शाहीन बाग़ की प्रदर्शनकारी महिलाएं रविवार को गृह मंत्री के आवास की तरफ़ जा रही थीं लेकिन पुलिस ने जाने नहीं दिया.
जब पुलिस के लगाए ढेरों बैरिकेड के चलते उन्हें अपने प्रदर्शन की जगह पर लौटना पड़ा तो इन लोगों ने आसमान में बैलून उड़ाए. 1111 लाल बैलून उड़ाए गए जिन पर गृह मंत्री अमित शाह के लिए संदेश लिखे हुए थे जब इनको उड़ाया जा रहा था तब शाहीन बाग की प्रदर्शनकारी महिलाएं नारे लगा रही थी कि गृह मंत्री महोदय कब मिलिएगा.रविवार दोपहर दो बजे के आसपास, गृह मंत्री के आवास तक मार्च करने वाली महिलाएं जमा हो चुकी थीं. इन सबको क़तारों में व्यवस्थित करने के लिए पुरुषों की टीम लगी हुई थी.
वहीं मंच के निकट, बुज़ुर्ग महिलाएं बैठी हुई थीं और बुलाए जाने का इंतज़ार कर रही थीं. गुरुवार को अमित शाह ने टाइम्स नाउ समिट में कहा था कि वे किसी से भी बात करने को तैयार हैं, जिनमें शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी भी शामिल हैं. ज़ाकिर नगर से अपने युवा बेटे के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए शाहीन बाग़ आने वाली तब्बसुम ने बताया,"हम यहां इंतज़ार कर रहे हैं और उसके बाद मार्च करेंगे. अगर वे हमारी पिटाई करते हैं तो हम लोग उसके लिए तैयार हैं. जब हम अपने घर से बाहर निकले तब से हम जानते हैं कि कुछ भी हो सकता है. अमित शाह ने कहा कि वे हम लोगों से मिलना चाहते हैं. हम लोग भी जाना चाहते हैं और उनसे मिलना चाहते हैं क्योंकि वे यहां नहीं आए. जाड़े में उनका इंतजार करते हुए दो महीने बीत गए हैं.
नूरूनिसा ने बताया,"हमलोग कुछ भी ग़लत नहीं कर रहे हैं. हमने पहले अनुमति लेना चाहते हैं. उन्होंने हमलोगों को मिलने के लिए कहा है. हम तो उनका आमंत्रण स्वीकार कर रहे हैं." मार्च के रोके जाने के बाद हवा में संदेशे लिखे बैलून नज़र आने लगे. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने बताया कि सड़क पर तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा जब तक उन्हें पुलिस या गृह मंत्रालय की ओर से जवाब नहीं मिलता.रविवार को साढ़े तीन बजे दोपहर तक, महिलाएं अपने विरोध प्रदर्शन की जगह पर लौटने लगीं थीं. एक वॉलिंटयर ने बताया की अगले एक्शन के लिए जल्दी ही बैठक होगी. वैसे इस प्रदर्शन को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह नेतृत्वविहीन विरोध प्रदर्शन है और जनमत के आधार पर कोई भी फ़ैसला लिया जाता है.
क्या पता कोई अल्लादीन का बम न फट जाए इसलिये रोक होगा
Problem should resolve.
Barat leke jao ge to kiya ko bhi permission nahi deha police lath leke bethi hai
Because Shaha home minister not a muslim imam take appointments them met
पुलिस ने सही किया देश सुरक्षा के साथ गृहमंत्री का सुरक्षा जरूरी है
इनका क्या भरोसा, क्या पता सुसाइड बॉम पहनके होंगी तो...🤣🤣🤣🤣🤣
मिलने के लिए जुलूस नहीं निकाला जाता , संस्कारी तरीके से मिला जाता है ।
सिर्फ हम संविघान मानते है के नारे लगानेके बदले संविधानसे जिना सिखो । रास्ता बंद कर देशभक्ती जताना चाहते है ? २ बच्चे करके देशभक्ती जताओ महीलाओंको पढाकर उन्हे मर्दोंका मोहताज मत बनाओ
Kuch baat to jarur hai' Muslim' sabd me jo .............. Jisse do logo ki kamaiye chal rahi hai.... 1) BJP 2) Dalal Media
वादा और सत्य इनकी डिक्शनरी से बाहर है जय भारत जय हिंद
क्यों की आप 1000 लोग जाओगे. एक एक करके अपनी मौका मंगोगे और टाइम ख़तम होजायेगा. फिर कहोगे अमितजी हमसे मिले नहि. पहले अपना डेलीगेशन बनाओ, एक लीडर चुनो, फिर चलेजाना. सब समझते हैँ आप की चाल.
