बम से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बेहद आहत हैं तो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बेहद नाराज बताए जा रहे हैं।संकट प्रबंधन के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायण सामी समेत कई नेताओं ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के प्रति पूरा भरोसा जताते हुए ट्वीट किए हैं। दूसरी तरफ नेहरू गांधी परिवार के बेहद पुराने वफादार एक कांग्रेसी नेता के मुताबिक पत्र लिखवाने वालों ने 300 से ज्यादा...
सूत्रों का यह भी कहना है कि इस पत्र को लिखवाने में कांग्रेस के एक अन्य दिग्गज नेता का भी आशीर्वाद प्राप्त है। इन सभी नेताओं का मानना है कि सोनिया गांधी अपनी क्षमता और योग्यता से पार्टी को जहां ले जा सकती थीं, ले जा चुकीं। राहुल गांधी को लेकर जनता में जो धारणा बनी है उससे 2024 में भी कांग्रेस जीत पाएगी इसमें संदेह है। प्रियंका गांधी भी वह करिश्मा नहीं दिखा पा रही हैं जिसकी अपेक्षा थी। ऐसे में कांग्रेस को मोदी की भाजपा के मुकाबले खड़ा करने के लिए गैर गांधी अध्यक्ष जरूरी है और यह गैर गांधी अध्यक्ष...
कांग्रेस के एक दिग्गज नेता का कहना है कि यह पत्र बम दरअसल उन नेताओं ने अपने बचाव में छोड़ा है जो खुद पिछले दो दशक से पार्टी और सरकार के तमाम पदों पर काबिज रहे हैं और उनके क्रियाकलापों ने ही पार्टी को इस दुर्दशा तक पहुंचाया है। इस दिग्गज कांग्रेसी नेता ने कहा कि जितने नेताओं के हस्ताक्षर हैं उन सबको पिछले बीस सालों में पार्टी के हर स्तर पर पदों पर रहने का मौका मिला। लेकिन उन्होंने पार्टी को आगे ले जाने में कितना योगदान किया यह सामने है। इस नेता के मुताबिक इन 23 नेताओं में एक भी नेता एसा नहीं है...
दूसरी तरफ राहुल गांधी के करीबी एक युवा नेता के मुताबिक यह तय है कि राहुल गांधी फिलहाल पार्टी अध्यक्ष पद स्वीकार नहीं करेंगे। लेकिन वह यह जरूर चाहेंगे कि नया अध्यक्ष अपेक्षाकृत युवा हो और उनकी पसंद का हो जो संगठन में उन सारे बदलावों को अंजाम दे सके जो राहुल गांधी चाहते रहे हैं। इसलिए इस पत्र के जरिए पुराने नेताओं ने सोनिया गांधी पर यह दबाव बनाने की कोशिश की है कि वह राहुल गांधी की पसंद के व्यक्ति के पक्ष में अपना मत न दें और नए अध्यक्ष के चयन का जिम्मा वरिष्ठ नेताओं पर छोड़ दें। राहुल के इस...
वहीं पत्र लिखने वाले नेता प्रकट रूप में कोई बयान नहीं दे रहे हैं, लेकिन निजी बातचीत में कहते हैं कि उन्हें सोनिया राहुल और प्रियंका के अध्यक्ष बनने पर कोई एतराज नहीं है। लेकिन अगर गैर गांधी अध्यक्ष ही बनना है तो केसी वेणुगोपाल जैसे नेता को अगर राहुल गांधी पार्टी पर थोपना चाहेंगे तो वह मंजूर नहीं होगा। जबकि माना जा रहा है राहुल गांधी की पसंद केसी वेणुगोपाल हैं। पत्र लिखने वाले खेमे के एक प्रखर नेता के मुताबिक अगर किसी गैर गांधी के नाम पर सहमति नहीं बनी तो अध्यक्ष के चुनाव के लिए भी मांग तेज हो...
RahulGandhi priyankagandhi उम्मीद है आज ज्ञान चक्षु खुल गए होंगे? १. सारे कपटी कांग्रेसी आपके इस छोटे से परिवार को ढाल बनाकर घोटाला, देशद्रोह करते आए हैं? २. आपके साथ जो भी बाबू सोना किया वो सब ढोंग था? ३. वास्तव में वो लोग आपको दौड़ाते रहे और आप को लगा वो आपके इशारों पर नाच रहे?
RahulGandhi priyankagandhi well said VinodAgnihotri7 sir,this is the real problem of congress , these old guards who don't want to take over party by any youth leader.
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »