आर्थिक सुस्‍ती के बीच नीति आयोग के CEO बोले- कहानी अभी शुरू हुई है

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आर्थिक सुस्ती के बीच नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत ने कहा है कि भारत की इकोनॉमी आने वाले दिनों में और मजबूत होगी

आर्थिक सुस्‍ती के बीच नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने कहा है कि भारत की इकोनॉमी आने वाले दिनों में और मजबूत होगी. न्‍यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत के दौरान अमिताभ कांत ने कहा कि भारत के बारे में काफी सकारात्मक माहौल है.

अमिताभ कांत ने कहा, ''माल एवं सेवा कर समेत दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता के जरिये क्रोनी पूंजीवाद को समाप्त करना हो या रेरा के जरिये रियल एस्टेट में सुधार करना और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर जैसे उपायों से भारत की इकोनॉमी मजबूत होगी. '' उन्‍होंने आगे कहा कि भारत की कहानी अभी शुरू हुई है. अमिताभ कांत ने कहा, '' शहरीकरण, बुनियादी संरचना सृजन तथा आगे बढ़ने के लिए प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की हमारी प्रक्रिया अभी शुरू हुई है. ये जो सुधार किए गए हैं, इनकी बुनियाद पर शानदार वृद्धि की कहानी आप अगले तीन दशकों में देखेंगे.'' देश की जीडीपी 6 साल के निचले स्तर पर पहुंच जाने के बारे में पूछे जाने पर अमिताभ कांत ने कहा कि ये अल्पकालिक सूचकांक हैं और भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की पटरी पर है.

अमिताभ कांत ने कहा, ‘‘सरकार का लक्ष्य भारत को 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है. हम सभी इस दिशा में काम कर रहे हैं. हम इसे पा लेंगे और भारत दुनिया में सबसे सरल एवं आसान देशों में एक बन जाएगा.’’ उन्होंने आगे कहा कि हम अगले साल तक विश्व बैंक के कारोबार सुगमता सूचकांक में शीर्ष 50 देशों में और अगले तीन साल में शीर्ष 25 देशों में शामिल होने का इरादा बना चुके हैं. यह हासिल करने योग्य लक्ष्य है.

बता दें कि हाल ही में मोदी सरकार में मुख्य आर्थिक सलाहकार रह चुके अरविंद सुब्रमण्यन ने कहा है कि देश की अर्थव्‍यवस्‍था आईसीयू की तरफ बढ़ रही है. उन्‍होंने सरकार को चेताया है कि अगर इसे नहीं संभाला गया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे.

 

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मुख्य सलाहकार हैं यह इसलिए रायता समेटने में लगे हैं।यह उन मां बाप की तरह सोचते हैं जो बेटा होने की उम्मीद में छ: छः बेटियों को जन्म देकर बेबजह देश की आबादी बढ़ने पर पछतावा भी नहीं करते। pbhushan1 pankajjha_ SanjayAzadSln dibang umashankarsingh _YogendraYadav richaanirudh

आने वाले दिनों मे या आने वाले सालो मे

मंद बुधि, आतंकी परस्त , घोटालेबाज , मुचलके पार्टी को यह समझ में नही आएगा ।

मोदीजी ने बहौत सारे वादे 2022 के लिये कर रखे है मसलन सभी परिवार को खुद का मकान। तो अमिताभ कांत जी आने वाले दिनों का मतलब 2022 है या 50-60 साल कहना चाहते है,स्पष्ट करें। ताकि हमे भी लगे सरकार के पास रघुराम राजन के मुकाबले मे एक हस्ती तो है। वरना सब जानते है बोलना आपकी मजबूरी है।

2050 में? 😂😂

इतिहास पढ़कर अर्थव्यवस्था पर ज्ञान दोगे तो मंदी आएगी ही। गजब के लोग गजब की व्यवस्था।

Vastav men tho mehengai mazbooth hai

पहले ये पता लगाओ की खराब कैसे हुई?

Halat Kafi kharab hai Kahin mungerilal Ke Haseen Sapne Na sabit Ho Jay Hind Jay Bharat

Kitna khaya hai bhai tu.

सुनो भोसरी वालों जो गिरते हुए jdp पे बोलता था उसे समझाओ

Juth bolna to modi ne tumko Aesa sikha rkha ke jo man me aaye bolo or fir dlal channel wale usko modified krke pesh kr dete to wo sach sabit ho jata he

यानी 6 साल ही में सही लगता है अब बिकास पैदा हो जाएगा ।।। फिर कुछ दिन बाद ये न बोल दीजियेगा --- I m joking ..😁 ऐसे ही अच्छे अच्छे बाते करते रहिए आपलोग देश खुस तो होगा कुछ पल ही सही ।।

Dalla agaya

नीचे से

Chutiya bana raha hai bhosriwala

6 sal se same tape. Kuch nya bolo. Koi timeline hai?

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