आज की पॉजिटिव खबर: ब्रेड बेचने वाले विकास ने कैसे खड़ी की करोड़ों की कंपनी, 9 साल की उम्र से पैसा कमाना शुरू कर दिया था

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आज कहानी यूपी के विकास उपाध्याय की, कभी इनके पास खाने को पैसे नहीं हुआ करते थे, अब 40 लोगों को नौकरी दे रहे

कुछ सालों पहले तक मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। पिताजी गांव में ही एक छोटी से किराने की दुकान चलाते थे, उससे ही परिवार का गुजर बसर होता था। मां को बीमारी हुई तो पिताजी को कर्ज लेना पड़ा और स्थिति पहले से भी ज्यादा खराब हो गई। इससे घर में थोड़ी बहुत मदद होने लगी। मैं दिन-रात यही सोचता रहता था कि और क्या कर सकता हूं। गांव की मंडी में आसपास के किसान सामान लाकर बेचा करते थे। मैंने सोचा, इनसे माल खरीदकर सड़क किनारे बेचता हूं, कुछ कमीशन तो मिलेगा। फिर वो काम शुरू कर दिया।

मैंने अपने एक दोस्त को घर की स्थिति बताई और उससे कहा कि तेरे पापा से बोलकर मुझे कुछ काम दिलवा दे, क्योंकि उसके पापा बिजनेसमैन थे। उसने उनसे मेरी मुलाकात करवाई तो उन्होंने मुझे रिचार्ज वाउचर बेचने का काम दिलवा दिया। मैंने पैसे कमाने के लिए एक कंम्प्यूटर इंस्टिट्यूट ज्वॉइन कर लिया। कुछ घंटे वहां काम करता था। रात में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी भी की। इस तरह अर्निंग फिर शुरू हो गई। धीरे-धीरे इंग्लिश भी समझने की कोशिश की। इतना लेवल हो गया था कि जो पढ़ता था वो जैसे-तैसे समझ लेता था।

 

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