खास बातेंनई दिल्ली : Ram Mandir Bhumi Pujan:
यह भी पढ़ेंलेकिन कल यानी बुधवार को जब पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ राम मंदिर के भूमि पूजन में हिस्सा ले रहे होंगे तो यह नजारा देख सबको एक बात जरूर याद आएगी, 'गुरुओं का 'यज्ञ', शिष्यों का मौका'....अयोध्या में राम मंदिर के लिए पूरे सोमनाथ से अयोध्या तक की यात्रा कर एक बड़ा आंदोलन बनाने का श्रेय अगर किसी को है तो वह बीजेपी के उस समय 'हिंदू हृदय सम्राट' लाल कृष्ण आडवाणी को जाता है. उस आंदोलन की पृष्ठभूमि में कई नेता निकले जिसमें नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं.
25 सितंबर, 1990 को लालकृष्ण आडवाणी ने गुजरात के सोमनाथ से रथयात्रा शुरू की थी जिसे देश के कई हिस्सों से होते हुए 30 अक्टूबर को अयोध्या पहुंचना था. जहां वे पहुंचक कारसेवा करने वाले थे. लेकिन बिहार पहुंचते हुए उन्हें र 23 अक्तूबर को समस्तीपुर में गिरफ्तार कर लिया गया. बिहार में उस समय लालू प्रसाद यादव की सरकार थी. उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही मंदिर आंदोलन ने और जोर पकड़ लिया. अयोध्या में कारसेवकों को रोकने के लिए यूपी की तत्कालीन मुलायम सिंह यादव सरकार ने गोली चलाने का आदेश दे दिया.
अब बात करें सीएम योगी के गुरु और गोरखधाम पीठ के महंत अवैद्यनाथ की तो उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के पूरा जीवन खपा दिया. उन्होने इस आंदोलन के लिए पूरे देश का दौरा किया. जब 1986 में विवादित ढांचे का ताला खोला गया तो रामचंद्र परमहंस के साथ-साथ महंत अवैद्यनाथ भी वहां मौजूद थे. अशोक सिंहल और रामचंद्र परमहंस के साथ मिलकर अवैद्यनाथ ने मंदिर के लिए आंदोलन की धार देने में कोई कसर नहीं छोडी. महंत अवैद्यनाथ अब इस दुनिया में नही हैं. लेकिन उनके शिष्य सीएम योगी आदित्यनाथ को भूमि पूजन का मौका मिला है.
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गुरु जी गुड़ ही रहे चेले शककर हो गए
Feeling sorry for Advani ji
ओर राक्षसों की जलन
हम यह भी याद रखेंगे की यही शिष्यो की वजह से पाचसौ साल का रामजी का वनवास खत्म हूआ अन्यथा इस जन्मभूमि पर राममंदीर कभी नहीं बनता और ये बात रामविरोधी NDTV वाले याद रखे.. कल रविशकुमार को संभालना भाई उसको सांत्वना की बहुत जरुरत होगी..
असली भूमि पूजन तो चीन कर रहा है लद्धाख में ! यहाँ यो घंटा बजेगा और सबको सुनेगा डंका !
Or tum walo ki chaati pr shaap lout rahe honge .. abhi to trailer h bhaiya, 'गुरुओं के 'यज्ञ' को उनके शिष्य ही आगे बढ़ाते हैं। चाटुकार फेक ravishndtv
👉1949 तक मस्जिद में नमाज होती थी… 👉रामलला प्रगट नहीं हुए थे, गैरकानूनी तरीके से मूर्ति रखी गई थी… 👉मंदिर तोड़कर मस्जिद नहीं बनाई गई थी… 👉मस्जिद गैरकानूनी तरीके से तोड़ी गई… 👉मंदिर वहीं बनेगा… ~सुप्रीम कोर्ट
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