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लाइव रिपोर्टिंग

रिपोर्टर- कीर्ति दुबे, पंकज प्रियदर्शी और अभिजीत श्रीवास्तव

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  1. धर्म के नाम पर हिंसा करने वालों को बख़्शा नहीं जाएगाः इमरान ख़ान

    इमरान ख़ान

    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने कहा कि जिन लोगों ने धर्म के नाम पर सियालकोट में जुल्म किया है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.

    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि इस घटना ने न केवल पूरे देश को शर्मसार किया है बल्कि इससे देश की छवि भी धूमिल हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि आज पाकिस्तान ने यह तय किया है कि ईशनिंदा के नाम पर श्रीलंकाई नागरिक के जैसी हत्या की घटनाओं को दोबारा नहीं होने देना चाहिए.

    प्रियंथा दियावदाना की शोक सभा को संबोधित करते हुए इमरान ख़ान ने कहा कि जिन लोगों ने धर्म के नाम पर हिंसा भड़काई, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.

    श्रीलंकाई नागरिक प्रियंथा दियावदाना सियालकोट की एक फ़ैक्ट्री में बतौर मैनेजर काम करते थे. तीन दिसंबर को हिंसक भीड़ ने ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीट कर उनकी हत्या की और बाद में उनके शरीर को आग लगा दिया.

    पुलिस ने इस मामले में अब तक दो दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ़्तार किया है, जिसमें उस फ़ैक्ट्री के कर्मचारी और इलाके के लोग भी शामिल हैं.

    इमरान ख़ान ने ये भी बताया कि सियालकोट के व्यापारी समुदाय के लोगों ने प्रियंथा के परिवार के लिए एक लाख डॉलर की रक़म इकट्ठा की है और जिस फ़ैक्ट्री में वो कार्यरत थे उसने उनके परिवार को आजीवन उनकी सैलरी देने का फ़ैसला लिया है.

    इस दौरान पाक प्रधानमंत्री ने प्रियंथा को बचाने का प्रयास करने वाले मलिक अदनान की तारीफ़ करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पूरा देश यह याद रखेगा कि कैसे उस शख़्स ने देर तक उन दरिंदों को रोकने का प्रयास किया.

    इमरान ख़ान ने बताया कि मलिक अदनान को गणतंत्र दिवस 23 मार्च के अवसर पर तमग़ा-ए-शुजात से सम्मानित किया जाएगा.

    तमग़ा-ए-शुजात पाकिस्तान में दिया जाने वाला चौथा सबसे बड़ा बहादुरी पुरस्कार है.

  2. पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में म्यांमार से सटी सीमा पर बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद

    लकी सिंह, बीबीसी हिंदी के लिए

    ड्रग्स

    पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में म्यांमार से सटे भारतीय शहर मोरेह में बड़ी मात्रा में ड्रग्स जब्त की गई है.

    विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर सोमवार दोपहर लगभग 2.30 बजे अमस राइफल्स और टेंग्नोपाल ज़िला पुलिस और 43 असम राइफ़ल्स ने म्यांमार के खम्पत गांव के मोनकाई नाम के शख़्स को पकड़ा.

    गहन पूछताछ के बाद इस संयुक्त टीम ने मोरेह वार्ड नंबर-3 के एक घर पर छापा मारा. यहां 54.141 किलो ब्राउन शुगर और 154.134 किलो क्रिस्टल मेथाम्फेटामाइन बरामद किया गया. ये दोनों ही भारत में प्रतिबंधित हैं.

    बरामद ड्रग्स की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में 5.76 अरब से अधिक हो सकती है. बताया जा रहा है कि यह भारत में बरामद अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स की खेप में से हो सकती है.

    टेग्नोपाल ज़िला पुलिस अधीक्षक विक्रमजीत सिंह के मुताबिक यह रेड मणिपुर को ड्रग्स मुक्त राज्य बनाने के लिए चल रहे ऑपरेशन के तहत डाली गई.

    उन्होंने बताया कि असम राइफ़ल्स और टेंग्नोपाल पुलिस और कमांडो ने बीते कुछ दिनों से भारत-म्यांमार सीमा पर स्थित इस घर में चल रही गतिविधियों पर नज़र रखे थे और सही मौके की तलाश कर रहे थे.

    बीते वर्ष इसी तारीख़ को 43 असम राइफ़ल्स और टेंग्नोपाल ज़िला पुलिस ने 165 करोड़ कीमत के ड्रग्स पकड़े थे.

  3. रूस-यूक्रेन तनाव के बीच बाइडन और पुतिन ने की बातचीत

    पुतिन और बाइडन के बीच वीडियो लिंक के ज़रिए हुई बात
    Image caption: पुतिन और बाइडन के बीच वीडियो लिंक के ज़रिए हुई बात

    यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर बने तनावपूर्ण हालात के दरम्यान अमेरिका और रूस के राष्ट्रपति के बीच मंगलवार को बातचीत हुई. जो बाइडन और व्लादिमीर पुतिन की ये बातचीत वीडियो लिंक के ज़रिए हुई.

    इस बारे में जो वीडियो फुटेज़ जारी किए गए हैं, वो बातचीत शुरू होने के समय के हैं. इसमें दोनों नेताओं को एक-दूसरे का मित्रतापूर्वक अभिवादन करते हुए दिखाया गया है.

    वैसे इस बातचीत से कम ही लोगों को कोई समाधान मिलने की उम्मीद है. हालांकि रूस ने कहा है कि बातचीत करने की ज़रूरत है क्योंकि यूरोप में तनाव कहीं अधिक बढ़ गया है.

    रूस ने यूक्रेन की सीमा पर अपने हज़ारों सैनिक भेज रखे हैं, लेकिन उसने ज़ोर देकर कहा है कि उसका यूक्रेन पर हमला करने का कोई इरादा नहीं है.

    रूस ये गारंटी चाहता है कि यूक्रेन नेटो में शामिल नहीं होगा पर पश्चिमी ताक़तों का कहना है कि यूक्रेन की संप्रभुता का सम्मान होना चाहिए.

    इससे पहले इस साल जून में जो बाइडन और पुतिन की स्विट्ज़रलैंड में एक निजी मुलाक़ात हुई थी.

    तब बातचीत में दोनों देश अपने राजदूतों को वापस भेजने और परमाणु हथियार नियंत्रण पर बातचीत शुरू करने पर सहमत हुए थे.

  4. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन 13 दिसंबर को, एक महीने तक चलेंगे कार्यक्रम

    काशी विश्वनाथ कॉरिडोर

    13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ धाम यानी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. इस अवसर पर यूपी के मुख्यमंत्री समेत देश भर से आए बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, 3,000 से अधिक संत और गणमान्य अतिथि मौजूद रहेंगे.

    बीजेपी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंगलवार को बताया कि इस समारोह को देश भर के 51 हज़ार से अधिक जगहों से लाइव दिखाया जाएगा.

    यह भी बताया गया कि 13 दिसंबर को शुरू होने वाले कार्यक्रम अगले एक महीने यानी मकर संक्रांति तक रोज़ चलेंगे.

    रोज़ एक उत्सव का आयोजन होगा, जिसका उद्घाटन भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.

    इस दौरान पांच लाख घरों में काशी विश्वनाथ के प्रसाद और काशी के इतिहास की पुस्तिका पहुंचाई जाएगी.

    काशी में जो पुनर्निर्माण का कार्य किया गया है, उसका एक वीडियो भी जारी किया जा रहा है.

    13 दिसंबर के कार्यक्रम के इंचार्ज बीजेपी महासचिव तरुण चुग होंगे.

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    एक महीने के दौरान क्या क्या होगा?

    13 दिसंबर 2021 की शाम से भाजपा सरकारों के सभी मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन शुरू होगा. ये सम्मेलन 14 दिसंबर को भी चलेगा.

    15 दिसंबर को दर्शन के बाद सभी मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री काशी से वापस आएंगे.

    17 दिसंबर को काशी में देशभर के महापौरों का सम्मेलन होगा.

    23 दिसंबर को देश के अलग-अलग प्रांतों से प्राकृतिक खेती, जैविक खेती करने वाले वैज्ञानिक, किसान, नई खेती करने वालों का बड़ा सम्मेलन किया जाएगा.

    12 जनवरी को काशी में युवा सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा.

  5. बंगाल निकाय चुनावः बीजेपी की याचिका पर 13 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

    सुप्रीम कोर्ट

    पश्चिम बंगाल में निष्पक्ष निकाय चुनाव सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय पुलिस बल की समुचित तैनाती की मांग को लेकर बीजेपी की दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 13 दिसंबर को सुनवाई करेगा.

