राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन और पूर्व प्रबंध निदेशक के खिलाफ भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि आंध्र प्रदेश में बंदरगाहों से बिजली स्टेशनों को आपूर्ति किए जाने वाले कोयले की ढुलाई के लिए अहमदाबाद की इस कंपनी के चयन में अनियमितता बरती थी।
सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक, आरोपियों ने अहमदाबाद की इस कंपनी को काम देने के लिए टेंडर के नियमों का उल्लंघन किया था। हालांकि, अडानी इंटरप्राइजेज ने इस कार्रवाई पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सीबीआई का आरोप है कि एनसीसीएफ अफसरों द्वारा जानबूझकर कोताही बरती गई और इसमें दलाली खाई गई। अफसरों ने ऐसा बर्ताव किया जैसे वे लोकसेवक ही नहीं हैं और अडानी कंपनी के साथ मिलकर साजिश रची।
सात जुलाई को निविदा की अंतिम समयसीमा के चलते प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया। अमूमन ऐसे काम के लिए खुले तौर पर निविदा मंगाई जाती है। छह दिन बाद सात जुलाई को एपीजेनको ने एनसीसीएफ, हैदराबाद को सूचित किया कि निविदा की समयसीमा बढ़ाकर 12 जुलाई कर दी गई है। इसके बाद महर्षि ब्रदर्स को आवंटित काम रद्द कर दिया गया और फिर से खुले तौर पर निविदा मंगाई गई।
सीबीआई का आरोप है कि एनसीसीएफ के वरिष्ठ अफसरों ने बाद में अडानी इंटरप्राइजेज के साथ डील की और उसे फायदा पहुंचाया। अडानी की निविदा खारिज होने के बावजूद उसके प्रतिनिधि मुनीश सहगल ने दिल्ली में एनसीसीएफ के मुख्यालय में 10 जुलाई, 2010 को बैठकर डील की। उसी दिन यह बताया गया कि 2.25 फीसदी के फायदे पर अडानी काम करने के प्रस्ताव पर राजी हो गई है। सीबीआई ने यह भी आरोप लगाया है कि व्योम ट्रेड लिंक्स अडानी इंटरप्राइजेज की छद्म कंपनी है, जिसने उसे 16.
सात जुलाई को निविदा की अंतिम समयसीमा के चलते प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया। अमूमन ऐसे काम के लिए खुले तौर पर निविदा मंगाई जाती है। छह दिन बाद सात जुलाई को एपीजेनको ने एनसीसीएफ, हैदराबाद को सूचित किया कि निविदा की समयसीमा बढ़ाकर 12 जुलाई कर दी गई है। इसके बाद महर्षि ब्रदर्स को आवंटित काम रद्द कर दिया गया और फिर से खुले तौर पर निविदा मंगाई गई।
आडानी को कोई भी नुकसान नहीं होगा वह बड़े वकील को करोड़ों रुपये में खड़े करेगा सरकारी मंत्री को निजी हवाई जहाज मुफ्त में देगा व सभी मिडिया को चंदा देकर छूट जायेगा । मिडिया वाले भाई भी समाचार लिखना भूलेंगे । यह हमारे भ्रष्ट तंत्र है
अब राउल बाबा भौंकेगे देखो मोदी उद्योगपतियों को भी नहीं बख्श रहा है देश को रोजगार कौन देगा।
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »