मंगलवार को हुई बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी, संसद से गायब रहने वाले सांसदों पर खासे नाराज दिखे। उन्होंने फटकार लगाते हुए कहा कि कोई भी सांसद सदन से अनुपस्थित न रहें।

संसद के दोनों सदनों में मंगलवार की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा के संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने संसदीय कार्य मंत्री से सदन में मौजूद नहीं रहने वाले सांसदों की सूची बनाने के लिए कहा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, संसद में भाजपा सांसदों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बच्चों को बार-बार टोका जाए तो उन्हें भी अच्छा नहीं लगता है…अपने आप में परिवर्तन लाइए, नहीं तो परिवर्तन वैसे ही हो जाता है।’’

सांसदों के अनुपस्थित रहने से बीजेपी कई बार सदन में असहज हो चुकी है, खासकर राज्यसभा में। इसी को लेकर प्रधानमंत्री ने सांसदों को चेतावनी दी है। सूत्रों के अनुसार सदन से गायब रहने वाले सांसदों से जवाब भी मांगा गया है।

संसद के शीतकालीन सत्र में यह भाजपा संसदीय दल की पहली बैठक थी। आमतौर पर भाजपा संसदीय दल की बैठक संसद परिसर स्थित लाइब्रेरी बिल्डिंग में होती थी, लेकिन वहां जारी मरम्मत कार्य के चलते पहले हफ्ते संसदीय दल की बैठक नहीं हो सकी थी। मंगलवार की बैठक आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में हुई, जिसमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित अन्य नेता उपस्थित थे।

पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा संसदीय दल ने ओलंपिक पदक विजेताओं को स्टैंडिंग ओवेशन दिया। प्रधानमंत्री ने पार्टी सांसदों को सुझाव दिया कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में अधिक से अधिक लोगों को खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें और पोषण अभियान और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को भी बढ़ावा दें। इस बैठक में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा सहित अन्य आदिवासी सांसदों ने प्रधानमंत्री का अभिनंदन भी किया।

बैठक के बाद संवाददाताओं को संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि राज्यसभा के 12 निलंबित सदस्य अगर माफी मांग लेते हैं तो उनका निलंबन वापस ले लिया जाएगा।