प्रजनन का रिश्ता बेहतर शिक्षा, अच्छी माली हालत के साथ-साथ, गर्भ रोकने के उपायों की जानकारी से भी हैं. इन उपायों के आसानी से मिलने और इनके इस्तेमाल से भी है.
असम में गर्भनिरोधकों का इस्तेमाल साल 2005-06 में एनएफ़एच-4 के दौरान लगभग राष्ट्रीय औसत के बराबर था. यानी राष्ट्रीय स्तर पर यह दर 56 फ़ीसद थी तो असम में 57. एनएफ़एचएस-5 की रिपोर्ट के मुताबिक़, असम में हिन्दुओं, मुसलमानों, ईसाइयों, अनुसूचित जाति और जनजाति के बीच गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल में अंतर बहुत कम है.
If some one tries to control population, then BBCNews considers it against someones religion belief and on the other hand they keep on making noise on overpopulation & environment degradation for rest of the world.....why BBC why....why are you so Hypocrite
Aaj zaroorat hai education ki ... Please hosake unko zyda se zyada education dene ki...Nahi ti Kerla mai bhi muslim abadi but ye apply nahi hota ... Only difference education education...
Kisi dharm vishes ko nishana bananq theek nahi hai, sabhi ko samjhana chahiye
1970 में हमारे गांव में दस घर था आज हमारे गांव में तीन सौ घर है यहां एक भी मुस्लिम नही है आज ये हाल की कहीं कूड़ा फेंकने का भी जगह नहीं है अगर कोई भाई गांव का रहने वाला है तो सब अपने अपने गांव देखो केया मै झूट बोल रहा हूं
धर्म - जाति जब तक मानवता से उपर रहेंगे मानव का शोषण होता है रहेगा। अगर मानव जाति को बचाना है तो धर्म - जाति से हट कर सोचना होगा।
अच्छा होता अगर आपका संवाददाता शिक्षा प्रतिशत अन्य समुदायों से कम रहने का सटीक व स्पष्ट कारण भी बताता।
फैक्ट्री हे मुसलिम महिला
अब तुम आंकड़ों पर मत जाओ और हिन्दू मुसलमान भी इसमें ना करो ... सबपर लागू होगा ! यह तो सारे देश में लागू होना चाहिए
जनसंख्या नियंत्रण के लिये कानून बिना किसी भेदभाव के ईमानदारी से लागू किया जाना चाहिए । बेतहाशा बढ़ती जनसंख्या देश की बहुत बड़ी समस्या है
वो लोग आधे बच्चों के बारे में तो बताते ही नही ताकि पकड़े न जाये। और ठेकेदार का हुकूम है 12 करने है तो है तभी तो उनका मुकाबला उस जानवर से है जो कीचड़ में लेटा रहता है। Lol
Ok
जनसंख्या बढ़ा के इस देश को फिर गुलाम बनाने की चाहत है नही तो इससे अच्छा बिल हो ही नही सकता।
फेकू तेरे राज मे, नफ़रत फैली समाज मे | मुलसमानो को बदनाम करने के सिवा इन RSS प्रचारक TV चॅनल को आता ही क्या है। धिक्कार है इस ब्राम्हणवादी मीडिया का। ब्राम्हणवाद_मुर्दाबाद
आज के दौर मे हर आदमी चाहे़ किसी भी धर्म से हो छोटा परिवार रखने की कोशिश कर रहा है
हम 5 हमारे 25
Any comments? Real data busts fake propaganda?
मेरे गाँव आओ हिन्दुओ औरतो के भी 4 या 5 बच्चे दिखाऊं,,
lekin phir v propoganda failana he..ahi he tatti khor logo ka kaam
हिन्दुओं के पेट से नहीं करते बच्चे पैदा, फिर क्यूं तङप रहे हिंदू?
क्या मोदी जी मुह क्यूँ बंद है महंगाई और बेरोजगारी पर.? पेट्रोल-डीजल गैस राशन कि कीमत बढ़ा दिए हैं यही अच्छे दिन है? यही गरीब की सरकार है? गरीब 900 में गैस cylinder खरीद रहा है झूठ बोल बोल कर कब तक जनता को लूटेंगे ऊपर वाला सब देख रहा है ऐसा सबक सिखायेगा पूरी जिंदगी याद रहेगी।
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