इतने निर्मम भी न बनें, जानिए तस्लीमा नसरीन आखिर क्यों कर रही हैं ये अपील

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 97 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 42%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

इतने निर्मम भी न बनें, जानिए तस्लीमा नसरीन आखिर क्यों कर रही हैं ये अपील Animals Dog Cat Pets taslimanasreen straydog Manekagandhibjp

को मारने का अभियान बंद करने का अनुरोध किया है। मेनका गांधी की इस पहल के लिए मैं उनका शुक्रिया अदा करती हूं। बांग्लादेश में कुछ दिन पहले कुत्तों को मारने की मांग के साथ स्थानीय नागरिकों ने मानव श्रृंखला बनाई थी।

उत्तर अमेरिका और यूरोप के लोग आज भी कुत्ते-बिल्लियों से प्यार करते हैं, उन्हें शरण देते हैं। दूसरी ओर, अविकसित देशों में कुत्ते-बिल्लियों को भोजन के रूप में, आफत के तौर पर या चोरों को भगाने के मददगार के तौर पर देखा जाता है। अनेक देशों में नापाक प्राणी के तौर पर कुत्ते घृणा के पात्र हैं। एशियाई देशों के अमीर लोग विदेशी नस्ल के कुत्ते पालते हैं। जबकि देसी कुत्ते रास्तों में भटकते फिरते हैं।

पर अच्छे भोजन और घर में मिली सुरक्षा के कारण मेरी बिल्ली जिंदा है। मेरी बिल्ली चतुर भी बहुत है। दुनिया के लगभग हर देशों की, हर नस्ल की बिल्लियां मैंने देखी हैं। सियामिस नस्ल की बिल्लियों को सबसे चतुर माना जाता है। पर अपनी बिल्ली जैसी तेज दिमाग वाली बिल्ली नहीं देखी। मेरी इस बिल्ली का फुटबॉल शो टीवी पर दिखाया जा चुका है। इस बिल्ली को लेकर फिल्म भी बन चुकी है, जिसे राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।

मैं कुत्ते नहीं पालती। लेकिन बाहर निकलने पर अपनी गाड़ी में कुत्तों के लिए खाने-पीने की चीजें हमेशा रखती हूं। रास्ते की बिल्लियों को खाना खिलाने के लिए मैंने डे केयर सेंटर खोल रखा है। भूखे कुत्ते-बिल्लियों को खिलाकर मुझे शांति मिलती है। अपने जीवन में असंख्य मजबूर और भूखे कुत्ते-बिल्लियों के साथ मेरा जो रिश्ता बना है, अनेक लोगों के साथ बने रिश्तों की तुलना में उसका मोल ज्यादा है।

जंगल की भेड़िया प्रजाति से कुत्ते की उत्पत्ति हुई। नस्लीय रूप से कुत्ते सियार से भी मिलते-जुलते हैं। लगभग बारह हजार साल से कुत्ते मनुष्य के साथ रहते हैं। कुत्तों का काम था दूर-दराज के रास्तों में राहगीरों के साथ चलना, उन्हें सुरक्षा प्रदान करना और शिकारियों को शिकार में मदद करना। पर कुत्ते क्या सिर्फ राहगीरों और शिकारियों की मदद करते थे?

कुत्ते के काटने से रैबीज हो सकता है। पर इसका हल कुत्तों को मार डालना तो नहीं है। इसका समाधान है कुत्तों को रैबीज का टीका लगाना। मनुष्य अगर चाह ले, तो क्या थोड़ा उदार नहीं हो सकता? मैं तो मानती हूं कि सड़कों पर घूमते कुत्तों को घर ले जाकर पालना चाहिए। ऐसा नहीं होता, तो आवारा कुत्तों के बंध्याकरण की व्यवस्था हो। अलग-अलग मोहल्लों में कुत्तों के आश्रय स्थल हों, जहां उनके सोने-खाने की व्यवस्था हो।