किस किस से बात एक व्यक्ति करेगा ,दिल्ली मे इतने मुर्ख रहते हे अब पता चल रहा हे ,पढे लिखे फारसी बोले वाले देश की संसद मे बहुमत से पास CAA नही समझ सकते ,मुसलमानो के पेट मे डाढी क्यो हे ,
Chal Appointment le ke ana.... Tum log faltu ho, HM nahi
पाकिस्तान कराची से हिंदू श्रद्धालुओं का एक जत्था हरिद्वार गंगा स्नान/ मंदिरों के दर्शन के लिए पहुंचा ,पाक के श्रद्धालुओं का कहना है हिंदुओं के वीजा मुश्किलों को खत्म कर सरलीकरण किया जाए। सीएए पर उन्होंने इसे सियासत का खेल करार दिया।श्रद्धालुओं ने कहा कि वे पाक में बहुत खुश हैं
पुलिस के लगाए बैरिकेड के चलते उन्हें अपने प्रदर्शन की जगह लौटना पड़ा तो इन लोगों ने आसमान में 1111 लाल बैलून उड़ाए गए जिन पर गृह मंत्री अमित शाह के लिए संदेश लिखे हुए थे जब इनको उड़ाया जा रहा था तब शाहीन बाग की प्रदर्शनकारी महिलाएं नारे लगा रही थी कि गृह मंत्री महोदय कब मिलिएगा.
शिष्ठमंडल को बुलाया था रेली को नहीं
Minister se milne ka tarika hota hai usko fallow karo shayad koi nahi rokega tab.
पंडित वेद प्रकाश (ब्राह्मण हिन्दू) की पुस्तक कालकी अवतार ने हिन्दू धर्म को अनदेखी सच्चाई से अवगत कराया👇👇👇
Ab Amit shah bade yaad aa rahe he sbko..
सही कहा सर
अमित शाह बिरयानी नहीं बना रखा है जो सब पहुंच गए
शाहीन बाग के बुजुर्गो माओ बहनो हम शर्मिंदा है अपने हक के लिए सरकार से सिर्फ एक मांग है CAA NRC NPR आदि को सरकार वापस ले तभी देश भर में चल रहा आंदोलन खत्म होगा और अमित शाहजी के द्वारा लिये सभी निर्णय विधि विरूद्ध होने के कारण वापस करना देश धर्म समाज के लिए न्यायचित होगा जय हिन्द
दंगाई की तरह मिलने का ?
Hindu bhaiyo ek ho . Pakistan bangladesh me muslimsmadharcho Hindu bhno ka dhrm privartan and jabran Shadi krrhe whi chij same India me inke bhno betio ka krna chalu kro,tb smjh me ayega in Randi wale muslimo ko..kashmiri pandito ke sath jaisa Kia waisa kryo
आदमीयों को बुलाया था गंदी नाली में लोटपोट किये सुअर और सुअरनीयों के झुंड को नहीं ..
जो भी मिलने जाए पहले अपने लाइफ इंश्योरेंस करवा लेना पता नहीं कुछ भी हो सकता है भाई गृहमंत्री है। वो पाकिस्तान की नहीं सुनता तुम्हारी तो औकात ही क्या है?
Amit shah ki fat gayee
ऐसे धूमधडाके से थोड़े मिलना होता है महान् भारत के यशस्वी गृहमंत्री से।अग्रिम appointment लेना होता है। इस मामले में तो नजाकत की भी जरूरत पड़ेगी, क्योंकि पूर्व में गन्दी-गन्दी गालियां बकी गयीं हैं।
Because There are faltu channel like U
bbc chutiya jaisa news mat failao samjhe
एक बुजुर्ग कहा है :- जब दूध देने वाली 'भैंस' को बेचकर,'खुल्गे' को लाएंगे,वो लात ही मारेगा। 😇
पुलिस की जिम्मेदारी है झुंड को रोकना है क्या पता शाहीन बाग कब्जा करने वाले आगे किसी और सड़क पर कब्जा करके ढोल मजीरा बजाने लगते ।वैसे अब जाने का औचित्य ?जब जाना चाहिए था तब तो छाती कूट रहे थे तमाम दबावों के बावजूद हम CAA से जुड़े अपने फैसले पर कायम हैं और रहेंगे :narendramodi
शाहीन बाग वाले ना तो अनुशासित हैं और ना ही संविधान को मानने वाले।ये लोग अवज्ञाकारी और झूठे हैं।
भीड़ के साथ नहीं
बीबीसी वालों से मेरा विनम्र निवेदन है, आप लोग तो एक प्रतिष्ठित मीडिया हैं, क्या इस तरह की हुजूम लेकर कोई गृहमंत्री से मिलने जाता है? क्या आपको पता नहीं है या आपलोग भी इनलोगों को ऐसा करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं? अन्यथा इस तरह नही लिखते पुलिस ने रोका क्यों?
ऐसे कौन मिलता है गृहमंत्री से? पूरे के पूरे सुव्वर के झूंड चल दिए इसलिए पुलिस ने रोका 🤣🤣🤣
उसने झूट कहा था कि मिलेगा
क्योंकि इन जिहादियों का कोई पता नहीं पेट में बम छुपा के ले जा सकते हैं उसने जो किया सही किया ऐसे लोगों से मिलने की आवश्यकता नहीं पुलिस सही काम कर रही है
मुलाक़ात करना और बातचीत करनी है तो कुछ प्रतिनिधियों को भेजो शाहीन बाग के सभी लोगों को मुलाक़ात के लिये जुलूस में जाने का क्या औचित्य है ? ये अपने को संविधान का रक्षक बताते हैं और खुद देश के क़ानून को तोड़ने के बहाने ढूँढते रहते हैं
जो लोग इन महिलाओं को संविधान का पाठ पढ़ा रहे है वही लोग इन्हें क्यो नही बताते की इन्हें क्यो रोका गया। आखिर संविधान को समझने का ज्ञान रखने वालों को ये बात तो आसानी से समझ मे आ जानी चाहिए।
Appointment लिया था क्या? और जुलूस के साथ जाओगे? .... हद्द है जाहिल पने की......
कागज दिखाओ पुलीस को
वादा खिलाफी इनके डी एन ए में है
मिलने का समय मांगो तीन दिन के अंदर परमिशन मिलेगी , ये बोला धा ।
सभी धरना प्रदर्शन करने वालों से मिलने का क्या मतलब है इस तरह से तो देश के सभी मुस्लिम अपने चार बेगम बीस बच्चों और बकरियों के साथ दिल्ली में अल तकिया करते नजर आएंगे। गृहमंत्री जी ने समझा दिया है कि कायदे से रहोगे तो फायदे में रहोगे। हिंदू मुस्लिम भाईचारे में चारा नहीं बनना है।
क्योंकि पता है कि दोनों झूठे हैं
देश के ग्रह मंत्री है, कोई विधायक या पार्षद नही।
Then better ask police and post the reason behind it.dont waste our time and money . useless cheap communist media..DelhiPolice
अच्छा मिलने के लिए रैली ले कर जाओगे क्या? गृहमंत्री से मिलना है कि अपने रैली में जिनको बुलाते हो उन लोग जैसे 2 कौड़ी के नेता कलाकार से मिलना है। शुक्र करो उन्होंने कहा कि मिल लूंगा
1.They didn’t taken appointment. 2.They do not have any leader or representatives to talk with.
