कोरोना: दिल्ली से मुंबई पहुंचे शख़्स में मिला ओमिक्रॉन संक्रमण, भारत में अब तक चार मामले
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कोरोना
वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के संक्रमण का चौथा मामला भारत में शनिवार को दर्ज
किया गया है.
महाराष्ट्र
के स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि हाल ही में दक्षिण अफ़्रीका से लौटे एक 33 वर्षीय
शख़्स ओमिक्रॉन वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.
इसके
साथ ही भारत में अब तक कोरोना वायरस के इस वेरिएंट से संक्रमित होने वाले लोगों की
संख्या 4 हो गयी है.
दिल्ली
से होते हुए मुंबई पहुंचे ये शख़्स
समाचार एजेंसी एएनआई
के मुताबिक़, यह शख़्स बीती 24 नवंबर को दक्षिण अफ़्रीका की राजधानी केपटाउन से दुबई आए
थे जिसके बाद वह दिल्ली से होते हुए मुंबई पहुंचे हैं.
इस शख़्स का सैंपल दिल्ली
में लिया गया था जिसकी जांच पुणे स्थित एनआईवी लैब में की गयी. इस जांच में इस शख़्स
के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई.
इस शख़्स ने अब तक
कोई भी वैक्सीन नहीं ली है. इनके संपर्क में आने वाले 12 हाई रिस्क और 23 लो रिस्क
संपर्कों की ट्रेसिंग की गयी है. और सभी की कोविड – 19 टेस्टिंग रिपोर्ट निगेटिव
आई है.
इसके साथ ही दिल्ली
से मुंबई आने वाली फ़्लाइट के 25 यात्री भी निगेटिव पाए गए हैं. और अन्य यात्रियों
तक पहुंचने का प्रयास महाराष्ट्र सरकार कर रही है.
छत्रपति
शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्टिंग के लिए नए इंतजाम किए गए
हैं.
इनमें थर्मल स्क्रीनिंग एरिया, आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर,
स्वैब कलेक्शन बूथ आदि लगाया जाना शामिल है.
इससे पहले गुजरात में एक शख़्स के इस वेरिएंट से संक्रमित होने की ख़बर आई है.
ये केस जामनगर में पाया गया हैं जहां ओमिक्रॉन से संक्रमित शख़्स ज़िम्बाव्वे से आए थे.
जामनगर के ज़िलाधिकारी डॉ सौरभ परधी ने बताया है, “बीती 28 नवंबर को ज़िम्बाव्वे से आए 72 वर्षीय शख़्स की कोविड रिपोर्ट सकारात्मक आई है. जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद पता चला है कि वह ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं.फिलहाल मरीज को आइसोलेशन में रखा गया है. और उनकी हालत स्थिर है. हम इस स्थिति का सामना करने के लिए नियमों का पालन कर रहे हैं.”
उत्तर
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विरोध प्रदर्शन कर रहे भावी शिक्षकों
के एक समूह पर शनिवार की शाम पुलिस लाठीचार्ज की तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं.
बता
दें कि ये अभ्यर्थी सहायक शिक्षक भर्ती में भर्ती और उसमें आरक्षण लागू करने में अनियमितताओं
का विरोध कर रहे थे.
शनिवार
शाम तकरीबन 50 से 55 की संख्या में अभ्यार्थी अपनी मांगों को लेकर लखनऊ
में मुख्यमंत्री आवास की ओर कैंडल मार्च लेकर निकले थे.
इसके
बाद लखनऊ पुलिस ने उन्हें लोहिया पथ पर रोकने की कोशिश की.
अभ्यर्थी
विजय यादव के मुताबिक़ वो अपनी कैंडल मार्च सिर्फ मुख्यमंत्री निवास कालिदास मार्ग के
करीब ले जाना चाहते थे तभी उन्हें रोका गया और पुलिस ने उन पर लाठियां बरसाना शुरू
कर दीं.
बताया
जा रहा है कि इस लाठीचार्ज में पुलिस ने कथित रूप से महिलाओं को भी निशाना बनाया
है.
हालांकि,
पुलिस ने ये कदम किन हालातों में उठाया है, इस पर अब तक पुलिस की ओर से प्रतिक्रिया
नहीं मिली है.
विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा
इस घटना के तुरंत बाद विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया.
प्रदर्शन
कर रहे अभ्यार्थियों का आरोप यह है कि 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण को ठीक तरीके
से लागू नहीं किया गया है.
इनकी
मांग है कि भर्ती प्रक्रिया में अगर आरक्षित वर्ग का अभ्यार्थी अनारक्षित वर्ग के कट
ऑफ से ज़्यादा अंक हासिल करता है तो उसका चयन सामान्य वर्ग में किया जाना चाहिए ना कि
आरक्षित वर्ग में.
और
उसके स्थान पर रिक्त हुई आरक्षित सीट का लाभ किसी दूसरे आरक्षित अभ्यार्थी को मिलना
चाहिए.
इन
अभ्यर्थियों का दावा है कि ऐसा नहीं हुआ है और आरक्षण के नियमों को ताक पर रख कर भर्ती
की गयी है. इस अनियमितता से 19000 से अधिक सीटें ओबीसी और ऐसी अभ्यर्थियों को नहीं
मिल पाई हैं.
इंडोनेशियाई द्वीप में ज्वालामुखी विस्फोट, विमानों के लिए चेतावनी जारी
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इंडोनेशियाई द्वीप जावा के एक ज्वालामुखी में विस्फोट होने के बाद स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र से लोगों को निकालना शुरू कर दिया है.
पिछले कुछ समय से इस ज्वालामुखी से राख और धुआं निकलना जारी है. और बीते महीनों में यह दूसरा
मौक़ा है जब यह ज्वालामुखी राख-धुंआ उगल रहा है.
प्रत्यक्षदर्शियों का
कहना है कि माउंट सुमेरु पर स्थित ज्वालामुखी से निकलने वाली राख ने आसपास के दो ज़िलों
को अपनी जद में ले लिया है.
राख की परत इतनी मोटी
है और इस क़दर फैल चुकी है कि दिन में भी अंधेरे का अहसास हो रहा है.
अधिकारियों का कहना है
कि इस घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
इस बीच निगरानी करने वाली
एक संस्था ने इस ओर से गुज़रने वाले विमानों के लिए चेतावनी जारी की है.
दरअसल ज्वालामुखी
से निकलने वाले धुंआ और राख 15,000
मीटर की ऊंचाई तक फैल चुका है.
ज्वालामुखी में यह धमाका
स्थानीय समयानुसार लगभग 14:30 बजे
पर हुआ.
स्थानीय अधिकारियों ने
विस्फोट के बाद सक्रिय क्षेत्र के आस-पास पांच किलोमीटर तक के क्षेत्र को प्रतिबंधित
क्षेत्र घोषित कर दिया है.
1971 युद्ध की दसवीं कड़ी में सुनिए किस तरह भारत के मिग विमानों ने ढाका के गवर्नमेंट हाउस में चल रही उच्च स्तरीय बैठक के दौरान हवाई हमला किया.
अखिलेश यादव का दावा, बीयर गोदाम के पते पर छपा यूपी टीईटी का पेपर
समाजवादी
पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोलते
हुए हाल ही में लीक हुए यूपी टीईटी की परीक्षा के पेपर की छपाई प्रक्रिया पर सवाल
उठाया है.
अखिलेश
यादव ने शनिवार दोपहर ट्वीट करके लिखा है, “टीईटी
परीक्षा का पेपर बीयर के एक गोदाम के पते पर छपना ‘गोपनीय छपाई’ का बड़ा घोटाला है.
भाजपा सरकार में तो यूँ ही हर बार पेपर ‘लीक’ होगा.
इसीलिए 2022 में बेरोज़गार सपा की सरकार बना रहे हैं क्योंकि उन्हें पूरा
भरोसा है कि सपा के आने से ही सब कुछ फिर से ‘ठीक’ होगा.”
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, अखिलेश यादव इससे पहले भी सरकार पर पर्चा लीक करवाने का आरोप लगा चुके हैं.
बीती 1 दिसंबर को उन्होंने कहा है, “उम्मीदवारों को ये पता है कि पर्चा लीक सरकार ने ही करवाया है. वे पेपर लीक करवाते हैं ताकि उन्होंने युवाओं को नौकिरियां न देनी पड़ें. मैं युवाओं को आश्वासन देता हूं कि समाजवादी पार्टी सरकार बनाने के बाद युवाओं को रोजगार से जुड़े अवसर देगी.”
वहीं, योगी आदित्यनाथ सरकार इस मुद्दे की जांच सख़्ती से करवाने का दावा कर रही है.
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने भी बीती 1 दिसंबर को बताया था कि इस मामले में अब तक 34 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है.
उन्होंने बताया था कि, "वह कंपनी जहां पेपर प्रिंट किए गए, उसके निदेशक अनूप प्रसाद को भी गिरफ़्तार करके जेल भेज दिया गया है. साल 2021 में यूपीटीईटी परीक्षा के नियंत्रक संजय उपाध्याय को भी गिरफ़्तार कर लिया गया है. जांच अधिकारी ने पाया है कि पेपर लीक के लिए दोनों लोग ज़िम्मेदार हैं.”
कॉमेडियन
मल्लिका दुआ ने शनिवार को जानकारी दी है कि उनके पिता वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ का
निधन हो गया है.
हिंदी
पत्रकारिता के एक मजबूत स्तंभ माने जाने वाले विनोद दुआ लगभग तीस वर्षों तक टीवी,
अख़बार से लेकर इंटरनेट के माध्यम से अपनी बात रखते रहे.
पिछले
कुछ समय से विनोद दुआ अस्पताल में थे. और उनकी बेटी मल्लिका दुआ अपने पिता से
जुड़े अपडेट देती रही हैं.
मल्लिका
दुआ ने बताया है कि उनके पिता विनोद दुआ का अंतिम संस्कार रविवार को लोधी
क्रिमेटोरियम में किया जाएगा.
संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार से बातचीत के लिए बनाई 5 सदस्यीय समिति
संयुक्त
किसान मोर्चा के नेताओं ने शनिवार को सिंघू बॉर्डर पर बैठक के बाद एक कमेटी बनाने
का ऐलान किया है.
किसान
नेता राकेश टिकैत ने बताया है कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से एक कमेटी बना दी
गयी है.
उन्होंने
बताया है कि इस कमेटी में संयुक्त किसान मोर्चा के पांच लोग होंगे.
उन्होंने
कहा, “इस
समिति में बलबीर सिंह राजेवाल, शिव कुमार काका, अशोक भावले, युद्धवीर सिंह और गुरुनाम
सिंह चढ़ूनी शामिल होंगे.”
टिकैत
ने ये भी बताया है कि इस समिति को तमाम अधिकार दिए गए हैं और यही समिति सरकार के
पास जाने वाले लोगों के नाम तय करेगी. और एसकेएम की अगली बैठक सात मार्च को होगी.
उत्तराखंड में बोले पीएम मोदी - ये सरकार दुनिया के किसी देश के दबाव में नहीं आ सकती
प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तराखंड की राजधानी में एक शिलान्यास कार्यक्रम में
कांग्रेस पर हमला बोला है.
पीएम
मोदी ने कहा है,“वन रैंक - वन पेंशन हो,
आधुनिक अस्त्र-शस्त्र हों, आतंकियों
को मुंहतोड़ जवाब देना हो, जैसे उन लोगों ने हर स्तर पर सेना को हतोत्साहित करने की
कसम खा रखी थी. आज जो सरकार है वो दुनिया के किसी देश के दबाव में नहीं आ
सकती. हम राष्ट्र प्रथम, सदैव
प्रथम के मंत्र पर चलने वाले लोग हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दिल्ली – देहरादून आर्थिक
गलियारे के शिलान्यास के मौके पर देहरादून पहुंचे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, पीएम मोदी ने 18000
करोड़ रुपये की लागत वाली 18 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया है.
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, “बीते
5 वर्षों में केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के लिए 1
लाख करोड़ रुपये से ज्यादा लागत की परियोजनाएं स्वीकृत की. यहां की सरकार इन्हें
तेजी से ज़मीन पर उतार रही है. इसी को आगे बढ़ाते हुए आज 18000 करोड़
रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जा रहा है.
ये
परियोजनाएं इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में एक अहम भूमिका निभाएंगी. जो लोग
पूछते हैं कि डबल इंजन की सरकार का फायदा क्या है वे लोग आज देख सकते हैं कि डबल
इंजन की सरकार उत्तराखंड में कैसे विकास की गंगा बहा रही है.”
पीएम मोदी ने इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया.
उन्होंने कहा, “इस शताब्दी की शुरुआत में, अटल जी ने भारत में कनेक्टिविटी बढ़ाने का अभियान शुरू किया था. लेकिन उनके बाद 10 साल तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले हुए, घपले हुए. इससे देश का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए हमने दोगुनी गति से मेहनत की और आज भी कर रहे हैं.
आज भारत आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश के इरादे से आगे बढ़ रहा है:
आज मुझे बहुत खुशी है कि दिल्ली-देहरादून इकॉनॉमिक कॉरिडोर का शिलान्यास हो चुका है. जब ये बनकर तैयार हो जाएगा तोदिल्ली से देहरादून आने-जाने में जो समय लगता हैवो करीब-करीब आधा हो जाएगा.”
चक्रवात जवाद रविवार की दोपहर तक ओडिशा के तट पर पहुँचेगा, माना जा रहा है कि ओडिशा पहुँचने तक इसका असर कम हो जाएगा.
चक्रवात के कारण भारी बारिश की संभावनाओं के बीच ओडिशा और आंध्र प्रदेश ने तटीय ज़िलों से लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया है.
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने शुक्रवार को चक्रवात जवाद से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की और इसमें शामिल सभी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि किसी की भी चक्रवात में जान नहीं जानी चाहिए, साथ ही संपत्तियों का नुकसान भी कम होना चाहिए.
64 नेशनल डिसास्टर रिस्पॉन्स टीम को उन क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है, जिनके तूफ़ान से प्रभावित होने की आशंका है.
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम,विजयनगरम, विशाखापत्तनम और ओडिशा के गजपति,गंजम,पुरी और जगतसिंहपुर जिलों के लिए शनिवार को रेड अलर्ट जारी किया गया.
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक
एम. मोहपात्रा ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा था कि बंगाल की खाड़ी से
उठा एक तूफ़ान चक्रवाती तूफ़ान का रूप ले चुका है. इस चक्रवाती तूफ़ान को ‘जवाद’ कहा जा रहा है.
मोहपात्रा ने कहा था, ''दक्षिण-पूर्वी विशाखापटनम
से 420किलोमीटर दूर और ओडिशा में दक्षिणी-पूर्वी पारादीप
से 650किलोमीटर की दूरी पर हवा की गति 60से 70किलोमीटर प्रति घंटा है.''
इस चक्रवाती तूफ़ान का सबसे
ज़्यादा असर उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा पर पड़ सकता है. चार दिसंबर की शाम तक हवा
की गति बढ़कर 90किलोमीटर प्रति घंटा
हो सकती है.
पाँच दिसंबर की दोपहर तक जवाद
तूफ़ान ओडिशा के पुरी पहुँचेगा और यह पश्चिम बंगाल की ओर रुख़ करेगा. तीन दिसंबर को
हवा की गति 40से 50किलोमीटर प्रति घंटा तक महसूस की जा सकती है. अभी
अस्थायी तौर पर इस तूफ़ान को ख़तरनाक बताया गया है.
ओडिशा के कुछ ज़िलों में पाँच
दिसंबर तक हवा की अधिकतम गति 90 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है. मछुआरों को समंदर में नहीं
जाने के लिए कहा गया है.
पाकिस्तान के सियालकोट शहर में एक श्रीलंकाई नागरिक को ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर मार डालने को पाकिस्तानी शर्मनाक बता रहे हैं और अपनी सरकार से तीखे सवाल पूछ रहे हैं.
यूक्रेन पर रूस के हमले के ख़तरे को देख बाइडन की चेतावनी
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन
ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा है कि वो ‘सीमा रेखा’ न लांघे क्योंकि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसी
आशंकाएं हैं कि रूस यूक्रेन पर हमले की तैयारी कर रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा
कि वो रूस के लिए अपने पड़ोसी पर हमला करना ‘बहुत, बहुत मुश्किल’ बना देंगे.
वहीं, अमेरिकी मीडिया ने ऐसी रिपोर्ट प्रकाशित की हैं, जिनमें ख़ुफ़िया अधिकारियों को डर है कि साल 2022 की शुरुआत में रूस हमला कर सकता
है.
यूक्रेन ने कहा है कि रूस ने सीमा पर अपनी सेना में बढ़ोतरी
की है. तक़रीबन 94,000 सुरक्षाबलों को तैनात किया है.
तनाव
कम करने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और बाइडन के बीच इस सप्ताह वीडियो
कॉल हो सकती है.
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अमेरिकी राष्ट्रपति ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें
उम्मीद है कि रूसी नेता के साथ उनकी लंबी चर्चा होगी और साथ ही उन्होंने यह भी चेतावनी
दी कि वो ‘किसी का भी सीमा रेखा लांघना स्वीकार नहीं करेंगे.’
बाइडन ने कहा, “मैं इसलिए यह कर रहा हूँ क्योंकि मेरा मानना है कि
सबसे व्यापक और सार्थक पहल पुतिन के लिए आगे बढ़ना बहुत, बहुत मुश्किल कर देगा.”
हालांकि, बाइडन ने यह साफ़
नहीं किया कि अमेरिका की क्या योजना है. लेकिन अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों को
इस सप्ताह फिर चेताया गया था कि रूस के ख़िलाफ़ कई गंभीर आर्थिक प्रतिबंध लगाने का
विकल्प है.
गुरुवार को रूसी विदेश
मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने कहा था कि उनकी अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के
साथ बैठक के दौरान अमेरिका ने ताज़ा प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है.
अमेरिकी लोकतंत्र बिना जड़ों वाला पेड़ है: चीन
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चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी लोकतंत्र लंबे समय से एक ऐसी नदी है, जिसका कोई स्रोत नहीं है और एक ऐसा पेड़ है, जिसकी जड़ें नहीं हैं.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने हार्वर्ड केनेडी स्कूल के उस सर्वे पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें कहा गया है कि अमेरिका युवाओं में लोकतंत्र को लेकर भरोसा कम हुआ है.
चीन की सरकारी समाचार टीवी सीजीटीएन के अनुसार, सर्वे में अमेरिकी युवाओं ने कहा है, ''केवल सात फ़ीसदी लोग मानते हैं कि अमेरिका में स्वस्थ लोतकंत्र है. सर्वे में 52 फ़ीसदी लोगों ने कहा कि या तो अमेरिकी लोकतंत्र समस्याग्रस्त है या नीचे जा रहा है.''
चीनी विदेश मंत्राललय ने कहा कि अमेरिकी लोकतंत्र देश के भीतर लोगों को बेवकूफ़ बनाने के लिए है और विदेशों में अधिनायकवाद की स्थापित करने के लिए है.''
यमन में हूती विद्रोही, सरकार के आख़िरी गढ़ मेरिब पर कब्ज़े के लिए ऐड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रहे हैं. मेरिब पर हूती विद्रोहियों की नज़र है क्योंकि यमन के तेल का ख़ज़ाना यहीं मौजूद है.
कांग्रेस ने गुजरात में चुनाव से पहले ओबीसी नेता को सौंपी कमान
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गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा और विपक्षी दल के नेता परेश धनानी के इस्तीफ़े के लगभग नौ महीने बाद,शुक्रवार को कांग्रेस ने वरिष्ठ ओबीसी नेता जगदीश ठाकोर को पार्टी प्रमुख नियुक्त किया है.
इसके साथ ही आदिवासी विधायक सुखराम राठवा को विपक्ष का नेता चुना गया.
दिसंबर 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र जमीनी स्तर के नेता और उत्तर गुजरात के विधायक ठाकोर का चुनाव अहम माना जा रहा है.
शुक्रवार को दिल्ली से वापस गुजरात पहुँचे ठाकोर ने कहा, ‘’मुझे दिए गए अवसर के लिए मैं पार्टी का शुक्रिया अदा करता हूँ, हम सभी कड़ी मेहनत कर सुनिश्चित करेंगे के कि अगले साल होने वाले चुनाव में पार्टी की जीत हो. ‘’
शुक्रवार शाम को,पार्टी ने अपने विधायक दल की बैठक बुलाई,जिसमें सौराष्ट्र के पाटीदार नेता परेश धनानी की जगह विधायक सुखराम राठवा को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया.
ओबीसी चेहरे को पार्टी प्रमुख बनाकर और आदिवासी नेता को विधायक दल के नेता के रूप में चुन कर कांग्रेस राज्य में अपने पारंपरिक वोट बैंक ओबीसी,आदिवासियों,दलितों और मुसलमानों को लुभाने पर ज़ोर दे रही है.
गुजरात में,लगभग हर क्षेत्र में ठाकोर और कोली जाति की उपस्थिति है, इसे राज्य का सबसे बड़ा जाति समूह माना जाता है.
उत्तर और मध्य गुजरात में ठाकोर ख़ासकर हावी हैं जबकि सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में कोली का दबदबा है.
1971 युद्ध की दसवीं कड़ी में पढ़िए किस तरह भारत के मिग विमानों ने ढाका के गवर्नमेंट हाउस में चल रही उच्च स्तरीय बैठक के दौरान वहां हवाई हमला किया. इस हमले ने इतना बड़ा मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया की दो दिन बाद 93000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
अमेरिकी ख़ुफ़िया अधिकारियों का कहना है कि रूस यूक्रेन पर साल 2022 की शुरुआत में सैन्य हमला कर सकता है.
अधिकारियों का अनुमान है कि इस सैन्य कार्रवाई में रूस के175,000 सैनिक शामिल होंगे.
बाइडन प्रशासन के एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर समाचार एजेंसी एपी को बताया कि नई खुफ़िया जानकारी के मुताबिक़, आधे रूसी सैनिक पहले से ही यूक्रेन की सीमा के पास अलग-अलग पोस्ट पर तैनात किए जा चुके है.
ये जानकारी ऐसे समय सामने आई है, जब रूस ने बाइडन प्रशासन से ये गारंटी मांगी कि यूक्रेन को नेटो गठबंधन में शामिल नहीं किया जाएगा.
ख़ुफ़िया अधिकारियों ने पाया है कि संभावित हमले से पहले यूक्रेन और नेटो को बदनाम करने के लिए रूस के इन्फॉर्मेशन ऑपरेशन में प्रॉक्सी और फ़ेक मीडिया आउटलेट के इस्तेमाल में बढ़ोतरी हुई है.
इस खुफ़िया रिपोर्ट को सबसे पहले अमेरिकी अख़बार वॉशिंगटन पोस्ट ने छापा था.
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इससे पहले शुक्रवार को,राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि वह व्लादिमीर पुतिन के लिए यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई को "बहुत मुश्किल" बना देंगे, उनके प्रशासन का उद्देश्य रूस के इस आक्रमण को रोकना है.
यूक्रेन की तरफ़ बढ़ रही रूसी टैंक की तैनाती और इसके मद्देनज़र अमेरिका की ख़ुफ़िया एजेंसी की गंभीर चिंताओं के बीच बाइडन ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को चेतावनी दी.
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘’हम अपने व्यापक और सार्थक पहल से पुतिन के लिए वह करना बहुत मुश्किल कर देंगे जो वो करना चाह रहे हैं.‘’
वहीं शुक्रवार को यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेज़निकोव ने सांसदों को बताया कि यूक्रेन के पास और रूस से जुड़े क्रीमिया में रूसी सैनिकों की संख्या इस वक़्त 94,300 है,और चेतावनी दी कि अगले साल जनवरी मेंसैनिकों की संख्या में "बड़े पैमाने पर वृद्धि" संभव है.
लाइव रिपोर्टिंग
रिपोर्टर- अनंत प्रकाश, रजनीश कुमार और कीर्ति दुबे
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कोरोना: दिल्ली से मुंबई पहुंचे शख़्स में मिला ओमिक्रॉन संक्रमण, भारत में अब तक चार मामले
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के संक्रमण का चौथा मामला भारत में शनिवार को दर्ज किया गया है.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि हाल ही में दक्षिण अफ़्रीका से लौटे एक 33 वर्षीय शख़्स ओमिक्रॉन वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.
इसके साथ ही भारत में अब तक कोरोना वायरस के इस वेरिएंट से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 4 हो गयी है.
दिल्ली से होते हुए मुंबई पहुंचे ये शख़्स
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, यह शख़्स बीती 24 नवंबर को दक्षिण अफ़्रीका की राजधानी केपटाउन से दुबई आए थे जिसके बाद वह दिल्ली से होते हुए मुंबई पहुंचे हैं.
इस शख़्स का सैंपल दिल्ली में लिया गया था जिसकी जांच पुणे स्थित एनआईवी लैब में की गयी. इस जांच में इस शख़्स के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई.
इस शख़्स ने अब तक कोई भी वैक्सीन नहीं ली है. इनके संपर्क में आने वाले 12 हाई रिस्क और 23 लो रिस्क संपर्कों की ट्रेसिंग की गयी है. और सभी की कोविड – 19 टेस्टिंग रिपोर्ट निगेटिव आई है.
इसके साथ ही दिल्ली से मुंबई आने वाली फ़्लाइट के 25 यात्री भी निगेटिव पाए गए हैं. और अन्य यात्रियों तक पहुंचने का प्रयास महाराष्ट्र सरकार कर रही है.
छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्टिंग के लिए नए इंतजाम किए गए हैं.
इनमें थर्मल स्क्रीनिंग एरिया, आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर, स्वैब कलेक्शन बूथ आदि लगाया जाना शामिल है.
इससे पहले गुजरात में एक शख़्स के इस वेरिएंट से संक्रमित होने की ख़बर आई है.
ये केस जामनगर में पाया गया हैं जहां ओमिक्रॉन से संक्रमित शख़्स ज़िम्बाव्वे से आए थे.
जामनगर के ज़िलाधिकारी डॉ सौरभ परधी ने बताया है, “बीती 28 नवंबर को ज़िम्बाव्वे से आए 72 वर्षीय शख़्स की कोविड रिपोर्ट सकारात्मक आई है. जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद पता चला है कि वह ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं.फिलहाल मरीज को आइसोलेशन में रखा गया है. और उनकी हालत स्थिर है. हम इस स्थिति का सामना करने के लिए नियमों का पालन कर रहे हैं.”
यूपी पुलिस ने नौकरी के लिए प्रदर्शन कर रहे भावी शिक्षकों पर चलाई लाठियां
अनंत झणाणे
लखनऊ से, बीबीसी हिंदी के लिए
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विरोध प्रदर्शन कर रहे भावी शिक्षकों के एक समूह पर शनिवार की शाम पुलिस लाठीचार्ज की तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं.
बता दें कि ये अभ्यर्थी सहायक शिक्षक भर्ती में भर्ती और उसमें आरक्षण लागू करने में अनियमितताओं का विरोध कर रहे थे.
शनिवार शाम तकरीबन 50 से 55 की संख्या में अभ्यार्थी अपनी मांगों को लेकर लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास की ओर कैंडल मार्च लेकर निकले थे.
इसके बाद लखनऊ पुलिस ने उन्हें लोहिया पथ पर रोकने की कोशिश की.
अभ्यर्थी विजय यादव के मुताबिक़ वो अपनी कैंडल मार्च सिर्फ मुख्यमंत्री निवास कालिदास मार्ग के करीब ले जाना चाहते थे तभी उन्हें रोका गया और पुलिस ने उन पर लाठियां बरसाना शुरू कर दीं.
बताया जा रहा है कि इस लाठीचार्ज में पुलिस ने कथित रूप से महिलाओं को भी निशाना बनाया है.
हालांकि, पुलिस ने ये कदम किन हालातों में उठाया है, इस पर अब तक पुलिस की ओर से प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा
इस घटना के तुरंत बाद विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया.
उनके बाद आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया.
विरोध प्रदर्शन क्यों कर रहे थे अभ्यर्थी
प्रदर्शन कर रहे अभ्यार्थियों का आरोप यह है कि 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण को ठीक तरीके से लागू नहीं किया गया है.
इनकी मांग है कि भर्ती प्रक्रिया में अगर आरक्षित वर्ग का अभ्यार्थी अनारक्षित वर्ग के कट ऑफ से ज़्यादा अंक हासिल करता है तो उसका चयन सामान्य वर्ग में किया जाना चाहिए ना कि आरक्षित वर्ग में.
और उसके स्थान पर रिक्त हुई आरक्षित सीट का लाभ किसी दूसरे आरक्षित अभ्यार्थी को मिलना चाहिए.
इन अभ्यर्थियों का दावा है कि ऐसा नहीं हुआ है और आरक्षण के नियमों को ताक पर रख कर भर्ती की गयी है. इस अनियमितता से 19000 से अधिक सीटें ओबीसी और ऐसी अभ्यर्थियों को नहीं मिल पाई हैं.
इंडोनेशियाई द्वीप में ज्वालामुखी विस्फोट, विमानों के लिए चेतावनी जारी
इंडोनेशियाई द्वीप जावा के एक ज्वालामुखी में विस्फोट होने के बाद स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र से लोगों को निकालना शुरू कर दिया है.
पिछले कुछ समय से इस ज्वालामुखी से राख और धुआं निकलना जारी है. और बीते महीनों में यह दूसरा मौक़ा है जब यह ज्वालामुखी राख-धुंआ उगल रहा है.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि माउंट सुमेरु पर स्थित ज्वालामुखी से निकलने वाली राख ने आसपास के दो ज़िलों को अपनी जद में ले लिया है.
राख की परत इतनी मोटी है और इस क़दर फैल चुकी है कि दिन में भी अंधेरे का अहसास हो रहा है.
अधिकारियों का कहना है कि इस घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
इस बीच निगरानी करने वाली एक संस्था ने इस ओर से गुज़रने वाले विमानों के लिए चेतावनी जारी की है.
दरअसल ज्वालामुखी से निकलने वाले धुंआ और राख 15,000 मीटर की ऊंचाई तक फैल चुका है.
ज्वालामुखी में यह धमाका स्थानीय समयानुसार लगभग 14:30 बजे पर हुआ.
स्थानीय अधिकारियों ने विस्फोट के बाद सक्रिय क्षेत्र के आस-पास पांच किलोमीटर तक के क्षेत्र को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया है.
बीबीसी इंडिया बोल, 04 दिसंबर 2021, अब Omicron Variant से कैसे बचेंगे हम?
भारतीय विमानों ने जब ढाका गवर्नमेंट हाउस ध्वस्त किया - विवेचना
1971 युद्ध की दसवीं कड़ी में सुनिए किस तरह भारत के मिग विमानों ने ढाका के गवर्नमेंट हाउस में चल रही उच्च स्तरीय बैठक के दौरान हवाई हमला किया.
अखिलेश यादव का दावा, बीयर गोदाम के पते पर छपा यूपी टीईटी का पेपर
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए हाल ही में लीक हुए यूपी टीईटी की परीक्षा के पेपर की छपाई प्रक्रिया पर सवाल उठाया है.
अखिलेश यादव ने शनिवार दोपहर ट्वीट करके लिखा है, “टीईटी परीक्षा का पेपर बीयर के एक गोदाम के पते पर छपना ‘गोपनीय छपाई’ का बड़ा घोटाला है.
भाजपा सरकार में तो यूँ ही हर बार पेपर ‘लीक’ होगा. इसीलिए 2022 में बेरोज़गार सपा की सरकार बना रहे हैं क्योंकि उन्हें पूरा भरोसा है कि सपा के आने से ही सब कुछ फिर से ‘ठीक’ होगा.”
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, अखिलेश यादव इससे पहले भी सरकार पर पर्चा लीक करवाने का आरोप लगा चुके हैं.
बीती 1 दिसंबर को उन्होंने कहा है, “उम्मीदवारों को ये पता है कि पर्चा लीक सरकार ने ही करवाया है. वे पेपर लीक करवाते हैं ताकि उन्होंने युवाओं को नौकिरियां न देनी पड़ें. मैं युवाओं को आश्वासन देता हूं कि समाजवादी पार्टी सरकार बनाने के बाद युवाओं को रोजगार से जुड़े अवसर देगी.”
वहीं, योगी आदित्यनाथ सरकार इस मुद्दे की जांच सख़्ती से करवाने का दावा कर रही है.
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने भी बीती 1 दिसंबर को बताया था कि इस मामले में अब तक 34 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है.
उन्होंने बताया था कि, "वह कंपनी जहां पेपर प्रिंट किए गए, उसके निदेशक अनूप प्रसाद को भी गिरफ़्तार करके जेल भेज दिया गया है. साल 2021 में यूपीटीईटी परीक्षा के नियंत्रक संजय उपाध्याय को भी गिरफ़्तार कर लिया गया है. जांच अधिकारी ने पाया है कि पेपर लीक के लिए दोनों लोग ज़िम्मेदार हैं.”
विनोद दुआ नहीं रहे, बेटी ने दी निधन की सूचना
कॉमेडियन मल्लिका दुआ ने शनिवार को जानकारी दी है कि उनके पिता वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन हो गया है.
हिंदी पत्रकारिता के एक मजबूत स्तंभ माने जाने वाले विनोद दुआ लगभग तीस वर्षों तक टीवी, अख़बार से लेकर इंटरनेट के माध्यम से अपनी बात रखते रहे.
पिछले कुछ समय से विनोद दुआ अस्पताल में थे. और उनकी बेटी मल्लिका दुआ अपने पिता से जुड़े अपडेट देती रही हैं.
मल्लिका दुआ ने बताया है कि उनके पिता विनोद दुआ का अंतिम संस्कार रविवार को लोधी क्रिमेटोरियम में किया जाएगा.
संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार से बातचीत के लिए बनाई 5 सदस्यीय समिति
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने शनिवार को सिंघू बॉर्डर पर बैठक के बाद एक कमेटी बनाने का ऐलान किया है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया है कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से एक कमेटी बना दी गयी है.
उन्होंने बताया है कि इस कमेटी में संयुक्त किसान मोर्चा के पांच लोग होंगे.
उन्होंने कहा, “इस समिति में बलबीर सिंह राजेवाल, शिव कुमार काका, अशोक भावले, युद्धवीर सिंह और गुरुनाम सिंह चढ़ूनी शामिल होंगे.”
टिकैत ने ये भी बताया है कि इस समिति को तमाम अधिकार दिए गए हैं और यही समिति सरकार के पास जाने वाले लोगों के नाम तय करेगी. और एसकेएम की अगली बैठक सात मार्च को होगी.
संयुक्त किसान मोर्चा की सिंघु बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस, जानिए मीटिंग में क्या हुआ
उत्तराखंड में बोले पीएम मोदी - ये सरकार दुनिया के किसी देश के दबाव में नहीं आ सकती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तराखंड की राजधानी में एक शिलान्यास कार्यक्रम में कांग्रेस पर हमला बोला है.
पीएम मोदी ने कहा है,“वन रैंक - वन पेंशन हो, आधुनिक अस्त्र-शस्त्र हों, आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देना हो, जैसे उन लोगों ने हर स्तर पर सेना को हतोत्साहित करने की कसम खा रखी थी. आज जो सरकार है वो दुनिया के किसी देश के दबाव में नहीं आ सकती. हम राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम के मंत्र पर चलने वाले लोग हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दिल्ली – देहरादून आर्थिक गलियारे के शिलान्यास के मौके पर देहरादून पहुंचे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, पीएम मोदी ने 18000 करोड़ रुपये की लागत वाली 18 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया है.
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, “बीते 5 वर्षों में केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के लिए 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा लागत की परियोजनाएं स्वीकृत की. यहां की सरकार इन्हें तेजी से ज़मीन पर उतार रही है. इसी को आगे बढ़ाते हुए आज 18000 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जा रहा है.
ये परियोजनाएं इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में एक अहम भूमिका निभाएंगी. जो लोग पूछते हैं कि डबल इंजन की सरकार का फायदा क्या है वे लोग आज देख सकते हैं कि डबल इंजन की सरकार उत्तराखंड में कैसे विकास की गंगा बहा रही है.”
पीएम मोदी ने इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया.
उन्होंने कहा, “इस शताब्दी की शुरुआत में, अटल जी ने भारत में कनेक्टिविटी बढ़ाने का अभियान शुरू किया था. लेकिन उनके बाद 10 साल तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले हुए, घपले हुए. इससे देश का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए हमने दोगुनी गति से मेहनत की और आज भी कर रहे हैं.
आज भारत आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश के इरादे से आगे बढ़ रहा है:
आज मुझे बहुत खुशी है कि दिल्ली-देहरादून इकॉनॉमिक कॉरिडोर का शिलान्यास हो चुका है. जब ये बनकर तैयार हो जाएगा तोदिल्ली से देहरादून आने-जाने में जो समय लगता हैवो करीब-करीब आधा हो जाएगा.”
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सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक शुरू और किसानों से बात कर रही हैं बीबीसी संवाददाता दिव्या आर्या
जवाद चक्रवाती तूफ़ान की स्थिति अभी क्या है?
चक्रवात जवाद रविवार की दोपहर तक ओडिशा के तट पर पहुँचेगा, माना जा रहा है कि ओडिशा पहुँचने तक इसका असर कम हो जाएगा.
चक्रवात के कारण भारी बारिश की संभावनाओं के बीच ओडिशा और आंध्र प्रदेश ने तटीय ज़िलों से लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया है.
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने शुक्रवार को चक्रवात जवाद से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की और इसमें शामिल सभी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि किसी की भी चक्रवात में जान नहीं जानी चाहिए, साथ ही संपत्तियों का नुकसान भी कम होना चाहिए.
64 नेशनल डिसास्टर रिस्पॉन्स टीम को उन क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है, जिनके तूफ़ान से प्रभावित होने की आशंका है.
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम,विजयनगरम, विशाखापत्तनम और ओडिशा के गजपति,गंजम,पुरी और जगतसिंहपुर जिलों के लिए शनिवार को रेड अलर्ट जारी किया गया.
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एम. मोहपात्रा ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा था कि बंगाल की खाड़ी से उठा एक तूफ़ान चक्रवाती तूफ़ान का रूप ले चुका है. इस चक्रवाती तूफ़ान को ‘जवाद’ कहा जा रहा है.
मोहपात्रा ने कहा था, ''दक्षिण-पूर्वी विशाखापटनम से 420किलोमीटर दूर और ओडिशा में दक्षिणी-पूर्वी पारादीप से 650किलोमीटर की दूरी पर हवा की गति 60से 70किलोमीटर प्रति घंटा है.''
इस चक्रवाती तूफ़ान का सबसे ज़्यादा असर उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा पर पड़ सकता है. चार दिसंबर की शाम तक हवा की गति बढ़कर 90किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है.
पाँच दिसंबर की दोपहर तक जवाद तूफ़ान ओडिशा के पुरी पहुँचेगा और यह पश्चिम बंगाल की ओर रुख़ करेगा. तीन दिसंबर को हवा की गति 40से 50किलोमीटर प्रति घंटा तक महसूस की जा सकती है. अभी अस्थायी तौर पर इस तूफ़ान को ख़तरनाक बताया गया है.
ओडिशा के कुछ ज़िलों में पाँच दिसंबर तक हवा की अधिकतम गति 90 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है. मछुआरों को समंदर में नहीं जाने के लिए कहा गया है.
श्रीलंका के प्रधानमंत्री बोले- यह दिल दहलाने वाला, इमरान ख़ान से की अपील
इस्लाम के नाम पर पाकिस्तान में अपने नागरिक की बर्बर हत्या को श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने कहा है कि यह दिल दहलाने वाला है.
और पढ़ेंश्रीलंकाई नागरिक की हत्या पर पाकिस्तानी पूछ रहे- हम क्या बन गए हैं?
पाकिस्तान के सियालकोट शहर में एक श्रीलंकाई नागरिक को ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर मार डालने को पाकिस्तानी शर्मनाक बता रहे हैं और अपनी सरकार से तीखे सवाल पूछ रहे हैं.
और पढ़ेंयूक्रेन पर रूस के हमले के ख़तरे को देख बाइडन की चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा है कि वो ‘सीमा रेखा’ न लांघे क्योंकि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसी आशंकाएं हैं कि रूस यूक्रेन पर हमले की तैयारी कर रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वो रूस के लिए अपने पड़ोसी पर हमला करना ‘बहुत, बहुत मुश्किल’ बना देंगे.
वहीं, अमेरिकी मीडिया ने ऐसी रिपोर्ट प्रकाशित की हैं, जिनमें ख़ुफ़िया अधिकारियों को डर है कि साल 2022 की शुरुआत में रूस हमला कर सकता है.
यूक्रेन ने कहा है कि रूस ने सीमा पर अपनी सेना में बढ़ोतरी की है. तक़रीबन 94,000 सुरक्षाबलों को तैनात किया है.
तनाव कम करने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और बाइडन के बीच इस सप्ताह वीडियो कॉल हो सकती है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रूसी नेता के साथ उनकी लंबी चर्चा होगी और साथ ही उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि वो ‘किसी का भी सीमा रेखा लांघना स्वीकार नहीं करेंगे.’
बाइडन ने कहा, “मैं इसलिए यह कर रहा हूँ क्योंकि मेरा मानना है कि सबसे व्यापक और सार्थक पहल पुतिन के लिए आगे बढ़ना बहुत, बहुत मुश्किल कर देगा.”
हालांकि, बाइडन ने यह साफ़ नहीं किया कि अमेरिका की क्या योजना है. लेकिन अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों को इस सप्ताह फिर चेताया गया था कि रूस के ख़िलाफ़ कई गंभीर आर्थिक प्रतिबंध लगाने का विकल्प है.
गुरुवार को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने कहा था कि उनकी अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ बैठक के दौरान अमेरिका ने ताज़ा प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है.
अमेरिकी लोकतंत्र बिना जड़ों वाला पेड़ है: चीन
चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी लोकतंत्र लंबे समय से एक ऐसी नदी है, जिसका कोई स्रोत नहीं है और एक ऐसा पेड़ है, जिसकी जड़ें नहीं हैं.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने हार्वर्ड केनेडी स्कूल के उस सर्वे पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें कहा गया है कि अमेरिका युवाओं में लोकतंत्र को लेकर भरोसा कम हुआ है.
चीन की सरकारी समाचार टीवी सीजीटीएन के अनुसार, सर्वे में अमेरिकी युवाओं ने कहा है, ''केवल सात फ़ीसदी लोग मानते हैं कि अमेरिका में स्वस्थ लोतकंत्र है. सर्वे में 52 फ़ीसदी लोगों ने कहा कि या तो अमेरिकी लोकतंत्र समस्याग्रस्त है या नीचे जा रहा है.''
चीनी विदेश मंत्राललय ने कहा कि अमेरिकी लोकतंत्र देश के भीतर लोगों को बेवकूफ़ बनाने के लिए है और विदेशों में अधिनायकवाद की स्थापित करने के लिए है.''
यमन: तेल के ख़ज़ाने पर हूती विद्रोहियों की नज़र
यमन में हूती विद्रोही, सरकार के आख़िरी गढ़ मेरिब पर कब्ज़े के लिए ऐड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रहे हैं. मेरिब पर हूती विद्रोहियों की नज़र है क्योंकि यमन के तेल का ख़ज़ाना यहीं मौजूद है.
कांग्रेस ने गुजरात में चुनाव से पहले ओबीसी नेता को सौंपी कमान
गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा और विपक्षी दल के नेता परेश धनानी के इस्तीफ़े के लगभग नौ महीने बाद,शुक्रवार को कांग्रेस ने वरिष्ठ ओबीसी नेता जगदीश ठाकोर को पार्टी प्रमुख नियुक्त किया है.
इसके साथ ही आदिवासी विधायक सुखराम राठवा को विपक्ष का नेता चुना गया.
दिसंबर 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र जमीनी स्तर के नेता और उत्तर गुजरात के विधायक ठाकोर का चुनाव अहम माना जा रहा है.
शुक्रवार को दिल्ली से वापस गुजरात पहुँचे ठाकोर ने कहा, ‘’मुझे दिए गए अवसर के लिए मैं पार्टी का शुक्रिया अदा करता हूँ, हम सभी कड़ी मेहनत कर सुनिश्चित करेंगे के कि अगले साल होने वाले चुनाव में पार्टी की जीत हो. ‘’
शुक्रवार शाम को,पार्टी ने अपने विधायक दल की बैठक बुलाई,जिसमें सौराष्ट्र के पाटीदार नेता परेश धनानी की जगह विधायक सुखराम राठवा को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया.
ओबीसी चेहरे को पार्टी प्रमुख बनाकर और आदिवासी नेता को विधायक दल के नेता के रूप में चुन कर कांग्रेस राज्य में अपने पारंपरिक वोट बैंक ओबीसी,आदिवासियों,दलितों और मुसलमानों को लुभाने पर ज़ोर दे रही है.
गुजरात में,लगभग हर क्षेत्र में ठाकोर और कोली जाति की उपस्थिति है, इसे राज्य का सबसे बड़ा जाति समूह माना जाता है.
उत्तर और मध्य गुजरात में ठाकोर ख़ासकर हावी हैं जबकि सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में कोली का दबदबा है.
ढाका के गवर्नमेंट हाउस पर जब भारत के मिग विमानों ने किया हमला
रेहान फ़ज़ल
बीबीसी संवाददाता
1971 युद्ध की दसवीं कड़ी में पढ़िए किस तरह भारत के मिग विमानों ने ढाका के गवर्नमेंट हाउस में चल रही उच्च स्तरीय बैठक के दौरान वहां हवाई हमला किया. इस हमले ने इतना बड़ा मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया की दो दिन बाद 93000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
और पढ़ेंयूक्रेन पर हमले की तैयारी में है रूस: अमेरिका
अमेरिकी ख़ुफ़िया अधिकारियों का कहना है कि रूस यूक्रेन पर साल 2022 की शुरुआत में सैन्य हमला कर सकता है.
अधिकारियों का अनुमान है कि इस सैन्य कार्रवाई में रूस के175,000 सैनिक शामिल होंगे.
बाइडन प्रशासन के एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर समाचार एजेंसी एपी को बताया कि नई खुफ़िया जानकारी के मुताबिक़, आधे रूसी सैनिक पहले से ही यूक्रेन की सीमा के पास अलग-अलग पोस्ट पर तैनात किए जा चुके है.
ये जानकारी ऐसे समय सामने आई है, जब रूस ने बाइडन प्रशासन से ये गारंटी मांगी कि यूक्रेन को नेटो गठबंधन में शामिल नहीं किया जाएगा.
ख़ुफ़िया अधिकारियों ने पाया है कि संभावित हमले से पहले यूक्रेन और नेटो को बदनाम करने के लिए रूस के इन्फॉर्मेशन ऑपरेशन में प्रॉक्सी और फ़ेक मीडिया आउटलेट के इस्तेमाल में बढ़ोतरी हुई है.
इस खुफ़िया रिपोर्ट को सबसे पहले अमेरिकी अख़बार वॉशिंगटन पोस्ट ने छापा था.
इससे पहले शुक्रवार को,राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि वह व्लादिमीर पुतिन के लिए यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई को "बहुत मुश्किल" बना देंगे, उनके प्रशासन का उद्देश्य रूस के इस आक्रमण को रोकना है.
यूक्रेन की तरफ़ बढ़ रही रूसी टैंक की तैनाती और इसके मद्देनज़र अमेरिका की ख़ुफ़िया एजेंसी की गंभीर चिंताओं के बीच बाइडन ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को चेतावनी दी.
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘’हम अपने व्यापक और सार्थक पहल से पुतिन के लिए वह करना बहुत मुश्किल कर देंगे जो वो करना चाह रहे हैं.‘’
वहीं शुक्रवार को यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेज़निकोव ने सांसदों को बताया कि यूक्रेन के पास और रूस से जुड़े क्रीमिया में रूसी सैनिकों की संख्या इस वक़्त 94,300 है,और चेतावनी दी कि अगले साल जनवरी मेंसैनिकों की संख्या में "बड़े पैमाने पर वृद्धि" संभव है.