देश के पूर्वोत्तर में चीन और म्यांमार से सटे अरुणाचल प्रदेश के विजय नगर इलाके तक पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी शहर से आठ दिनों तक जंगल और पहाड़ों से होकर पैदल चलना पड़ता है. वहां तक कोई सड़क नहीं है. लेकिन अब इलाके में पहली बार मोबाइल और इंटरनेट नेटवर्क पहुंच गया है. हालांकि है यह 2 जी नेटवर्क ही, लेकिन इलाके की बेहद दुर्गम भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह बेहद अहम है. मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने अपने एक ट्वीट में कहा है,"विजयनगर अरुणाचल के सुंदर शहरों में से एक है.
केंद्र सरकार ने 1960 के दशक में असम राइफल्स के दौ से ज्यादा सेवानिवृत्त गोरखा जवानों के परिवारों को विजय नगर में बसाया था. अब इलाके में गोरखा और लीसू जनजाति के लोग ही यहां रहते हैं. इस सर्किल में कुल 16 गांव हैं और उनका मुख्यालय विजय नगर है. तब इलाके में एक सड़क थी जो बाद में बारिश और भूस्खलन के चलते ढह गई. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 1961 में मेजर जनरल एएस गुराया के नेतृत्व में इलाके में पहुंचे असम राइफल्स के एक अभियान दल ने सामरिक रूप से अहम इलाके में भारतीय तिरंगा फहराया था.
वायु सेना ने बीते साल विजय नगर में एक रनवे का उद्घाटन किया था. लेकिन ऊंची पहाड़ियों और तेजी से बदलने वाले मौसम की वजह से यहां विमान उतारना सख्त चुनौती है. राज्य में बीएसएनएल के महाप्रबंधक ए. सिराम बताते हैं,"विजयनगर इलाके में मौसम का मिजाज पल-पल बदलता रहता है. कई बार तो उड़ान भरने तक सब ठीक होता है. लेकिन विमान में सामान लोड करने के दौरान ही मौसम बिगड़ जाता है. यही वजह है कि मोबाइल टावर लगाने वाली टीम को विजयनगर जाने के लिए एक महीने तक अनुकूल मौसम का इंतजार करना पड़ा.
जिला उपायुक्त देवांश यादव बताते हैं,"यहां मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं पहुंचने से इलाके में तैनात सुरक्षा बलों, पुलिस और सरकारी अधिकारियों को काफी सहूलियत हो जाएगी. देवांश यादव बताते हैं,"इस मोबाइल सेवा से इलाके के लोगों का जीवन काफी आसान हो जाएगा. पहले यहां एकाध निजी वीसेट के जरिए 2 जी इंटरनेट कनेक्शन मिलता था. लेकिन अब सोलर पावर वाले टावर की वजह से सामान्य कनेक्शन मिलने लगेगा.
जिला उपायुक्त ने बताया कि इलाके में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क बनाने का काम हो रहा है. इसके पांच में से दो चरण पूरे हो गए हैं. अरुणाचल पूर्व के सांसद तापिर गाओ कहते हैं,"विजयनगर देश के बाकी हिस्सों से एकदम अलग-थलग है. यहां न तो सड़क है औऱ न ही बिजली. सौर ऊर्जा से कुछ काम होता है. लेकिन इलाके में सोलर पैनल लगाने का कुछ काम बाकी है. बीएसएनएल का मोबाइल टावर अब विजयनगर की जीवनरेखा बन गया है.
Devansh_IAS PemaKhanduBJP फिर भी आप shortwave radio छोड़ कर चले गए😞
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