Kyon ki Amit Shah ki fati pari hai
अमित शाह ने भीड़ से मिलने के लिए नही कहा था और भीड़ कभी बात नही करते। 2-4 लोग कहते तो बात समझ में आती।
किस पर भरोसा करते हो यार। ये घमंडी लोग हैं, पॉलिटिक्स और लीडरशिप इन दोनों बातों का इनसे कोई लेना देना नहीं है।
जज लोया को याद करो ओर बिना मिले ही रह लो
Kagaz nahi dikhaya kya? Why don't you ask your Royal Family what happened there? Stop meddling in our Internal matters. Teach the Pakistan backing British National groups to chant Save Baluchistan in front of their own Embassy
Rt
Saheen baag walo ka gulam h bbc
गैरकानूनी चेकपोस्ट बनाने वाले को कानूनी चेकपोस्ट से क्या दिक्कत आ गई
इस नाटक मंडली को अमित शाह से मिलने जाना था या किसी लावारिस मस्जिद में नमाज पढ़ने जाना था..? गृहमंत्री से मिलने की एक प्रक्रिया होती है, पहले समय लेकर कोई व्यक्ति या शिष्टमंडल मिलने जाता है.., यहां तो इन लोगों को नौटंकी करना है..
रोका इसलिए कि अग़र गृहमंत्री AmitShah जी शाहीनबाग़ वाले से मुलाक़ात कर लेते तो वह बिकाऊ मीडिया के माध्यम यह झूठ फैलाते की सरकार ने उनकी बात मान ली है एवं हमे आश्वासन दिया है जिनकी बुनियाद ही झूठ पर टिकी हो उनसे सच्चाई की उम्मीद नही की जा सकती है narendramodi Republic_Bharat
क्योंकि मिलने के लिए बोला था, नाटक करने के लिए नहीं बोला था। और गलत किया इनको पड़े रहने दे सड़को पर क्या फर्क पड़ता है या बल प्रयोग कर के हटाए। कल ऐ लोग सड़को पर बैठ कर शरिया कानून की मांग करे तो क्या बातचीत करेंगे।
भाजपा यह मनुवादी वर्चस्वी सरकार है इन पर चड्डी धारियों का कब्जा है इनसे न्याय की उम्मीद बेकार है इनकी औकात कॉमेंट्स पढ़ने से समझ में आती है एक समाज जो शिक्षित समझा जाता था आज वेश्यालयों के भड़वों से ज्यादा बुरे शब्द प्रयोग करते लगता है आने वाली सरकार ही न्याय देगी बदलाव तक जारी
भाई, इतने लोगों को बिठाने का घर भी तो चाहिए होगा। मिलना है तो पांच लोगों का एक टीम जाकर मिले या फिर हजारों लोगों की भीड़?
Vaah re badmaash BBC
अमीत शाह पर विशवास मत कीजिये ।
Was there anappointment and howmanyperson
वादा मर्यादित संख्या के प्रतिनिधि से मिलने का होगा, भेड़ बकरियों के झुंड को मिलने का नहीं होगा!!!
क्या हुआ वो cctv मुद्दा न बन पाया , आ गये रास्ते मे ।
जा भोसरी तेरा होगा
Amit sah ne Puri Panchayat ko Milne ko nhi Bola tha
BBC की गांड क्यों चौड़ी हो रही?
Kyoki tum log beawkufo jinna ki olad Ho bheje ME kuch hota to samjhte act Se koi Problem nhi kisi ko
...
तड़ीपार को लोकतंत्र की भाषा कहा समझ आती है
सुनने आया है शाहीन बाग़ को BBC news hindi ने 1 करोड़ रूपये दिये .....देशद्रोही के साथ शर्म करो ।
इस इंसान से देश को खतरा था....... निशब्द..... DR.Kafeel.