    बीजेपी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मेनका गुरुस्वामी ने चीफ़ जस्टिस एनवी रमन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ को बताया कि राज्य में निकाय चुनाव से पहले उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को धमकाया जा रहा है उन पर दबाव डाला जा रहा है.

    शुरू में इस पीठ में शामिल जस्टिस एएस बोपन्ना और हिमा कोहली ने कहा, "ये सभी चुनावी मामले हैं और आप (बीजेपी) को यह लड़ाई ज़मीन पर ही लड़नी है. हम आपकी याचिका पर सुनवाई नहीं कर सकते."

    वरिष्ठ अधिवक्ता ने तब त्रिपुरा में निकाय चुनाव से पहले कथित हिंसा को लेकर तृणमूल कांग्रेस पार्टी की इसी तरह की याचिका पर जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ की सुनवाई का हवाला दिया.

    इस पर पीठ ने कहा, "हम केस रिकॉर्ड देखेंगे. फिर हम इस याचिका को स्वीकार करने पर फैसला लेंगे."

    सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर मौजूद अपडेट के मुताबिक इस याचिका पर अगली सुनवाई 13 दिसंबर तय की गई है.

    बीते महीने जब त्रिपुरा के निकाय चुनाव को लेकर विपक्षी पार्टी तृणमूल कांग्रेस और सीपीएम ने यह आरोप लगाया था कि उनके प्रत्याशियों और समर्थकों को वोट नहीं देने दिया जा रहा है, तब सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की दो अतिरिक्त कंपनियों को वहां भेजने का निर्देश दिया था.

  6. बीबीसी मॉनिटरिंग

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    नगालैंड

    पूर्वोत्तर भारत के नगालैंड में सेना की कार्रवाई और उसके बाद भड़की हिंसा में आम लोगों के मारे जाने को पूरी दुनिया के प्रमुख मीडिया ने अपने यहां पर जगह दी है.

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  7. बीबीसी हिंदी का डिजिटल बुलेटिन 'दिनभर', 07 दिसंबर 2021, सुनिए फ़ैसल मोहमद अली से

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  8. राकेश टिकैत ने कहा- सभी चीज़ों का हल निकलने तक कोई घर नहीं जा रहा

    राकेश टिकैत

    भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि केंद्र सरकार के प्रस्ताव को लेकर कुछ आशंकाएँ हैं. उन्होंने कहा कि बुधवार को दो बजे बैठक में इन सब विषयों पर चर्चा होगी. राकेश टिकैत ने कहा- सरकार ने प्रस्ताव भेजा था कि वे हमारी मांगों पर सहमत हैं और हमें अपना आंदोलन वापस ले लेना चाहिए. लेकिन सरकार का प्रस्ताव स्पष्ट नहीं हैं.

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    उन्होंने कहा कि सभी चीजों का हल निकलने तक कोई घर नहीं जा रहा है. राकेश टिकैत ने कहा- हमारा आंदोलन कहीं नहीं जा रहा है. हम यहीं रहेंगे. दूसरी ओर बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि उन्होंने सरकार के प्रस्ताव पर स्पष्टीकरण मांगा है और बुधवार को फिर इस मुद्दे पर बैठक होगी.

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  9. किसान नेताओं को केंद्र के प्रस्ताव पर चाहिए स्पष्टीकरण, आंदोलन के भविष्य पर बुधवार को फिर बैठक

    किसान नेता

    पिछले 15 महीनों से आंदोलन कर रहे किसानों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि उसे सरकार के प्रस्ताव पर और स्पष्टीकरण की आवश्यकता है. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि इस संबंध में सरकार को पत्र भेजा जाएगा और फिर उनके जवाब पर बुधवार को चर्चा होगी. किसान नेताओं ने कहा कि पहली बार सरकार ने लिखित प्रस्ताव भेजा है.

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    संयुक्त किसान मोर्चा के नेता युद्धवीर सिंह ने बताया, "पाँच सदस्यीय कमेटी की एक बहुत महत्वपूर्ण बैठक हुई. उसमें सरकार की तरफ़ से प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा हुई. उस प्रस्ताव पर संयुक्त किसान मोर्चा के साथियों के साथ बैठक हुई, चर्चा हुई. कुछ साथियों को प्रस्ताव पर स्पष्टीकरण चाहिए था."

