अब जापानी बुखार से नहीं जाएगी बच्चों की जान, दवा का चल रहा क्लीनिकल ट्रायल

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अब जापानी बुखार से नहीं जाएगी बच्चों की जान, दवा का चल रहा क्लीनिकल ट्रायल encephalitis japanifever

पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल एवं असम में इंसेफेलाइटिस नामक बीमारी से होने वाली मौतों से अब बच्चों को बचाया जा सकेगा। दरअसल, इस बीमारी की दवा का शोध पूरा हो चुका है। इंसेफेलाइटिस को लेकर गुरुग्राम के मानेसर स्थित नेशनल ब्रेन रिसर्च सेंटर में कई सालों से शोध चल रहा था, जिसमें मिनोसाइक्लीन नामक दवा तैयारी की गई है। अब यह क्लीनिकल ट्रायल के दौर में प्रवेश कर गई है। अब तक जितने भी ट्रायल हुए हैं, उनके परिणाम काफी उत्साहित व प्रोत्साहित करने वाले हैं।शोधकर्ता वैज्ञानिक डॉ.

बासू ने कहा कि ट्रायल में जिस तरह की रिपोर्ट आ रही है, उससे कहा जा सकता है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। पूरी स्थिति कुछ बड़े क्लीनिकल ट्रायल के बाद साफ होगी। इस संबंध में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भी सूचना भेजी गई है।वर्ष 1977 के दौरान इंसेफेलाइटिस बीमारी सामने आई थी। तब से अब तक पूरे देश में एक लाख से अधिक बच्चे इसके शिकार हो चुके हैं। सबसे अधिक पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल एवं असम इलाके के बच्चे इसके शिकार हुए हैं। वर्ष 2017 के दौरान पूर्वी...

 

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