आपने दिन भर बहुत मंथन किया है लगता
First time I'm seeing the tricolor in the hands of Muslim population in a protest.... Cheers to Amit Shah ji and modi ji... 👏👏🇮🇳
चुनाव खत्म फंडिंग बंद रोहन्गिया पाकिस्तानी बंगलादेशी मुस्लिम घुसपैठि समर्थक अब बात चित के लिये इतने ललालीत क्यों है ? ? समापन का बहाना और सम्मान ढ़ूंढ़ रहे है 1947 से पहले जिन्ना के गुर्गे धरना प्रदर्शन हिंसा करके शांतिवार्ता का धोखा देते थे सावधानी हटी तो फिर से देश बटी
Voh ye log he logon ko 15 lakh ka vada kiya tha bad me ye tadipaar kya bola ye to jumla tha sab juthe sanghi he samje oun logo se koi asha bhi nahi rakhni desh jai dub ne oun logo ko koi desh se matlab nahi he
बाप के सामने अदब से पेश आना चाहिए.....//
इतनी बड़ी संख्या में कैसे मिलेगा गृह मंत्री?
Tell who is leading you to talk and store
Abe phle latter bhejo tym maago muh utha k chl doge to kaise milenge
अबे बेबकूफ, अमित शाह से मिलने इक्कठे 4000 लोग जाएंगे ? इन्हें मिलना ही होता तो 4-5 लोगों का प्रतिनिधिमंडल बना के जाते। ये तुमलोगों जैसे दुष्ट पत्रकारों की राजनीति है जो उन जाहिल औरतों से ये सब करवा रहा है।
'कागज़ नहीं थे' ये बताने को कि अमित शाह ने बुलाया है। 😂😂😂
उस अभिमानी शाह से मिलने की जरूरत ही क्या है, जिसे अपनी क्रोनोलोजी की थोथोलोजी समझाना है वही शाहीनबाग आए, पूरी दिल्ली पुलिस उनकी है फिर इतना डरने की क्या बात है, या फिर हकीकत में डर गये हैं और डर के कारण अपनी मां-बहनों से भी नजरें मिलाने की हिम्मत नहीं है।
Simple, had Shaheen bagh not tried to approach, in court tomorrow lawyers would have made this as a pretext to get ashaheen bagh protest removed.
Check out Sayyed HusaiN🌹 (HusainZiyai):
क्यों इनके रोजगार छीनने पे लगे हो 😂😂
Bhsdk अपने लीडरों को भेजते ।
अमित शाह जी ने डेलिगेशन बुलाया था न की मार्च निकालने को कहा था । बात करनी है तो जिम्मेदार लोग जाएं caa की समझने न कि जिहादियों की भीड़ लेकर।
News Chanel hai ya aunties ki gossip..kisne vada kiya tha..maine news dekhi hai..mit shah ki baat kuch aur thi aur unko JHUND banakar jane kinpad gai..aur sham ko ek bol raha tha ki shaheen bagh k har admi pratinidhimandal hai..har bachcha&bada jayega..bheja bina bheja 🤣
Milne ka wada kia hai... Family invitation nahi hai... Wahan Qudrati khana nahi milta..
पुलिस ने रोका तो बीबीसी के पेट मे क्यो दर्द उठा
पुलिस व्यवस्था को संवेदनशील बनाना बहुत जरूरी हैं ....जो आम लोगों की भावना को कदर नही करती हैं यह आश्चर्यजनक बात हैं कि मैंने इसकी शिकायत सुप्रीम कोर्ट से की थी उन्होंने ऐसी गंभीर मामलों में अभीतक संज्ञान नही लिया ....
Amith shah hijra hai oh kay Mila ga
Mlilne ka kiya tha ,dadagiri se marh nikalne ka nhi
Arre to ek tarikaa hota hai Milne ka ,esse muhh uthha ke thodi jata hai koi ,esse to ye to log abhi rahul Gandhi ji se nahi mil skte
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
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