    केंद्र सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों को उनकी मांगों को लेकर लिखित आश्वासन दिया है. इन आश्वासनों में एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के लिए क़ानूनी गारंटी भी शामिल है.

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    केंद्र सरकार ने किसान संगठनों से कहा है कि वो एमएसपी के मुद्दे पर एक समिति का गठन करेगी. इस कमेटी में केंद्र और राज्यों के अधिकारी रहेंगे.

    साथ ही विशेषज्ञों और संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा. हालाँकि किसान नेताओं को लगता है कि सरकार उन संगठनों को भी इस कमेटी में शामिल करेगी, जो कृषि क़ानून को सही मानते थे.

    एमएसपी पर कमेटी के बारे में यह कहा गया है कि "उसमें किसान संगठन और संयुक्त किसान मोर्चे के नुमाइंदे भी होंगे. इस पर हमें आपत्ति है. एक साल तक आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा ने लड़ी है. हमारी आपत्ति ये है कि उन किसान संगठनों को भी शामिल किया जाएगा जो इसका हिस्सा नहीं थे."

    केंद्र सरकार किसानों के ख़िलाफ़ सभी पुलिस केस को वापस लेने पर भी सहमत हो गई है.

    इनमें पराली जलाने से जुड़ा मामला भी है. साथ ही हरियाणा और यूपी में सुरक्षाबलों के साथ हिंसक संघर्ष का मामला भी है.

    किसान नेताओं का कहना है कि उन्हें इस पर आपत्ति है. क्योंकि सरकार ने कहा है कि आंदोलन वापस लेने के बाद ही वे केस वापस लेंगे. इन्हीं सब मुद्दों पर किसान नेताओं ने केंद्र से स्पष्टीकरण मांगा है.

    लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक के बाद कहा कि, "इस पर कई साथियों को संदेह है कि यह प्रक्रिया कब होगी. अकेले हरियाणा में 48,000 केस चल रहे हैं, यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश में भी मुक़दमें दर्ज हैं. देश भर में रेल विभाग के सैकड़ों मुक़दमे हैं. समयबद्ध तरीक़े से इसे वापस लिया जाना चाहिए."

    "वहीं मुआवजे के बारे में सरकार ने सैद्धांतिक रूप से कहा है कि मुआवजा मंजूर है. हम चाहते हैं कि पंजाब सरकार ने जो मॉडल दिया है कि हर किसान के परिवार को पांच लाख का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी, वो देनी चाहिए."

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  10. एक जनवरी से यूएई में ढाई दिनों का होगा सप्ताहांत

    यूएई

    यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) सरकार ने ढाई दिनों के सप्ताहांत का एलान किया है. ये फ़ैसला पहली जनवरी से लागू हो जाएगा.

    एमिरेट्स न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक ये साप्ताहिक छुट्टियाँ शुक्रवार की दोपहर से शुरू होंगी और शनिवार, रविवार को पूरे दिन रहेंगी. सरकार के सभी विभागों में ये छुट्टियां लागू होंगी.

    सरकार के ये सभी विभाग बाकी के दिन सुबह 7.30 से शाम 3.30 तक रोज़ाना पहले की तरह काम करेंगे.

    शुक्रवार को दफ़्तरों का यह समय सुबह 7.30 से दोपहर 12 बजे तक का रहेगा. उस दौरान वर्क फ्रॉम होम के विकल्पों की संभावना के साथ कामकाजी घंटों को लचीला भी बनाया जाएगा.

    शुक्रवार दोपहर की नमाज का समय पूरे यूएई में दोपहर 1.15 के बाद रहेगा.

    रिपोर्ट में बताया गया है कि यह फ़ैसला उत्पादकता को बढ़ाने और वर्क लाइफ़ बैलेंस को ध्यान में रख कर लिया गया है.

  11. आंग सान सू ची की सज़ा पर भारत ने जताई चिंता

    आंग सान सू ची
    Image caption: आंग सान सू ची

    म्यांमार की नेता आंग सान सू ची को दी गई सज़ा पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपनी चिंता ज़ाहिर की है.

    विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "हाल के फ़ैसले से आहत हैं. भारत बतौर पड़ोसी म्यांमार में लोकतांत्रिक परिवर्तन का समर्थक रहा है. हम क़ानून के शासन में विश्वास करते हैं, लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बरकरार रखा जाना चाहिए."

    सोमवार को अपदस्थ नेता आंग सान सू ची की सज़ा को चार साल से घटा कर दो साल किया गया है.

    उन पर 11 आरोप लगाए गए थे और उन्हें लोगों को भड़काने और प्राकृतिक आपदा क़ानून के तहत कोविड नियमों को तोड़ने का दोषी करार दिया गया है. हालांकि सू ची ने लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है.

    पहले उन्हें चार साल की सज़ा सुनाई गई थी लेकिन म्यांमार की सेना के प्रमुख मिन ऑन्ग ह्लांग ने इसे घटाकर दो साल कर दिया.

    फ़रवरी में सेना के तख़्तापलट से पहले 76 वर्षीय सू ची एक चुनी हुई नागरिक सरकार का नेतृत्व कर रही थीं.

    सेना ने बीते वर्ष हुए आम चुनावों में धांधली का आरोप लगाकर तख्ता पलट कर दिया था, तब के चुनावों में एनएलडी को भारी जीत मिली थी.

    सू ची तब से नज़रबंद हैं और भ्रष्टाचार, ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन और जनता को भड़काने जैसे कई मामलों को लेकर उन पर सुनवाई चल रही है.

  12. अखिलेश यादव ने कहा- जो पैदा कर खाई, वही है भाजपाई

    अखिलेश यादव

    एक रैली के दौरान समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा है. अखिलेश यादव ने कहा- जो पैदा कर खाई, वही है भाजपाई. उन्होंने कहा कि बीजेपी नफ़रत की राजनीति कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के शासन में महंगाई बढ़ी है और सरकारी संस्थाएँ बेची जा रही हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी का वादा झूठा है और उनके विकास की तस्वीर झूठी है. उन्होंने कहा कि यूपी सरकार से कोई उम्मीद नहीं है. यूपी सरकार ने नौकरी नहीं दी है. अखिलेश यादव ने कहा कि डबल इंजन की सरकार का इंजन फ़ेल हो गया है.

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    गोरखपुर में एम्स का उद्घाटन करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा था और डबल इंजन की सरकार की सराहना की थी. उन्होंने कहा था कि लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं. अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) प्रमुख जयंत चौधरी के साथ मेरठ में संयुक्त रैली की है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस संयुक्त रैली को काफ़ी अहम माना जा रहा है. ये भी माना जा रहा है कि दोनों पार्टियाँ विधानसभा चुनाव में गठबंधन कर सकती हैं.

  13. महबूबा मुफ़्ती ने कहा- गांधी का भारत गोडसे के भारत में बदल रहा है

    महबूबा मुफ़्ती

    पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने कहा है कि गांधी का भारत गोडसे के भारत में तब्दील हो रहा है. पत्रकारों के साथ बातचीत में महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि उन्होंने वाजपेयी जी के समय का भारत पाकिस्तान का एक क्रिकेट मैच याद आ रहा है, जिसमें पाकिस्तान के नागरिक भारत के लिए ताली बजा रहे थे और भारत के नागरिक पाकिस्तन के लिए. पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ ने एमएस धोनी की तारीफ़ भी की थी.

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    महबूबा मुफ़्ती ने कहा- लेकिन कुछ दिनों पहले आगरा में कुछ युवकों ने भारत के ख़िलाफ़ मैच में पाकिस्तान टीम की भारत पर जीत पर ख़ुशी मनाई थी. बाद में एक भी वकील उनका केस लड़ने को तैयार नहीं हुआ. इसलिए ऐसा महसूस होता है कि गांधी का भारत गोडसे के भारत में तब्दील हो रहा है. नरेंद्र मोदी की सरकार पर हमला करते हुए महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि वे भारत में लोकतांत्रिक सरकार नहीं चला रहा है, वे औपनिवेशिक मानसिकता से सत्ता चला रहे हैं.

  14. भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ के लिए दक्षिण अफ़्रीकी टीम का एलान

    डीन एल्गर, Dean Elgar
    Image caption: डीन एल्गर की कप्तानी में भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ खेलेगी दक्षिण अफ़्रीकी टीम

    26 दिसंबर से शुरू हो रहे भारत-दक्षिण अफ़्रीका टेस्ट सिरीज़ के लिए मंगलवार को डीन एल्गर की कप्तानी में 21 सदस्यीय दक्षिण अफ़्रीकी टीम का एलान किया गया है. टेंबा बावुमा उपकप्तान बनाए गए हैं.

    चयनकर्ताओं ने इसमें तेज़ गेंदबाज़ सिसंडा मगला और विकेटकीपर बल्लेबाज़ रेयान रिकेल्टन के रूप में दो नए चेहरों को जगह दी है.

    तीन टेस्ट मैच की सिरीज़ की पहला मैच सेंचुरियन में खेला जाएगा.

    भारत का अफ़्रीकी दौरा 17 दिसंबर से शुरू होने वाला था लेकिन कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के संभावित ख़तरे को देखते हुए इसे एक हफ़्ते के लिए टाल दिया गया था.

    दोनों देशों के बीच तीन टेस्ट मैच और वनडे सिरीज़ खेली जाएगी. चार मैचों की टी20 सिरीज़ बाद में खेली जाएगी.

    21 सदस्यीय दक्षिण अफ़्रीकी टीम इस प्रकार है-

    डीन एल्गर (कप्तान), टेंबा बावुमा (उपकप्तान), क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), कगीसो रबाडा, सरेल एर्वी, ब्यूरेन हेंड्रिक्स, जॉर्ज लिंडे, केशव महाराज, लुंगी एनगिडी, एडेन मार्करम, वियान मल्डर, एनरिच नॉर्टजे, कीगन पीटरसन, रैसी वैन डर डसन, काइल वेरेने, मार्को जैनसेन, ग्लेंटन स्टरमैन, प्रेनेलैन सुब्रायन, सिसांडा मगाला, रेयान रिकेल्टन (विकेटकीपर), डुएन ओलिविएर.

    दोनों देशों के बीच तीन टेस्ट मैचों की सिरीज़ 26 दिसंबर 2021 से 15 जनवरी 2022 तक खेली जाएगी.

    पहला टेस्टः 26-30 दिसंबर सुपर स्पोर्ट पार्क, सेंचुरियन

    दूसरा टेस्टः 03-07 जनवरी 2022, इंपीरियल वानडरर्स जोहानेसबर्ग

    तीसरा टेस्टः 11-15 जनवरी 2022, सिक्स गन ग्रिल न्यूलैंड्स, केपटाउन

  15. पाकिस्तान में उलेमा ने कहा- श्रीलंकाई नागरिक की लिंचिंग ग़ैर इस्लामिक

    पाकिस्तानी उलेमा

    पाकिस्तान में उलेमा ने श्रीलंका के नागरिक प्रियंथा कुमार की लिंचिंग की आलोचना की है और इसे ग़ैर इस्लामिक कहा है. अलग-अलग विचारधारा के उलेमा ने ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. सियालकोट की एक फ़ैक्टरी में सीनियर मैनेजर प्रियंथा कुमार को ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीट कर मार डाला गया था और उनके शव को जला दिया गया था. प्रधानमंत्री इमरान ख़ान समेत कई नेताओं ने इसकी निंदा की थी और ज़िम्मेदार लोगों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया था.

    सियालकोट

    उलेमा के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को इस्लामाबाद में श्रीलंका के उच्चायोग पहुँचकर उच्चायुक्त वाइस एडमिरल (रिटायर्ड) मोहन विजय विक्रम से मुलाक़ात कर संवेदना व्यक्त की. उलेमा ने ये भी फ़ैसला किया है कि वे 10 दिसंबर को श्रीलंकाई नागरिक की हत्या के विरोध में निंदा दिवस मनाएँगे. मीडिया से बातचीत में श्रीलंका के उच्चायुक्त ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा ज़रूरत के समय श्रीलंका की मदद की है और श्रीलंका ने भी ऐसा ही किया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस दुखद से दोनों देशों के संबंध पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

  16. Live: किस हाल में है पीएम मोदी का गोद लिया नागेपुर गांव

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गोद लिए नागेपुर गांव में लोगों से हालात का जायजा ले रही हैं बीबीसी संवाददाता दिव्या आर्य.

    (कैमरा - काशिफ सिद्दिकी)

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  17. मोदी ने सपा पर साधा निशाना और कहा- लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट

    नरेंद्र मोदी

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में एम्स और खाद कारखाने का उदघाटन करते हुए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए, घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए. लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए. और इसलिए, याद रखिए, लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं यानि खतरे की घंटी.

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    लाल टोपी से उनका इशारा समाजवादी पार्टी की ओर था. प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार की सराहना की. उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने अपराधियों को संरक्षण देकर यूपी का नाम बदनाम कर दिया था. आज माफिया जेल में हैं और निवेशक दिल खोल कर यूपी में निवेश कर रहे हैं. यही डबल इंजन का डबल विकास है. इसलिए डबल इंजन की सरकार पर यूपी को विश्वास है.

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    मोदी ने कहा कि आज हमारी सरकार ने सरकारी गोदाम गरीबों के लिए खोल दिए हैं और योगी जी हर घर अन्न पहुंचाने में जुटे हैं. इसका लाभ यूपी के लगभग 15 करोड़ लोगों को हो रहा है. उन्होंने कहा कि हाल ही में पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को, होली से आगे तक के लिए बढ़ा दिया गया है. आज पूरा यूपी भली-भांती जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है, आपकी दुख-तकलीफों से नहीं.

  18. पीएम मोदी ने यूपी चुनाव से पहले गोरखपुर में किया एम्स का उद्घाटन

    मोदी

    गोरखपुर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ज़िले में एम्स और खाद कारखाने का उद्घाटन किया. इस मौक़े पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं.

    प्रधानमंत्री ने गोरखपुर में पूर्वी उत्तर प्रदेश के पहले एम्स और 8603 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित खाद कारखाने सहित विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया.

    इस मौके पर प्रधानमंत्री ने रैली को संबोधित करते हुए कहा,‘’एम्स और खाद कारखाने का उद्घाटन ये बताता है कि जब डबल इंजन की सरकार होती है तो विकास भी डबल होता है. फर्टिलाइज़र कारखाने के लिए ईंधन पाइपलाइन बिछाई गई है.''

    ''इस प्लांट के शिलान्यास के समय में मैंने कहा था कि गोरखपुर इस इलाके में विकास की धुरी बनेगा और आज मैं इसे सच होते देख रहा हूं. इससे पूर्वांचल में रोज़गार को हज़ारों अवसर पैदा होंगे, आर्थिक विकास की संभावना पैदा होगी.‘’

    सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा,‘ ’जो विपक्ष के लिए असंभव और नामुमकिन था,उसे अपने नाम के अनुरूप' मोदी है तो मुमकिन है'से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभव कर दिखाया है.''

    ''गोरखपुर को माना जाता था कि यहां बीमारी है, यहां दिमागी बुखार,मलेरिया आदि विषाणुजनित बीमारियों से मौतें होती थीं. साल 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने इसी एम्स का शिलान्यास किया था और आज उद्घाटन भी कर रहे हैं.‘’

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  19. रूस के हमले के ख़तरों के बीच यूक्रेन को मिला पश्चिमी देशों का समर्थन

    रूसी सैनिक

    पश्चिमी देशों ने रूस के कहा है कि वो यूक्रेन के साथ तनाव कम करे. इन देशों ने रूस की ओर से किसी भी ख़तरे को लेकर यूक्रेन का समर्थन किया है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ-साथ फ़्रांस, जर्मनी और इटली के नेताओं से बात की. इन नेताओं ने इस पर सहमति जताई कि वे किसी भी आक्रामक कार्रवाई के ख़िलाफ़ हर क़दम का इस्तेमाल करेंगे.

    यूक्रेनी सैनिक

    मंगलवार को जो बाइडन रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के साथ वीडियो कॉल पर बात करेंगे. रूस ने यूक्रेन की सीमा पर बड़ी संख्या में अपने सैनिकों को तैनात किया है. हालाँकि रूस का कहना है कि यूक्रेन पर हमला करने की उसकी कोई योजना नहीं है. रूस ने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया है कि वे उकसावे की कार्रवाई कर रहे हैं. व्हाटस हाउस के मुताबिक़ अमेरिका ने इन देशों के साथ एक साझा रणनीति बनाई है ताकि अगर रूस हमला करता है, तो रूस को आर्थिक परिणाम भुगतने होंगे.