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

Kshitij Prasad के आरोपों के बाद जांच एजेंसी भी सवालों के घेरे में, देखें रिपोर्टकरण जौहर के पूर्व कर्मचारी क्षितिज के वकील के सनसनीखेज बयान से एनसीबी भी घिर गई. बडे वकील सतीश मानशिंदे ने कहा कि - क्षितिज को करण जौहर का नाम लेने के लिए टॉर्चर किया गया. एनसीबी ने मानशिंदे के आरोप को गलत बता दिया. लेकिन अब जांच एजेंसी भी सवालों के घेरे में जरूर आ गई. रविवार को कोर्ट में पेशी के दौरान क्षितिज प्रसाद ने मजिस्ट्रेट के सामने सनसनीखेज आरोप लगाकर करण जौहर का मामला फिर से गर्मा दिया. क्षितिज प्रसाद के वकील सतीश मानेशिंदे ने आरोप लगाया कि NCB क्षितिज पर करण जौहर का नाम लेने का दबाव बना रही है. उनको परेशान किया गया, थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया, ब्लैकमेल भी किया गया. देखें वीडियो. ये माल शब्द भी कमाल हैं. हम गांव वाले माल अपने पालतू पशुओं को कहते हैं. अमली लोग नशे को माल कहते हैं. परन्तु ये दीपिका जी पता नहीं किस समाज से आई हैं जो सिगरेट को माल, पतली सिगरेट को हेश कहती हैं पर गांजा, और कोकीन के अर्थ भी बता देगी. 😂😂😂 WHO SAVE TO WHOM & WHY DELHI POLICE BEHIND HIWARKAR WHY !
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

नानी के निधन के बावजूद दिल्ली के खिलाफ खेले वॉटसन, अपने परिवार से मांगी माफीशेन वॉटसन ने ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर डीन जोन्स को भी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका पिछले हफ्ते मुंबई में निधन हो गया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास नहीं होता, ऐसा शानदार इंसान हमारे साथ नहीं है। मैं उन्हें बेहद करीब से जानता था।’’
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

जसवंत सिंह के राजनीतिक जीवन के पांच मील के पत्थरराजस्थान के बाड़मेर जिले के एक छोटे से गांव जसोल में जन्मे जसवंत सिंह को पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी का 'हनुमान' कहा जाता था. 82 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. वो एनडीए सरकार में वित्त, विदेश और रक्षामंत्री रहे हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक सफर में कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं. विनम्र श्रद्धांजलि🙏 Islam ban by develop Europeian country where India facing Islamic invasion by last five hundred years but not ban Islam in India which is to be state leading criminology, need to file a petition before the supreme court for declaring that India is a Hindu Rastra, do the needful
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

विश्व रेबीज दिवसः कोरोना ने भटकाया रेबीज से ध्यान, मरीजों के साथ दवाओं की भी कमीविश्व रेबीज दिवसः कोरोना ने भटकाया रेबीज से ध्यान, मरीजों के साथ दवाओं की भी कमी Coronavirus Covid19 worldrabiesday2020
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

LAC: चीन की किसी भी चुनौती से निपटने के लिए भारतीय सेना तैयारLAC चीन की किसी भी चुनौती से निपटने के लिए भारतीय सेना ने तैयारी पूरी कर ली है। 14500 फीट की ऊंचाई पर विश्व के सबसे ऊंचे युद्ध स्थल पर भारतीय सेना मौसम और चीन दोनों चुनौतियों का सामना करने में सक्षम है। Then get us 'kailash tibbet '..adgpi चीन बहुत धोखे बाज है,वह कभी किसी रात को भारत पर हमला कर सकता है।वह सर्जीकल स्ट्राइक जैसा हो सकता है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

बीजेपी शासित कर्नाटक में भी केंद्र के कृषि कानून का जोरदार विरोध, सड़क पर उतरे किसानकेंद्र सरकार की तरफ से तीन नए किसान कानूनों के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन जारी है. दक्षिण भारत में भी अब किसान सड़कों पर उतर आए हैं. बीजेपी शासित राज्य होने के बावजूद कृषि बिल के साथ-साथ कर्नाटक के भूमि सुधार बिल के खिलाफ राज्य में किसानों ने प्रदर्शन किया. कृष्णलला हम आएंगे🚩 ऎसी पूजीपतियों की सरकार को अब जाना होगा l जनता अब जाग चुकी है l Misaan nahi congressi
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »