भारत ने कहा- पुतिन की यात्रा से मज़बूत हुए संबंध, कई अहम समझौते
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भारत ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यात्रा से दोनों देशों
के संबंधों को मज़बूती मिली है.
भारत ने कहा है कि ये 'यात्रा छोटी लेकिन महत्वपूर्ण' थी.
रूस के राष्ट्रपति पुतिन सोमवार को भारत आए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
से मुलाक़ात की. इस दौरे के दौरान वो सिर्फ़ छह घंटे ही भारत में रहे.
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी के बीच हुई
बातचीत के बारे में जानकारी दी.
विदेश सचिव श्रृंगला ने कहा, ‘राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा संक्षिप्त ज़रूर थी लेकिन काफ़ी महत्वपूर्ण और संबंधों
को और मज़बूती देने वाली रही. इस दौरान कई अहम समझौतों पर दस्तख़त हुए.’
उन्होंने बताया कि दोनों देशों के नेताओं के बीच अच्छी चर्चा हुई जिनमें द्विपक्षीय
व्यापार और निवेश जैसे मुद्दों को ख़ास जगह मिली.
उन्होंने दौरे की अहमियत बताते हुए कहा, “रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का हमारे
वार्षिक सम्मेलन में आने का फ़ैसला ही ये बता देता है कि वह द्विपक्षीय रिश्तों और
पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अपने निजी संबंधों को कितना महत्व देते हैं.”
उन्होंने बताया,
“पीएम मोदी ने रूस में रहने वाले भारतीय समुदाय का, विशेषत: कोविड के दौरान, ध्यान रखने के लिए राष्ट्रपति पुतिन का शुक्रिया अदा किया.”
श्रृंगला ने ये भी बताया है कि भारत ने रूस के तेल - गैस समेत पेट्रोकैमिकल
के क्षेत्र में निवेश करने के प्रति अपनी रुचि ज़ाहिर की है.
भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित होने वालों की
संख्या सोमवार को 21 से बढ़कर 23 हो गयी है.
बता दें कि इससे पहले रविवार को इस संख्या में पांच गुना बढ़त देखी
गयी थी. शनिवार तक भारत में ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या मात्र चार थी.
लेकिन इसके बाद जयपुर में एक ही परिवार के 9 सदस्यों और मुंबई में 7 लोगों और दिल्ली में एक व्यक्ति को इस वेरिएंट से संक्रमित पाया गया था.
वहीं, सोमवार को महाराष्ट्र में दक्षिण अफ़्रीका से लौटे 37 वर्षीय
शख़्स और उनकी अमेरिका से लौटी 36 वर्षीय दोस्त के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की
पुष्टि हो गयी है.
इसके बाद महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन संक्रमण के सबसे ज़्यादा दस
मामले दर्ज किए गए हैं.
नगालैंड हिंसा: मानवाधिकार आयोग का केंद्र को नोटिस, मांगी रिपोर्ट
सुचित्र मोहंती, बीबीसी हिंदी के लिए
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राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने नगालैंड हिंसा से जुड़ीं ख़बरों पर स्वत: संज्ञान
लिया है और सोमवार को केंद्र सरकार और नगालैंड सरकार को नोटिस भेजा है. आयोग ने छह हफ़्ते
में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है.
आयोग ने केंद्रीय रक्षा सचिव, केंद्रीय गृह सचिव,
नगालैंड के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस भेजा है.
नगालैंड के मोन ज़िले में भारतीय सेना के एक अभियान में कथित तौर पर हुई ग़लती
की वजह से 14 लोगों की मौत हो गई.
मानवाधिकार कार्यकर्ता राधाकांत त्रिपाठी ने ये मामला मानवाधिकार आयोग के सामने
रखा और इसे 'मानवाधिकार का गंभीर
उल्लंघन' बताते हुए घटना
की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग उठाई.
नगालैंड सरकार ने इस मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगशन टीम (एसआईटी)
गठित की है. एसआईटी को एक महीने में रिपोर्ट देनी है.
मानवाधिकार आयोग ने जो रिपोर्ट मांगी है उसमें भी एसआईटी की ओर से की गई जांच
की प्रगति की जानकारी देने को कहा गया है. इसके साथ ही आयोग ने मृतकों के परिवारों
को दी गयी मदद, घायलों को दी गयी
चिकित्सकीय मदद और दोषियों के ख़िलाफ़ दर्ज किए गए मुकदमों की जानकारी भी मांगी है.
अमेरिका चाहता था कि भारत एस-400 डील पर उसका आदेश माने – रूसी विदेश मंत्री
रूसी विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोफ़ ने कहा है कि
अमेरिका भारत और रूस के बीच एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम सौदे के पक्ष में नहीं था.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सर्गेइ लावरोफ़ ने कहा, “एस– 400 डील के सिर्फ
सांकेतिक महत्व नहीं हैं. भारतीय सुरक्षा क्षमताओं और मौजूदा हालातों के लिहाज़ से
यह काफ़ी महत्वपूर्ण है. और ये डील पूरी हो गई है."
"हमने अमेरिकी सरकार की ओर से इस साझेदारी को कमज़ोर करने की दिशा
में किए गए कई प्रयासों को देखा. इसके साथ ही भारत को अमेरिकी आदेश मनवाने एवं इस
क्षेत्र के विकास के लिए अमेरिकी विज़न को स्वीकार करवाने के लिए भी किए गए कई
प्रयास देखे."
"लेकिन हमारे भारतीय दोस्तों ने स्पष्टता और दृढ़ता से समझाया है कि
वे एक संप्रभु राष्ट्र हैं और वे स्वयं तय करेंगे कि वे किसके हथियार ख़रीदेंगे और अन्य क्षेत्रों में भारत का सहयोगी कौन होगा.”
बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन
के दौरे से पहले रक्षा मंत्रालय ने लोकसभा में बाक़ायदा एक लिखित जवाब में किसी भी
दबाव में न रहने वाला बयान दिया है.
मोदी से मुलाक़ात में पुतिन ने कहा- भारत एक बड़ी शक्ति और परखा हुआ दोस्त
पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
के साथ दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में मुलाक़ात की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड से लेकर
दूसरे मौकों पर रूसी सहयोग की सराहना की है. मोदी ने कहा कि रूस के साथ भारत के रिश्ते पहले से अधिक मज़बूत हैं.
इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा, “कोविड की चुनौतियों के बावजूद भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय
संबंधों और सामरिक भागीदारी में कोई बदलाव नहीं आया है. कोविड
के खिलाफ़ लड़ाई में भी दोनों देशों के बीच सहयोग रहा है.”
"आर्थिक क्षेत्र में भी हमारे रिश्तों को आगे
बढ़ाने के लिए हम एक दीर्घकालिक दृष्टि अपना रहे हैं.हमने 2025 तक 30 बिलियन डॉलर के ट्रेड और 50 बिलियन
डॉलर के निवेश का लक्ष्य रखा है."
2021 हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इस वर्ष हमारे 1971
की ट्रीटी ऑफ पीस फ्रेंडशिप एंड कोऑपरेशन के
पाँच दशक और हमारी सामरिक भागीदारी के दो दशक पूरे हो रहे हैं.
आज हमारे बीच हुए विभिन्न समझौतों से इसमें
मदद मिलेगी. मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत कोर डेवलपमेंट और को- प्रोडक्शन से हमारा रक्षा
सहयोग और मज़बूत हो रहा है.”
इसके बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दिल्ली आने पर ख़ुशी जताते हुए भारत को समय के साथ परखा हुआ दोस्त बताया है.
उन्होंने कहा, “मुझे भारत का दौरा करके बहुत खुशी हो रही है. पिछले साल दोनों देशों के बीच व्यापार में 17% की गिरावट हुई थी लेकिन इस साल पहले 9 महीनों
में व्यापार में 38% की बढ़ोतरी देखी गई है.
हम भारत को एक बड़ी शक्ति, एक
मित्र राष्ट्र और समय के साथ परखे गए मित्र के रूप में देखते हैं”
सिद्धू ने केजरीवाल को कहा 'झूठा', जवाब में केजरीवाल ने क्या कहा
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पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को झूठा कहा है. इसके जवाब में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पलटवार किया है.
अमृतसर में एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अरविंद केजरीवाल झूठे हैं. वे धनी लोगों पर टैक्स लगाते हैं और उसी पैसे से स्लम एरिया में मुफ़्त बिजली देते हैं.
सिद्धू ने सवाल पूछा कि कब तक केजरीवाल लोगों को ये लॉलीपॉप देंगे.
उन्होंने कहा कि पंजाब में ये काम नहीं करेगा. इसके जवाब में अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि इसका मतलब ये हुआ कि पंजाब के सीएम चन्नी जी ने झूठ बोला था. उन्होंने ट्वीट किया- चन्नी जी ने झूठ बोला कि बिजली फ़्री कर दी. सिद्धू जी ने झूठ की पोल खोल दी -कांग्रेस फ़्री बिजली देने के ख़िलाफ़, ना दे रही,ना देगी. पंजाब की जनता से मेरी अपील- दिल्ली की तरह 24 घंटे नॉन-स्टॉप और फ़्री बिजली चाहिए तो “आप” को वोट दें, महँगी बिजली और पॉवर कट चाहिए तो कांग्रेस को वोट दें.
योगी आदित्यनाथ बोले, आजमगढ़ को उसकी सही पहचान 'आर्यमगढ़' हमारी सरकार ने दी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आजमगढ़ में एक शिलान्यास
कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस से लेकर सपा और बसपा को
आड़े हाथों लिया.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “11वीं सदी में महाराज सुहेलदेव ने एक विदेशी आक्रांता सालार मसूद गाज़ी को
नाकों चने चबाने के लिए मजबूर किया था. उसकी पूरी सेना को रौंदकर सनातन हिंदू धर्म
की रक्षा करने का काम किया था.
और उस महान हिंदू सम्राट के नाम पर देश के यशस्वी
गृह और सहकारिता मंत्री के करकमलों से आजमगढ़ में विश्व विद्यालय की स्थापना करके
आतंक के कलंक से मुक्त करने और आजमगढ़ को उसकी सही पहचान आर्यमगढ़ देने का काम भी
कर दिया है.”
बता दें कि इससे एक महीने पहले अमित शाह आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय
के शिलान्यास कार्यक्रम के मौक़े पर आजमगढ़ आए थे.
इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में अपराध को लेकर समाजवादी पार्टी को निशाना बनाया.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “समाजवादी पार्टी की सरकार के समय अराजकता ही उसका पर्याय हो गया था. देश के अंदर एक नारा चल रहा था कि जिस गाड़ी में सपा का झंडा समझो, होगा कोई जाना-पहचाना गुंडा.
समाजवादी पार्टी ने इसको (आजमगढ़) अपराधियों का गढ़ बनाकर यहां के नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा किया. पेशेवर अपराधी और माफिया जब निकलते थे तो गरीबों और व्यापारियों के मन में एक भय पैदा होता था कि पता नहीं किसके मकान और प्रतिष्ठान पर कब्ज़ा कर ले.”
योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी – प्रियंका गांधी के साथ – साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती पर कोरोना काल में ग़ायब रहने का आरोप भी लगाया.
उन्होंने कहा, “कोरोना काल में मैं तीन बार आज़मगढ़ आया लेकिन आज़मगढ़ का सांसद आज़मगढ़ में नहीं दिखाई दिया. वो कोरोना से भयभीत हो गए थे और आइसोलेशन में थे. कोरोना का आतंक था, तब भाई-बहन गायब थे और बुआ-बबुआ भी गायब थे. तब केवल BJP काम कर रही थी.”
ब्रिटेन की यात्रा करने वालों को ध्यान रखना होगा इन नए नियमों का
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सात दिसंबर से ब्रिटेन की यात्रा करने वाले लोगों के लिए नए नियम बनाए गए हैं.
नए नियमों के मुताबिक़ ब्रिटेन की यात्रा शुरू करने से पहले लोगों को कोविड टेस्ट कराना होगा.
साथ ही ब्रिटेन पहुँचने के बाद भी उनका कोविड टेस्ट होगा.
कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए ब्रिटेन की सरकार नए क़दम उठा रही है.
ब्रिटेन ने नाइजीरिया को रेड लिस्ट में डालने का फ़ैसला भी किया है.
ब्रिटेन में कोविड टेस्ट के नतीजे आने तक यात्रियों को अपने को सेल्फ़ आइसोलेशन में रखना होगा, भले ही आपका वैक्सीनेशन पूरा हो गया हो.
टेस्ट नतीजा निगेटिव आने के बाद यात्री अपने सेल्फ़ आइसोलेशन ख़त्म कर सकते हैं.
साथ ही ब्रिटेन आने पर यात्रियों को पैसेंजर लोकेटर फ़ार्म भी भरना होगा,
ब्रिटेन की रेड लिस्ट में अब नाइजीरिया का नाम भी जुड़ गया है. इस लिस्ट में शामिल देश हैं- दक्षिण अफ़्रीका, नाइजीरिया, नामीबिया, ज़िम्बाब्वे, बोत्सवाना, लेसोथो, अंगोला, मोज़ाम्बिक़, मलावी, ज़ाम्बिया और एस्वाटिनी.
प्रोफ़ेसर गिल्बर्ट ने कहा है कि यह आखिरी बार नहीं है जब किसी वायरस से हमारे जीवन और हमारी आजीविका को ख़तरा पैदा हुआ है. अगली महामारी और भी बदतर हो सकती है.
उस दिन आख़िर वहां ऐसा क्या हुआ कि बात इतनी आगे बढ़ गई?
अमित शाह ने संसद में बताया, नगालैंड में हुआ क्या था
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नगालैंड में हुई घटना पर संसद में
अपना बयान देते हुए इसे ग़लत पहचान का मामला बताया है.
अमित शाह ने कहा, “भारतीय सेना को नागालैंड के मोन ज़िले के तिरु इलाक़े के पास
उग्रवादियों की आवाजाही की सूचना मिली थी. इसके आधार पर सेना के 21 पैरा कमांडो के
एक दस्ते ने 4 दिसंबर की शाम को संदिग्ध क्षेत्र में एंबुश लगाया था.
एंबुश के दौरान एक वाहन, एंबुश के स्थान
के समीप पहुँचा. उसे रुकने का इशारा और प्रयास किया गया. रुकने की बजाए वाहन द्वारा
उस जगह से तेज़ी से निकलने का प्रयास किया गया. इसके उपरांत इस आशंका पर कि वाहन
में संदिग्ध विद्रोही जा रहे थे.
वाहन पर गोली चलाई गई, जिससे वाहन में सवार आठ
व्यक्तियों में से छह की मौत हो गई. बाद में ये ग़लत पहचान का मामला पाया गया. जो
दो लोग घायल हुए थे, उन्हें सेना द्वारा ही इलाज़ हेतु नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र
में ले जाया गया.”
अमित शाह ने बताया है कि 13 में से छह नागरिकों की मौत की वजह ग़लत पहचान है. हालांकि, सात अन्य नागरिकों की मौत को उन्होंने सेना द्वारा आत्मरक्षा की कोशिश से जोड़कर दिखाया है.
उन्होंने कहा, “यह समाचार प्राप्त होने के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने सेना की टुकड़ी को घेर लिया. दो वाहनों को जला दिया. और उन पर हमला किया गया. इसके परिणाम स्वरूप सुरक्षाबल के एक जवान की मृत्यु हो गयी. तथा कई अन्य जवान घायल हो गए.
अपनी सुरक्षा में और भीड़ को तितरबितर करने के लिए सुरक्षा बलों को गोली चलानी पड़ी जिससे सात और नागरिकों की मृत्यु हो गयी. तथा कुछ अन्य घायल हो गए. स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने हालातों को सामान्य बनाने की कोशिश की है जिससे स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में बनी हुई है.”
हालांकि, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप रैंकिंग में भारत 42 अंकों और 58.33
जीत प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर बना हुआ है.
इस रैंकिंग में पहले स्थान पर श्रीलंका और दूसरे स्थान पर पाकिस्तान
है.
नगालैंड में सुरक्षाबलों के हाथों आम नागरिकों के मारे जाने के बाद AFSPA रद्द करने की मांग
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नगालैंडके मोन ज़िले में शनिवार रात सुरक्षाबलों की कार्रवाई में आम नागरिकों के मारे जाने के बाद भारत के कई राज्यों में लागू आर्म्ड फ़ोर्स स्पेशल पावर्स एक्ट यानी AFSPA हटाए जाने की मांग तेज़ हो गई है.
नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ़ियू रियो ने कहा है कि राज्य से AFSPA हटाया जाना चाहिए.
समाचार एजेंसी एनएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘’मैंने केंद्रीय गृहमंत्री से बात की है,वह मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं और हमने प्रभावित परिवारों को आर्थिक मदद दी है. हमने केंद्र सरकार से कहा है कि वह नगालैंड से आफ़्स्पा हटाए,इस कानून ने हमारे देश की छवि को काला कर दिया है.‘’
वहीं लोकसभा में अपनी बात रखते हुए एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "मैं नगालैंड में 17 मासूमों की क्रूर हत्या पर शोक व्यक्त करता हूंँ. राज्यों से आफ़्स्पा हटाया जाना चाहिए, ये क़ानून शोषण और नफ़रत का प्रतीक है. सरकार बताए कि क्या वह हत्यारों पर मुक़दमा चलाएगी और क्या आफ़्स्पा हटाया जाएगा?"
वहीं मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने भी आफ़्स्पा हटाने की मांग की है.
इसके अलावा सीपीआईएम के नेता सीताराम येचुरी ने भी देश के राज्यों से आफ़्स्पा हटाने की मांग करते हुए ट्वीट किया,‘’ मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना, मोदी सरकार को अपनी उपलब्धियों के बारे में झूठ बोलने के बजाय जो हुआ उसकी सच्चाई साफ़-साफ़ बतानी चाहिए. आफ़्स्पा को ख़त्म करने पर विचार करने का समय आ गया है. ‘’
आफ़्स्पा यानी आर्म्ड फ़ोर्सेस स्पेशल पावर्स एक्ट एक ऐसा कानून है जो केंद्र के तहत आने वाले सुरक्षाबलों, जिनमें सेना से लेकर सीआरपीएफ़ वग़ैरह शामिल हैं उन्हें सरकार ये शक्ति दे सकती है कि वे किन्हीं हालात को डील करने के लिए किसी भी हथियार का इस्तेमाल कर सकती हैं. इसके लिए वे किसी क्रिमिनल कोर्ट में जवाबदेह नहीं होंगे.
इस ऐक्ट को लागू करने के लिए यह ज़रूरी है कि डिस्टर्ब्ड एरिया ऐक्ट के तहत वह राज्य अशांत घोषित होना चाहिए.
किसी राज्य को यह घोषित करना होता है किहमारे राज्य में यह स्थिति आ गई है कि सामान्य बल काफ़ी नहीं हैं. इसके बाद केंद्र सरकार ये क़ानून लागू करती है.
लेकिन कोई राज्य ख़ुद यह घोषणा कर सकता है कि हमारा राज्य अब ख़तरनाक नहीं रहा है और हालात सामान्य हो चुके हैं लेकिन यह अधिकार राज्यपाल के पास होता है.
अगर राज्य सरकार कहे कि हमारा राज्य सामान्य है इसलिए आफ़्सपा लगाने की केंद्र के पास शक्ति नहीं है.
ऐसा हो नहीं सकता क्योंकि स्टेट यूनिट में राज्य सरकार के साथ राज्यपाल भी शामिल होता है. राज्यपाल आमतौर पर केंद्र का प्रतिनिधि होता है इसलिए वह केंद्र के निर्देशों पर काम करता है लिहाजा स्थिति थोड़ी पेचीदा होती है.
मौजूदा समय में नगालैंड,असम,मणिपुर (इंफाल के सात विधानसभा क्षेत्रों को छोड़कर) और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों और जम्मू-कश्मीर में आफ़्स्पा लागू है.
शशि थरूर ने किसके विरोध में किया ये फ़ैसला
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कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने संसद टीवी के एक टॉक शो की मेज़बानी करने से इनकार कर दिया है. शशि थरूर दूसरे सांसद हैं, जिन्होंने ऐसा किया है. शशि थरूर से पहले शिव सेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी संसद टीवी के एक कार्यक्रम का होस्ट बनने से अपने को अलग कर लिया था.
दोनों नेताओं ने राज्यसभा के 12 सांसदों को निलंबित करने के फ़ैसले के विरोध में ऐसा किया है. इन सांसदों को राज्यसभा में कथित रूप से ग़लत व्यवहार के कारण निलंबित किया गया है. शशि थरूर ने अपने पत्र में लिखा है कि वे निलंबित सांसदों के साथ एकजुटता दिखाते हुए कार्यक्रम की मेज़बानी छोड़ रहे हैं. शशि थरूर का कहना है कि वे तब तक कार्यक्रम होस्ट नहीं करेंगे जब तक सांसदों का निलंबन वापस नहीं होता. निलंबित किए गए सांसदों में छह सांसद कांग्रेस के हैं.
श्रीलंका के नागरिक की लिचिंग के ख़िलाफ़ पाकिस्तान में प्रदर्शन
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पाकिस्तान में कथित ईशनिंदा के आरोप में एक श्रीलंकाई नागरिक की लिचिंग के खिलाफ़ देशभर में प्रदर्शन किए जा रहे हैं.
शुक्रवार को पंजाब प्रांत में सियालकोट की एक फ़ैक्ट्री में मैनेजर के पद पर काम करने वाले प्रियांथा को भीड़ ने कथित ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर मारा डाला था और उनके शव को आग लगा दी थी.
भीड़ की इस हिंसा को प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने शर्मनाक बताया है और कहा है कि वह खुद इस मामले की जाँच की निगरानी कर रहे हैं. अब तक इस मामले में 100 से ज़्यादा गिरफ़्तारियाँ हो चुकी है और अभियुक्तों पर आतंकवाद की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
श्रीलंकाई नागरिक प्रियांथा दियावदाना की पत्नी ने बीबीसी से कहा है कि वह और उनका परिवार इस घटना से निराश और डरा हुआ है, उन्होंने पाकिस्तानी सरकार और प्रधानमंत्री इमरान ख़ान से निष्पक्ष जाँच और न्याय की मांग की है.
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प्रियांथा दियावदाना की पत्नी निरूशी दिसानायके का कहना है, "मैंने इंटरनेट पर देखा कि ये घटना कितनी भयानक और अमानवीय थी. मैं श्रीलंका के राष्ट्रपति और पाकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से इसकी निष्पक्ष जाँच की अपील करती हूँ ताकि मेरे पति और हमारे दो बच्चों को इंसाफ़ मिल सके."
बीते सप्ताहांत इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिसमें उग्र भीड़ प्रियंथा कुमार को बुरी तरह पीटती नज़र आ रही है. भीड़ ने उन्हें पीट-पीट कर मार डाला और फिर उसके शरीर को जला दिया गया. वीडियों में भीड़ में शामिल कई लोग उसकी लाश के साथ सेल्फी लेते भी नज़र आ रहे हैं.
राष्ट्रपति पुतिन के दौरे से पहले भारत और रूस के बीच हुआ रक्षा समझौता
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से पहले दिल्ली पहुँचे रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू और भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दोनों देशों के बीच रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
इनमें से एक समझौता एके-203, 7.63x39 मिमी असॉल्ट राइफल्स को लेकर है. समझौते के तहत साल 2021 से लेकर 2031 तक इंडो-एशिया राइफ़ल प्राइवेट लिमिटेड से 6,01,427 एके-203 राइफ़ल की ख़रीद की जाएगी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगू, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ के बीच पहली बार 2+2 मंत्रालय स्तर की बातचीत की गई है.
समझौतों पर हस्ताक्षर के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- ''भारत और रूस के बीच रक्षा के क्षेत्र में हाल के दिनों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है. हमें उम्मीद है कि रूस इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भारत के लिए एक ख़ास भागीदार बना रहेगा.''
ब्रेकिंग न्यूज़म्यांमार की नेता आंग सान सू ची सजा चार साल से घटाकर दो साल की गयी
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म्यांमार की अपदस्थ नेता आंग सान सू ची को सोमवार सुबह सुनाई गई चार साल की सज़ा को घटाकर दो साल कर दिया गया है.
उनके ख़िलाफ़ चल रहे कई मामलों में यह पहली बार मिली सज़ा है.
उनको लोगों को भड़काने और प्राकृतिक आपदा क़ानून के
तहत कोविड नियमों को तोड़ने का दोषी पाया गया है.
सू ची पर 11 आरोप लगाए गए थे और उन्होंने सभी से
इनकार किया था.
इन मामलों में उन्हें कुल चार साल की सज़ा सुनाई गयी थी. लेकिन इसके बाद म्यांमार की सेना के प्रमुख मिन ऑन्ग ह्लांग ने इसे घटाकर दो साल कर दिया.
फ़रवरी में सेना के तख़्तापलट से पहले 76 वर्षीय सू
ची एक चुनी हुई नागरिक सरकार का नेतृत्व कर रही थीं.
सेना ने पिछले साल हुए आम चुनावों में धांधली का आरोप
लगाकर सत्ता हथिया ली थी, इन चुनावों में NLD को भारी जीत मिली थी.
सू ची तब से नज़रबंद हैं और
उन पर कई मामले चलाए गए हैं जिनमें भ्रष्टाचार, ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट का उल्लंघन
और जनता को भड़काने का आरोप है.
सऊदी अरब में फॉर्मूला वन कार रेस के उद्घाटन में क्राउन प्रिंस हुए शामिल
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सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने जेद्दा में आयोजित होने वाले सऊदी अरब ग्रां प्री के उद्घाटन में हिस्सा लिया.
इस सप्ताह के अंत में जेद्दा कॉर्निश स्ट्रीट ट्रैक पर होने वाले सऊदी अरब फॉर्मूला वन ग्रांड प्रिक्स के उद्घाटन समारोह के समर्थन कार्यक्रम के रूप में फॉर्मूला टू का आयोजन किया गया था.
सऊदी अरब ग्रैंड प्रिक्स का आग़ाज़ इस सप्ताहांत से होगा.
फॉर्मूला वन चैंपियनशिप लीडर मैक्स वेरस्टापेन रविवार को सऊदी अरब ग्रैंड प्रिक्स की शुरुआत ग्रिड पर तीसरे स्थान से करेंगे, उनकी टीम रेड बुल ने क्वालीफाइंग क्रैश के बाद खिलाड़ी के गियरबॉक्स को ना बदलने का विकल्प चुना है.
नियमों के मुताबिक़ एक ड्राइवर को लगातार छह रेस के लिए एक ही गियरबॉक्स का इस्तेमाल करना होता है. अगर नया गियरबॉक्स लगाया गया तो वेरस्टापेन को पांच ग्रिड पीछे जाना पड़ेगा.
अमेरिकी सांसद ने परिवार के साथ बंदूकें लेकर तस्वीर की पोस्ट, भड़क उठे लोग
अमेरिका में
रिपब्लिकन पार्टी के एक सांसद को अपनी एक तस्वीर के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है.
इस तस्वीर में
सांसद और उनका परिवार किसी सैनिक की तरह बंदूकें लेकर खड़े हैं. ये तस्वीर एक स्कूल
में हुई एक फायरिंग के अगले दिन डाली गई और लोगों का गुस्सा भड़क उठा.
केंटकी से सांसद
थॉमस मैसी ने ये फोटो ट्वीट करते हुए लिखा था, “मेरी क्रिसमस! संता, कृप्या
हथियार लेकर आएं.”
ये तस्वीर लोगों
के निशाने पर आ गई. फायरिंग की घटनाओं में घायल हुए परिवारों और डेमोक्रेटिक व
रिपब्लिकन नेताओं ने इस तस्वीर की कड़ी आलोचना की.
फोटो पर बढ़ते
विवाद को देखते हुए थॉमस मेसी ने उनके समर्थन और विरोध में आए संदेशों को रिट्वीट
किया. कई ट्वीटर यूजर्स से कमेंट्स में बात की जिनका कहना था कि वो असंवेदनशील तरीक़े
से व्यवहार कर रहे हैं.
उनके फोटो
डालने से एक दिन पहले मिशिगन के एक स्कूल में फायरिंग की घटना हुई थी जिसमें चार
बच्चे मारे गए थे और सात लोग घायल हुए थे. एक 15 साल के छात्र ने कथित तौर पर अपने
पिता की बंदूक से यहां फायरिंग कर दी थी.
अमेरिका में फायरिंग
के मामले पहले भी होते रहे हैं जिनके चलते बंदूक रखने के नियम-क़ानूनों पर बहस
छिड़ी हुई है.
लाइव रिपोर्टिंग
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भारत ने कहा- पुतिन की यात्रा से मज़बूत हुए संबंध, कई अहम समझौते
भारत ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यात्रा से दोनों देशों के संबंधों को मज़बूती मिली है.
भारत ने कहा है कि ये 'यात्रा छोटी लेकिन महत्वपूर्ण' थी.
रूस के राष्ट्रपति पुतिन सोमवार को भारत आए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की. इस दौरे के दौरान वो सिर्फ़ छह घंटे ही भारत में रहे.
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी के बीच हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी.
विदेश सचिव श्रृंगला ने कहा, ‘राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा संक्षिप्त ज़रूर थी लेकिन काफ़ी महत्वपूर्ण और संबंधों को और मज़बूती देने वाली रही. इस दौरान कई अहम समझौतों पर दस्तख़त हुए.’
उन्होंने बताया कि दोनों देशों के नेताओं के बीच अच्छी चर्चा हुई जिनमें द्विपक्षीय व्यापार और निवेश जैसे मुद्दों को ख़ास जगह मिली.
उन्होंने दौरे की अहमियत बताते हुए कहा, “रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का हमारे वार्षिक सम्मेलन में आने का फ़ैसला ही ये बता देता है कि वह द्विपक्षीय रिश्तों और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अपने निजी संबंधों को कितना महत्व देते हैं.”
उन्होंने बताया, “पीएम मोदी ने रूस में रहने वाले भारतीय समुदाय का, विशेषत: कोविड के दौरान, ध्यान रखने के लिए राष्ट्रपति पुतिन का शुक्रिया अदा किया.”
श्रृंगला ने ये भी बताया है कि भारत ने रूस के तेल - गैस समेत पेट्रोकैमिकल के क्षेत्र में निवेश करने के प्रति अपनी रुचि ज़ाहिर की है.
ओमिक्रॉन: भारत में अब तक 23 केस, आज दो नए मामले
भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित होने वालों की संख्या सोमवार को 21 से बढ़कर 23 हो गयी है.
बता दें कि इससे पहले रविवार को इस संख्या में पांच गुना बढ़त देखी गयी थी. शनिवार तक भारत में ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या मात्र चार थी.
लेकिन इसके बाद जयपुर में एक ही परिवार के 9 सदस्यों और मुंबई में 7 लोगों और दिल्ली में एक व्यक्ति को इस वेरिएंट से संक्रमित पाया गया था.
वहीं, सोमवार को महाराष्ट्र में दक्षिण अफ़्रीका से लौटे 37 वर्षीय शख़्स और उनकी अमेरिका से लौटी 36 वर्षीय दोस्त के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि हो गयी है.
इसके बाद महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन संक्रमण के सबसे ज़्यादा दस मामले दर्ज किए गए हैं.
नगालैंड हिंसा: मानवाधिकार आयोग का केंद्र को नोटिस, मांगी रिपोर्ट
सुचित्र मोहंती, बीबीसी हिंदी के लिए
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने नगालैंड हिंसा से जुड़ीं ख़बरों पर स्वत: संज्ञान लिया है और सोमवार को केंद्र सरकार और नगालैंड सरकार को नोटिस भेजा है. आयोग ने छह हफ़्ते में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है.
आयोग ने केंद्रीय रक्षा सचिव, केंद्रीय गृह सचिव, नगालैंड के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस भेजा है.
नगालैंड के मोन ज़िले में भारतीय सेना के एक अभियान में कथित तौर पर हुई ग़लती की वजह से 14 लोगों की मौत हो गई.
मानवाधिकार कार्यकर्ता राधाकांत त्रिपाठी ने ये मामला मानवाधिकार आयोग के सामने रखा और इसे 'मानवाधिकार का गंभीर उल्लंघन' बताते हुए घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग उठाई.
नगालैंड सरकार ने इस मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगशन टीम (एसआईटी) गठित की है. एसआईटी को एक महीने में रिपोर्ट देनी है.
मानवाधिकार आयोग ने जो रिपोर्ट मांगी है उसमें भी एसआईटी की ओर से की गई जांच की प्रगति की जानकारी देने को कहा गया है. इसके साथ ही आयोग ने मृतकों के परिवारों को दी गयी मदद, घायलों को दी गयी चिकित्सकीय मदद और दोषियों के ख़िलाफ़ दर्ज किए गए मुकदमों की जानकारी भी मांगी है.
अमेरिका चाहता था कि भारत एस-400 डील पर उसका आदेश माने – रूसी विदेश मंत्री
रूसी विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोफ़ ने कहा है कि अमेरिका भारत और रूस के बीच एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम सौदे के पक्ष में नहीं था.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सर्गेइ लावरोफ़ ने कहा, “एस– 400 डील के सिर्फ सांकेतिक महत्व नहीं हैं. भारतीय सुरक्षा क्षमताओं और मौजूदा हालातों के लिहाज़ से यह काफ़ी महत्वपूर्ण है. और ये डील पूरी हो गई है."
"हमने अमेरिकी सरकार की ओर से इस साझेदारी को कमज़ोर करने की दिशा में किए गए कई प्रयासों को देखा. इसके साथ ही भारत को अमेरिकी आदेश मनवाने एवं इस क्षेत्र के विकास के लिए अमेरिकी विज़न को स्वीकार करवाने के लिए भी किए गए कई प्रयास देखे."
"लेकिन हमारे भारतीय दोस्तों ने स्पष्टता और दृढ़ता से समझाया है कि वे एक संप्रभु राष्ट्र हैं और वे स्वयं तय करेंगे कि वे किसके हथियार ख़रीदेंगे और अन्य क्षेत्रों में भारत का सहयोगी कौन होगा.”
बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के दौरे से पहले रक्षा मंत्रालय ने लोकसभा में बाक़ायदा एक लिखित जवाब में किसी भी दबाव में न रहने वाला बयान दिया है.
बीबीसी हिंदी का डिजिटल बुलेटिन 'दिनभर', सुनिए फ़ैसल मोहम्मद अली
मोदी से मुलाक़ात में पुतिन ने कहा- भारत एक बड़ी शक्ति और परखा हुआ दोस्त
पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में मुलाक़ात की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड से लेकर दूसरे मौकों पर रूसी सहयोग की सराहना की है. मोदी ने कहा कि रूस के साथ भारत के रिश्ते पहले से अधिक मज़बूत हैं.
इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा, “कोविड की चुनौतियों के बावजूद भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों और सामरिक भागीदारी में कोई बदलाव नहीं आया है. कोविड के खिलाफ़ लड़ाई में भी दोनों देशों के बीच सहयोग रहा है.”
"आर्थिक क्षेत्र में भी हमारे रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए हम एक दीर्घकालिक दृष्टि अपना रहे हैं.हमने 2025 तक 30 बिलियन डॉलर के ट्रेड और 50 बिलियन डॉलर के निवेश का लक्ष्य रखा है."
2021 हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इस वर्ष हमारे 1971 की ट्रीटी ऑफ पीस फ्रेंडशिप एंड कोऑपरेशन के पाँच दशक और हमारी सामरिक भागीदारी के दो दशक पूरे हो रहे हैं.
आज हमारे बीच हुए विभिन्न समझौतों से इसमें मदद मिलेगी. मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत कोर डेवलपमेंट और को- प्रोडक्शन से हमारा रक्षा सहयोग और मज़बूत हो रहा है.”
इसके बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दिल्ली आने पर ख़ुशी जताते हुए भारत को समय के साथ परखा हुआ दोस्त बताया है.
उन्होंने कहा, “मुझे भारत का दौरा करके बहुत खुशी हो रही है. पिछले साल दोनों देशों के बीच व्यापार में 17% की गिरावट हुई थी लेकिन इस साल पहले 9 महीनों में व्यापार में 38% की बढ़ोतरी देखी गई है.
हम भारत को एक बड़ी शक्ति, एक मित्र राष्ट्र और समय के साथ परखे गए मित्र के रूप में देखते हैं”
सिद्धू ने केजरीवाल को कहा 'झूठा', जवाब में केजरीवाल ने क्या कहा
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को झूठा कहा है. इसके जवाब में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पलटवार किया है. अमृतसर में एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अरविंद केजरीवाल झूठे हैं. वे धनी लोगों पर टैक्स लगाते हैं और उसी पैसे से स्लम एरिया में मुफ़्त बिजली देते हैं. सिद्धू ने सवाल पूछा कि कब तक केजरीवाल लोगों को ये लॉलीपॉप देंगे.
उन्होंने कहा कि पंजाब में ये काम नहीं करेगा. इसके जवाब में अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि इसका मतलब ये हुआ कि पंजाब के सीएम चन्नी जी ने झूठ बोला था. उन्होंने ट्वीट किया- चन्नी जी ने झूठ बोला कि बिजली फ़्री कर दी. सिद्धू जी ने झूठ की पोल खोल दी -कांग्रेस फ़्री बिजली देने के ख़िलाफ़, ना दे रही,ना देगी. पंजाब की जनता से मेरी अपील- दिल्ली की तरह 24 घंटे नॉन-स्टॉप और फ़्री बिजली चाहिए तो “आप” को वोट दें, महँगी बिजली और पॉवर कट चाहिए तो कांग्रेस को वोट दें.
योगी आदित्यनाथ बोले, आजमगढ़ को उसकी सही पहचान 'आर्यमगढ़' हमारी सरकार ने दी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आजमगढ़ में एक शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस से लेकर सपा और बसपा को आड़े हाथों लिया.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “11वीं सदी में महाराज सुहेलदेव ने एक विदेशी आक्रांता सालार मसूद गाज़ी को नाकों चने चबाने के लिए मजबूर किया था. उसकी पूरी सेना को रौंदकर सनातन हिंदू धर्म की रक्षा करने का काम किया था.
और उस महान हिंदू सम्राट के नाम पर देश के यशस्वी गृह और सहकारिता मंत्री के करकमलों से आजमगढ़ में विश्व विद्यालय की स्थापना करके आतंक के कलंक से मुक्त करने और आजमगढ़ को उसकी सही पहचान आर्यमगढ़ देने का काम भी कर दिया है.”
बता दें कि इससे एक महीने पहले अमित शाह आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम के मौक़े पर आजमगढ़ आए थे.
अपराध के मुद्दे पर सपा को घेरा
इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में अपराध को लेकर समाजवादी पार्टी को निशाना बनाया.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “समाजवादी पार्टी की सरकार के समय अराजकता ही उसका पर्याय हो गया था. देश के अंदर एक नारा चल रहा था कि जिस गाड़ी में सपा का झंडा समझो, होगा कोई जाना-पहचाना गुंडा.
समाजवादी पार्टी ने इसको (आजमगढ़) अपराधियों का गढ़ बनाकर यहां के नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा किया. पेशेवर अपराधी और माफिया जब निकलते थे तो गरीबों और व्यापारियों के मन में एक भय पैदा होता था कि पता नहीं किसके मकान और प्रतिष्ठान पर कब्ज़ा कर ले.”
योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी – प्रियंका गांधी के साथ – साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती पर कोरोना काल में ग़ायब रहने का आरोप भी लगाया.
उन्होंने कहा, “कोरोना काल में मैं तीन बार आज़मगढ़ आया लेकिन आज़मगढ़ का सांसद आज़मगढ़ में नहीं दिखाई दिया. वो कोरोना से भयभीत हो गए थे और आइसोलेशन में थे. कोरोना का आतंक था, तब भाई-बहन गायब थे और बुआ-बबुआ भी गायब थे. तब केवल BJP काम कर रही थी.”
ब्रिटेन की यात्रा करने वालों को ध्यान रखना होगा इन नए नियमों का
सात दिसंबर से ब्रिटेन की यात्रा करने वाले लोगों के लिए नए नियम बनाए गए हैं. नए नियमों के मुताबिक़ ब्रिटेन की यात्रा शुरू करने से पहले लोगों को कोविड टेस्ट कराना होगा. साथ ही ब्रिटेन पहुँचने के बाद भी उनका कोविड टेस्ट होगा.
कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए ब्रिटेन की सरकार नए क़दम उठा रही है. ब्रिटेन ने नाइजीरिया को रेड लिस्ट में डालने का फ़ैसला भी किया है. ब्रिटेन में कोविड टेस्ट के नतीजे आने तक यात्रियों को अपने को सेल्फ़ आइसोलेशन में रखना होगा, भले ही आपका वैक्सीनेशन पूरा हो गया हो.
टेस्ट नतीजा निगेटिव आने के बाद यात्री अपने सेल्फ़ आइसोलेशन ख़त्म कर सकते हैं. साथ ही ब्रिटेन आने पर यात्रियों को पैसेंजर लोकेटर फ़ार्म भी भरना होगा, ब्रिटेन की रेड लिस्ट में अब नाइजीरिया का नाम भी जुड़ गया है. इस लिस्ट में शामिल देश हैं- दक्षिण अफ़्रीका, नाइजीरिया, नामीबिया, ज़िम्बाब्वे, बोत्सवाना, लेसोथो, अंगोला, मोज़ाम्बिक़, मलावी, ज़ाम्बिया और एस्वाटिनी.
वैज्ञानिक का दावा- आने वाली महामारी और भी जानलेवा होगी
बैकी मॉर्टन
बीबीसी न्यूज़
प्रोफ़ेसर गिल्बर्ट ने कहा है कि यह आखिरी बार नहीं है जब किसी वायरस से हमारे जीवन और हमारी आजीविका को ख़तरा पैदा हुआ है. अगली महामारी और भी बदतर हो सकती है.
और पढ़ेंपाकिस्तान में जहां श्रीलंकाई नागरिक को मारकर जलाया गया
उस दिन आख़िर वहां ऐसा क्या हुआ कि बात इतनी आगे बढ़ गई?
अमित शाह ने संसद में बताया, नगालैंड में हुआ क्या था
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नगालैंड में हुई घटना पर संसद में अपना बयान देते हुए इसे ग़लत पहचान का मामला बताया है.
अमित शाह ने कहा, “भारतीय सेना को नागालैंड के मोन ज़िले के तिरु इलाक़े के पास उग्रवादियों की आवाजाही की सूचना मिली थी. इसके आधार पर सेना के 21 पैरा कमांडो के एक दस्ते ने 4 दिसंबर की शाम को संदिग्ध क्षेत्र में एंबुश लगाया था.
एंबुश के दौरान एक वाहन, एंबुश के स्थान के समीप पहुँचा. उसे रुकने का इशारा और प्रयास किया गया. रुकने की बजाए वाहन द्वारा उस जगह से तेज़ी से निकलने का प्रयास किया गया. इसके उपरांत इस आशंका पर कि वाहन में संदिग्ध विद्रोही जा रहे थे.
वाहन पर गोली चलाई गई, जिससे वाहन में सवार आठ व्यक्तियों में से छह की मौत हो गई. बाद में ये ग़लत पहचान का मामला पाया गया. जो दो लोग घायल हुए थे, उन्हें सेना द्वारा ही इलाज़ हेतु नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया.”
अमित शाह ने बताया है कि 13 में से छह नागरिकों की मौत की वजह ग़लत पहचान है. हालांकि, सात अन्य नागरिकों की मौत को उन्होंने सेना द्वारा आत्मरक्षा की कोशिश से जोड़कर दिखाया है.
उन्होंने कहा, “यह समाचार प्राप्त होने के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने सेना की टुकड़ी को घेर लिया. दो वाहनों को जला दिया. और उन पर हमला किया गया. इसके परिणाम स्वरूप सुरक्षाबल के एक जवान की मृत्यु हो गयी. तथा कई अन्य जवान घायल हो गए.
अपनी सुरक्षा में और भीड़ को तितरबितर करने के लिए सुरक्षा बलों को गोली चलानी पड़ी जिससे सात और नागरिकों की मृत्यु हो गयी. तथा कुछ अन्य घायल हो गए. स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने हालातों को सामान्य बनाने की कोशिश की है जिससे स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में बनी हुई है.”
न्यूज़ीलैंड को हराकर ICC टेस्ट रैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंची टीम इंडिया
भारतीय क्रिकेट टीम ने मुंबई में खेले गए टेस्ट मैच में न्यूज़ीलैंड को 372 रनों से हराकर ये सिरीज़ 1-0 से जीत ली है.
इस जीत के साथ ही टीम इंडिया 124 अंकों के साथ आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में भी पहले स्थान पर पहुंच गयी है.
इस समय टीम इंडिया के बाद दूसरे नंबर पर न्यूज़ीलैंड की टीम मौजूद है जिसके पास 121 अंक हैं.
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, पाकिस्तान, और दक्षिण अफ़्रीका समेत कुल 8 टीमें हैं जिन्होंने टॉप दस टीमों की रैंकिंग में अपनी जगह बनाई है.
इनमें श्रीलंका, वेस्ट इंडीज़, बांग्लादेश और ज़िम्बाब्वे शामिल है.
आईसीसी ने मुंबई टेस्ट का नतीजा आने के बाद ये रैंकिंग जारी की है.
हालांकि, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप रैंकिंग में भारत 42 अंकों और 58.33 जीत प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर बना हुआ है.
इस रैंकिंग में पहले स्थान पर श्रीलंका और दूसरे स्थान पर पाकिस्तान है.
नगालैंड में सुरक्षाबलों के हाथों आम नागरिकों के मारे जाने के बाद AFSPA रद्द करने की मांग
नगालैंडके मोन ज़िले में शनिवार रात सुरक्षाबलों की कार्रवाई में आम नागरिकों के मारे जाने के बाद भारत के कई राज्यों में लागू आर्म्ड फ़ोर्स स्पेशल पावर्स एक्ट यानी AFSPA हटाए जाने की मांग तेज़ हो गई है.
नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ़ियू रियो ने कहा है कि राज्य से AFSPA हटाया जाना चाहिए.
समाचार एजेंसी एनएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘’मैंने केंद्रीय गृहमंत्री से बात की है,वह मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं और हमने प्रभावित परिवारों को आर्थिक मदद दी है. हमने केंद्र सरकार से कहा है कि वह नगालैंड से आफ़्स्पा हटाए,इस कानून ने हमारे देश की छवि को काला कर दिया है.‘’
वहीं लोकसभा में अपनी बात रखते हुए एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "मैं नगालैंड में 17 मासूमों की क्रूर हत्या पर शोक व्यक्त करता हूंँ. राज्यों से आफ़्स्पा हटाया जाना चाहिए, ये क़ानून शोषण और नफ़रत का प्रतीक है. सरकार बताए कि क्या वह हत्यारों पर मुक़दमा चलाएगी और क्या आफ़्स्पा हटाया जाएगा?"
वहीं मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने भी आफ़्स्पा हटाने की मांग की है.
इसके अलावा सीपीआईएम के नेता सीताराम येचुरी ने भी देश के राज्यों से आफ़्स्पा हटाने की मांग करते हुए ट्वीट किया,‘’ मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना, मोदी सरकार को अपनी उपलब्धियों के बारे में झूठ बोलने के बजाय जो हुआ उसकी सच्चाई साफ़-साफ़ बतानी चाहिए. आफ़्स्पा को ख़त्म करने पर विचार करने का समय आ गया है. ‘’
क्या है आफ़्स्पा और कहां-कहां लागू है?
आफ़्स्पा यानी आर्म्ड फ़ोर्सेस स्पेशल पावर्स एक्ट एक ऐसा कानून है जो केंद्र के तहत आने वाले सुरक्षाबलों, जिनमें सेना से लेकर सीआरपीएफ़ वग़ैरह शामिल हैं उन्हें सरकार ये शक्ति दे सकती है कि वे किन्हीं हालात को डील करने के लिए किसी भी हथियार का इस्तेमाल कर सकती हैं. इसके लिए वे किसी क्रिमिनल कोर्ट में जवाबदेह नहीं होंगे.
इस ऐक्ट को लागू करने के लिए यह ज़रूरी है कि डिस्टर्ब्ड एरिया ऐक्ट के तहत वह राज्य अशांत घोषित होना चाहिए.
किसी राज्य को यह घोषित करना होता है किहमारे राज्य में यह स्थिति आ गई है कि सामान्य बल काफ़ी नहीं हैं. इसके बाद केंद्र सरकार ये क़ानून लागू करती है.
लेकिन कोई राज्य ख़ुद यह घोषणा कर सकता है कि हमारा राज्य अब ख़तरनाक नहीं रहा है और हालात सामान्य हो चुके हैं लेकिन यह अधिकार राज्यपाल के पास होता है.
अगर राज्य सरकार कहे कि हमारा राज्य सामान्य है इसलिए आफ़्सपा लगाने की केंद्र के पास शक्ति नहीं है.
ऐसा हो नहीं सकता क्योंकि स्टेट यूनिट में राज्य सरकार के साथ राज्यपाल भी शामिल होता है. राज्यपाल आमतौर पर केंद्र का प्रतिनिधि होता है इसलिए वह केंद्र के निर्देशों पर काम करता है लिहाजा स्थिति थोड़ी पेचीदा होती है.
मौजूदा समय में नगालैंड,असम,मणिपुर (इंफाल के सात विधानसभा क्षेत्रों को छोड़कर) और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों और जम्मू-कश्मीर में आफ़्स्पा लागू है.
शशि थरूर ने किसके विरोध में किया ये फ़ैसला
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने संसद टीवी के एक टॉक शो की मेज़बानी करने से इनकार कर दिया है. शशि थरूर दूसरे सांसद हैं, जिन्होंने ऐसा किया है. शशि थरूर से पहले शिव सेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी संसद टीवी के एक कार्यक्रम का होस्ट बनने से अपने को अलग कर लिया था.
दोनों नेताओं ने राज्यसभा के 12 सांसदों को निलंबित करने के फ़ैसले के विरोध में ऐसा किया है. इन सांसदों को राज्यसभा में कथित रूप से ग़लत व्यवहार के कारण निलंबित किया गया है. शशि थरूर ने अपने पत्र में लिखा है कि वे निलंबित सांसदों के साथ एकजुटता दिखाते हुए कार्यक्रम की मेज़बानी छोड़ रहे हैं. शशि थरूर का कहना है कि वे तब तक कार्यक्रम होस्ट नहीं करेंगे जब तक सांसदों का निलंबन वापस नहीं होता. निलंबित किए गए सांसदों में छह सांसद कांग्रेस के हैं.
श्रीलंका के नागरिक की लिचिंग के ख़िलाफ़ पाकिस्तान में प्रदर्शन
पाकिस्तान में कथित ईशनिंदा के आरोप में एक श्रीलंकाई नागरिक की लिचिंग के खिलाफ़ देशभर में प्रदर्शन किए जा रहे हैं.
शुक्रवार को पंजाब प्रांत में सियालकोट की एक फ़ैक्ट्री में मैनेजर के पद पर काम करने वाले प्रियांथा को भीड़ ने कथित ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर मारा डाला था और उनके शव को आग लगा दी थी.
भीड़ की इस हिंसा को प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने शर्मनाक बताया है और कहा है कि वह खुद इस मामले की जाँच की निगरानी कर रहे हैं. अब तक इस मामले में 100 से ज़्यादा गिरफ़्तारियाँ हो चुकी है और अभियुक्तों पर आतंकवाद की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
श्रीलंकाई नागरिक प्रियांथा दियावदाना की पत्नी ने बीबीसी से कहा है कि वह और उनका परिवार इस घटना से निराश और डरा हुआ है, उन्होंने पाकिस्तानी सरकार और प्रधानमंत्री इमरान ख़ान से निष्पक्ष जाँच और न्याय की मांग की है.
प्रियांथा दियावदाना की पत्नी निरूशी दिसानायके का कहना है, "मैंने इंटरनेट पर देखा कि ये घटना कितनी भयानक और अमानवीय थी. मैं श्रीलंका के राष्ट्रपति और पाकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से इसकी निष्पक्ष जाँच की अपील करती हूँ ताकि मेरे पति और हमारे दो बच्चों को इंसाफ़ मिल सके."
बीते सप्ताहांत इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिसमें उग्र भीड़ प्रियंथा कुमार को बुरी तरह पीटती नज़र आ रही है. भीड़ ने उन्हें पीट-पीट कर मार डाला और फिर उसके शरीर को जला दिया गया. वीडियों में भीड़ में शामिल कई लोग उसकी लाश के साथ सेल्फी लेते भी नज़र आ रहे हैं.
राष्ट्रपति पुतिन के दौरे से पहले भारत और रूस के बीच हुआ रक्षा समझौता
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से पहले दिल्ली पहुँचे रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू और भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दोनों देशों के बीच रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
इनमें से एक समझौता एके-203, 7.63x39 मिमी असॉल्ट राइफल्स को लेकर है. समझौते के तहत साल 2021 से लेकर 2031 तक इंडो-एशिया राइफ़ल प्राइवेट लिमिटेड से 6,01,427 एके-203 राइफ़ल की ख़रीद की जाएगी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगू, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ के बीच पहली बार 2+2 मंत्रालय स्तर की बातचीत की गई है.
समझौतों पर हस्ताक्षर के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- ''भारत और रूस के बीच रक्षा के क्षेत्र में हाल के दिनों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है. हमें उम्मीद है कि रूस इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भारत के लिए एक ख़ास भागीदार बना रहेगा.''
ब्रेकिंग न्यूज़म्यांमार की नेता आंग सान सू ची सजा चार साल से घटाकर दो साल की गयी
म्यांमार की अपदस्थ नेता आंग सान सू ची को सोमवार सुबह सुनाई गई चार साल की सज़ा को घटाकर दो साल कर दिया गया है.
उनके ख़िलाफ़ चल रहे कई मामलों में यह पहली बार मिली सज़ा है.
उनको लोगों को भड़काने और प्राकृतिक आपदा क़ानून के तहत कोविड नियमों को तोड़ने का दोषी पाया गया है.
सू ची पर 11 आरोप लगाए गए थे और उन्होंने सभी से इनकार किया था.
इन मामलों में उन्हें कुल चार साल की सज़ा सुनाई गयी थी. लेकिन इसके बाद म्यांमार की सेना के प्रमुख मिन ऑन्ग ह्लांग ने इसे घटाकर दो साल कर दिया.
फ़रवरी में सेना के तख़्तापलट से पहले 76 वर्षीय सू ची एक चुनी हुई नागरिक सरकार का नेतृत्व कर रही थीं.
सेना ने पिछले साल हुए आम चुनावों में धांधली का आरोप लगाकर सत्ता हथिया ली थी, इन चुनावों में NLD को भारी जीत मिली थी.
सू ची तब से नज़रबंद हैं और उन पर कई मामले चलाए गए हैं जिनमें भ्रष्टाचार, ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट का उल्लंघन और जनता को भड़काने का आरोप है.
सऊदी अरब में फॉर्मूला वन कार रेस के उद्घाटन में क्राउन प्रिंस हुए शामिल
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने जेद्दा में आयोजित होने वाले सऊदी अरब ग्रां प्री के उद्घाटन में हिस्सा लिया.
इस सप्ताह के अंत में जेद्दा कॉर्निश स्ट्रीट ट्रैक पर होने वाले सऊदी अरब फॉर्मूला वन ग्रांड प्रिक्स के उद्घाटन समारोह के समर्थन कार्यक्रम के रूप में फॉर्मूला टू का आयोजन किया गया था.
सऊदी अरब ग्रैंड प्रिक्स का आग़ाज़ इस सप्ताहांत से होगा.
फॉर्मूला वन चैंपियनशिप लीडर मैक्स वेरस्टापेन रविवार को सऊदी अरब ग्रैंड प्रिक्स की शुरुआत ग्रिड पर तीसरे स्थान से करेंगे, उनकी टीम रेड बुल ने क्वालीफाइंग क्रैश के बाद खिलाड़ी के गियरबॉक्स को ना बदलने का विकल्प चुना है.
नियमों के मुताबिक़ एक ड्राइवर को लगातार छह रेस के लिए एक ही गियरबॉक्स का इस्तेमाल करना होता है. अगर नया गियरबॉक्स लगाया गया तो वेरस्टापेन को पांच ग्रिड पीछे जाना पड़ेगा.
अमेरिकी सांसद ने परिवार के साथ बंदूकें लेकर तस्वीर की पोस्ट, भड़क उठे लोग
अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के एक सांसद को अपनी एक तस्वीर के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है.
इस तस्वीर में सांसद और उनका परिवार किसी सैनिक की तरह बंदूकें लेकर खड़े हैं. ये तस्वीर एक स्कूल में हुई एक फायरिंग के अगले दिन डाली गई और लोगों का गुस्सा भड़क उठा.
केंटकी से सांसद थॉमस मैसी ने ये फोटो ट्वीट करते हुए लिखा था, “मेरी क्रिसमस! संता, कृप्या हथियार लेकर आएं.”
ये तस्वीर लोगों के निशाने पर आ गई. फायरिंग की घटनाओं में घायल हुए परिवारों और डेमोक्रेटिक व रिपब्लिकन नेताओं ने इस तस्वीर की कड़ी आलोचना की.
फोटो पर बढ़ते विवाद को देखते हुए थॉमस मेसी ने उनके समर्थन और विरोध में आए संदेशों को रिट्वीट किया. कई ट्वीटर यूजर्स से कमेंट्स में बात की जिनका कहना था कि वो असंवेदनशील तरीक़े से व्यवहार कर रहे हैं.
उनके फोटो डालने से एक दिन पहले मिशिगन के एक स्कूल में फायरिंग की घटना हुई थी जिसमें चार बच्चे मारे गए थे और सात लोग घायल हुए थे. एक 15 साल के छात्र ने कथित तौर पर अपने पिता की बंदूक से यहां फायरिंग कर दी थी.
अमेरिका में फायरिंग के मामले पहले भी होते रहे हैं जिनके चलते बंदूक रखने के नियम-क़ानूनों पर बहस छिड़ी हुई है.