्वाभाविक है।
India, America, Japan, Australia, Vietnam, Myanmar, Hongkong, South Korea, etc. All should join the hands without thinking more and attack China and his alliance as soon as possible. Country like China is a global threat...
Big loss for India
भारत से ज्यादा BBC परेशान हैं
JagranNews जी इसपर कुछ कहे
हॉंगकॉंग को बेचने वालों।
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