हालांकि, चौकियों पर तालिबान का एक अधिकारी ऐसा होता है जिसका काम ड्राइवरों से पैसे लेना होता है. उसके साथ एक हथियारबंद व्यक्ति होता है. हाईवे पर तालिबान के लड़ाके मोटरसाइकिलों पर गश्त करते नज़र आते हैं.मज़ार-ए-शरीफ़ निवासी पेशे से ड्राइवर नादिर बताते हैं, "तालिबान हर घर से चंदा इकट्ठा कर रहे हैं और हर कोई उन्हें अपनी हैसियत के हिसाब से पैसे दे रहा है. मैंने भी 100 अफ़ग़ानी रूपये दिए. किसी को इससे ज़्यादा देने पड़े और किसी को खाना देना पड़ा.
उनकी मौसी ने बताया कि 'ऐसा लग रहा था जैसे कि हमारे घर के सामने जंग हो रही थी. बहुत से रिश्तेदार अपने बच्चों को लेकर, शरण लेने के लिए हमारे घर आ गए थे. उन्होंने बताया कि जब लड़ाई ख़त्म हो गई, तो मैंने अपने पति से कहा कि मेरे साथ बाज़ार चलो, मुझे कुछ चीज़ें ख़रीदनी थीं. मेरे पति ने कहा कि जाओ, कुछ नहीं होगा, लेकिन मैंने देखा कि जिन महिलाओं ने मोज़े नहीं पहने थे या खुले जूते पहने हुए थे, तालिबान उनके साथ सख़्ती से पेश आ रहे थे. उसके बाद मैं डर से बाहर नहीं निकली. फिर शबरग़ान में लड़ाई शुरू हुई, तो हमारे घर पर और रिश्तेदार आ गए.वह कहने लगी कि अब उनकी उम्र 65 साल हो गई है. 'जब मैं छोटी थी और स्कूल जाती थी तो यह नीला बुर्का नहीं होता था.
उनके पति एक सिक्योरिटी गार्ड थे और अब उनका बेटा सिक्योरिटी गार्ड है जो तालिबान के डर की वजह से अपने घर पर नहीं रह सकता है. मरियम बीबी ने कहा कि कोई महिला मजबूरी में भी रिक्शे में अकेली यात्रा नहीं कर सकती है. उनके अनुसार, दो महिलाओं और रिक्शा चालक को इस वजह से मार पड़ी, क्योंकि रिक्शा चालक रिक्शे में सवार महिलाओं का मेहरम नहीं था.
उन्होंने कहा कि ख़माब के 18 गांवों में पहले से ही 30 मदरसे हैं, लेकिन तालिबान फिर भी और मदरसे बनाने की घोषणा कर रहे हैं. इदरीस कहते हैं, 'वे युवाओं को तालिबान बनने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.' उन्होंने कहा कि तालिबान में शामिल होने वाले युवा लड़कों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. वो कहते हैं, 'मेरे घर में भी एक भाभी विधवा है. हमें हमेशा इस बात की चिंता रहती है कि उनका क्या होगा. हमारे बुज़ुर्ग माता-पिता अपना इलाक़ा नहीं छोड़ना चाहते हैं और न ही हम अर्थिक तौर पर किसी दूसरे इलाक़े में रहना बर्दाश्त कर सकते हैं.'
जोज़ान की यात्रा के बाद शबनम ने फ़ोन पर फूट फूट कर रोते हुए मुझसे कहा, कि वह वहां की महिलाओं और पुरुषों के चेहरे पर फ़ैली उदासी और निराशा को शायद शब्दों में बयां नहीं कर सकती, लेकिन उन्होंने वहां जो देखा और महसूस किया उसका दर्द उनके दिल में हमेशा रहेगा.
Molana Qaleem PR ho rhe hai zulm k khilaf kiyu nhi bolte spa bspa congressi
कम से कम तालिबान घर जाकर पेसे मांग रहे हैं, अपने भारत महान में तो राह चलते वसूली की जाती है, भारत की खबरें भी तो प्रसारित होनी चाहिए।
bhausdu walo... jab se talibaan sarkar bani hai.... unki ek bhi positive khbr chlai hai aapne? nahi... bharat me tripura masjidon me aag lgaai jaa rhi hai.. Afghanistan me nahi... bhdwo salo... yhan k news dikao... jis desh me rehte ho... uss desh k nabi, jhan tum nahi rehte
Yahan Tripura mai ghar ghar jake muslims ke rape kar rahe Ghar jala rahe ye sab nahin dikhta bbc ko
लखनऊ में निजीविद्यालयोंकी क्रूरता इतनीअधिकहै किदीपावलीमेंभी, ७ नवम्बरको fee day घोषितकर, शिक्षकोंको feeवसूलने स्कूलबुलालिया भ्रष्टव्यवस्थाहीशिक्षकोंकीशोषकहै भ्रष्टाचारभारतछोड़ो निजीशिक्षकशोषणक्यों narendramodi PMOIndia AmitShah CMyogiUPLKO DrMohanBhagwat RSSorg HMOIndia
घर घर ले या फिर पैट्रोल पंपों पर काम तो वसूली के ही हैं
हाथरस, लखीमपुर खीरी, आगरा के बाद ललितपुर,,,,, दिल्ली दंगा ,,,,,,,, लखीमपुरखीरी , त्रिपुरा ,,,,,,,,,,,,, seen 😆 🤣
तो वे पैसे कहा से लाएंगे. सभी कारोबार बंद है. फंड खत्म हो गया है. लेकिन press conference जारी है
Now BBCWorld 😂😂😂
Jaan nahi le rahe...yehi bahut hai
चंदा होगा शायद 😁😁
सख्त_कानून_बनाना_आबश्यक मक्का की तरह अयोध्या एबं अन्य प्रसिद्ध धार्मिक_मन्दिरों में भी 100 किलोमीटर दायरे में गैर हिन्दू का निवास और प्रवेश निषेध हो.. आक्रांता मुसलमानों का परबेश हस्तक्षेप पर पूर्णरूप से प्रतिबंध आबश्यक Yes/No
TripuraRiots SaveTripuraMuslims
Agar yahi hal raha to Afghanistan bahut jald jehad or jehadi se mukt ho jayega ☺️☺️☺️😊😊
भिखारी आतंकवादी
इंडिया में ऐसा नहीं होता है, ये इंडिया है इंडिया न्यू इंडिया है ये
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »